विज ने की गांवों में सोलर पावर हाउस बनाने की पैरवीविज ने की गांवों में सोलर पावर हाउस बनाने की पैरवी

जयपुर, 21 जनवरी। हरियाणा के ऊर्जा मंत्री अनिल विज ने कहा कि “मैंने अपनी सरकार/अपने डिपार्टमेंट को सुझाव दिया है कि प्रत्येक गांव में एक सोलर पावर हाउस बना देना चाहिए ताकि वहां पर जो भी टयूबवेल है उनकी सप्लाई उस सोलर पावर हाउस से की जाए और किसानों के सभी ट्यूबवेल संचालित हो सके और इससे किसानों को कोई एतराज भी नहीं होगा”।

विज आज जयपुर में केंद्रीय नवीन एवं नवीकरणीय मंत्रालय द्वारा विभिन्न राज्यों के ऊर्जा/ बिजली /नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रियों की एक क्षेत्रीय कार्यशाला कार्यक्रम में बोल रहे थे। इस कार्यक्रम में राजस्थान के मुख्यमंत्री भजन लाल, केंद्रीय नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा मंत्री प्रहलाद जोशी सहित अन्य राज्यों के ऊर्जा और बिजली मंत्री भी मौजूद थे।

विज ने बताया कि ये सुझाव उनके द्वारा किसानों की जरूरतें जैसे कि जहां पर पानी गहरा है और 10 किलो वाट की मोटर नहीं चलती है, को मद्देनजर रखते हुए दिया गया है। उन्होंने बताया कि इसी प्रकार से किसानों के लिए भी कुसुम योजना भी चालू की गई है और हरियाणा ने अपने टारगेट को हिट किया है, बल्कि हम टारगेट के पास पहुंच चुके हैं ताकि हरियाणा का हर किसान अपने ट्यूबवेल को सोलर एनर्जी से चलाएं।

उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री जी ने सूर्य घर योजना दी है। इसे वे एक प्रकार से कम आय वालों को मुफ्त बिजली मानते है। यह उसका प्रेक्टिकल भी तरीका है कि हर घर के ऊपर हम प्रधानमंत्री सूर्य घर ऊर्जा योजना को लगाकर लोगों को सस्ती बिजली मुहैया कराई जा सके। इसमें सरकार सब्सिडी भी दे रही है और केंद्र सरकार 60 हजार दे रही है तथा हरियाणा सरकार ने पीएम सूर्य घर योजना को आगे बढ़ाने के लिए अपनी तरफ से 50 हजार रुपए पर देने का अपनी ओर से निर्णय किया हुआ है यानि 1,10,000 रुपए दिए जाते है और ये लागत के लगभग नजदीक है। इसमें कुछ पैसे ही लगाने होते हैं जब बैंक से लोन हो जाता है और बिजली मुफ्त हो जाती है।

उन्होंने बताया कि “यही है असली तरीका एक परिवार को मुफ्त बिजली मुहैया करवाने का तथा यह किसी को सहायता करने का एक तरीका है। उन्होंने उदाहरण देकर समझाते हुए कहा कि “एक व्यक्ति को भूख लगी उसको रोटी खिलाओ उस समय भूख मिट गई लेकिन दो घंटे के बाद फिर उस व्यक्ति की भूख लगी फिर से रोटी खिलाओ यानी समस्या वहीं की वहीं खड़ी है। अत: ये किसी को सहायता करने का एक तरीका  है। इसी प्रकार, एक व्यक्ति को भूख लगी, और उसको छोटा-मोटा रोजगार दिलाकर उसकी सहायता की दी गई कि अपनी कमाओ अपनी खाओ। यह दूसरा तरीका है और परमानेंट तरीका है”।

विज ने कहा कि इसलिए लोगों को मुफ्त की रेवड़ियां बांटने की बजाय लोगों को संबल बना देना चाहिए, ताकि उनको किसी के आगे हाथ पसारने की जरूरत न पड़े। यह केवल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सिखा हैं और कोई नहीं कर सकता। विज ने कहा कि प्रधानमंत्री सूर्य घर ऊर्जा योजना को हरियाणा में तेजी से लागू कर रहे हैं और इसका पूरा लाभ हम हर व्यक्ति तक पहुंचा सके। उन्होंने कहा कि इस योजना के तहत सोलर ऊर्जा को लगाकर हर व्यक्ति देश के निर्माण में बहुत अधिक सहयोग दे सकता है।  

उन्होंने कहा कि “हमारा आने वाला कल सूर्य ऊर्जा की ओर आंखें उठाकर देख रहा है क्योंकि सूर्य भी ऊर्जा का मुख्य स्त्रोत है। चाहे वह किसी भी प्रकार से हमें मिलती है। ये ऊर्जा हमें कोयले के फॉर्म में मिलती है, वह भी सूर्य के द्वारा मिलती है। पेट्रोल बनता है तो वह भी कई प्रक्रियाओं के अधीन बनता है लेकिन ये भी सूर्य की ही एनर्जी है”।

उन्होंने कहा कि मनुष्य भी अग्नि, जल, वायु, धरती और आकाश पांच तत्वों से मिलकर बना है। इसमें जो अग्नि तत्व है वो सूर्य है। जबकि बाकी स्त्रोतों  को मानव जाति ने काफी दोहन कर लिया है, लेकिन हमने अपने ही सुंदर ग्लोब को धूमिल भी कर लिया है। उन्होंने कहा कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सभी प्रयासों के बावजूद पर्यावरण को बचाने का जो काम होना चाहिए था और जितनी राष्ट्रीय-अंतराष्ट्रीय स्तर पर सफलता होनी चाहिए अभी उतनी नहीं मिली है। जबकि यूएनओ के तहत कई प्रकार के प्रतिबंध भी लगाए जाते है।

उन्होंने कहा कि मनुष्य जीवन के लिए इस धरती को पर्यावरण रहित और शुद्ध रखना बहुत ही आवश्यक है क्योंकि ऊर्जा के बिना भी आदमी नहीं रह सकता, कारखाने नहीं चल सकते, गाडिया नहीं चल सकती, बसे नहीं चल सकती, कारें नहीं चल सकती, ये भी उतनी ही आवश्यक है। इसलिए अब दुनिया ने और भारत में आदरणीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के मार्गदर्शन में सोलर एनर्जी की ओर बढ़ना आरम्भ कर दिया है और इस एनर्जी के बहुत स्त्रोत  है तथा इसको बहुत ही अच्छे ढंग से बढ़ाया जा सकता है।

उत्तर क्षेत्र के लिए आयोजित इस कार्यशाला के केन्द्र बिन्दु में पी एम सूर्या घर: मुफ्त बिजली योजना, नवीनीकरण ऊर्जा के अधिकतम इस्तेमाल, पी एम कुसुम योजना के सफल क्रियान्वयन व पवन चक्की विद्युत संयंत्रों के पुनरुद्धार पर चर्चा भी की गई।

इस अवसर पर हरियाणा बिजली निगमों को रूफटॉप सोलर के क्षेत्र में अद्वितीय कार्य करने व निर्धारित लक्ष्यों से अधिक क्षमता स्थापित करने के लिए प्रोत्साहन राशि देकर सम्मानित किया गया। जिसके तहत उत्तर हरियाणा बिजली वितरण निगम को वर्ष 2019-20, 2020-21, व 2021-22 के लिए क्रमशः 9.77 करोड़, 10.52 करोड़ व 11.89 करोड़ की प्रोत्साहन राशि प्रदान की गई। दक्षिण हरियाणा बिजली वितरण निगम को वर्ष 2019-20, 2020-21, 2021-22, 2022-23 व 2023-24 के लिए क्रमशः 11.16 करोड़, 8.01 करोड़, 13.92 करोड़, 9.58 करोड़ व 14.58 करोड़ की राशि प्रदान की गई। ऊर्जा मंत्री ने  केन्द्रीय मंत्री को आश्वस्त किया कि हरियाणा भविष्य में भी इसी उत्साह से नवीनीकरण ऊर्जा को बढ़ावा देने का कार्य करता रहेगा।  

इस मौके पर हरियाणा के नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा विभाग के महानिदेशक एस नारायण तथा ऊर्जा विभाग के कई वरिष्ठ अधिकारी व नवीन नवीकरणीय विभाग के अन्य अधिकारी उपस्थित थे।

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