चंडीगढ़, 13 दिसंबर। पंजाब के बागवानी मंत्री चेतन सिंह जौड़ामाजरा ने गुरदासपुर और पठानकोट के लीची किसानों की मुश्किलों के समाधान के लिए विभागों के अधिकारियों को तुरंत हर संभव प्रयास करने के निर्देश दिए हैं।
यहां एक बैठक की अध्यक्षता करते हुए कैबिनेट मंत्री ने किसानों द्वारा लीची के बागों के लिए अप्रैल और मई के पीक सीजन के दौरान रात के समय निरंतर 10 घंटे बिजली सप्लाई देने की मांग पर पी.एस.पी.सी.एल. के चीफ़ इंजीनियर सतिन्द्र शर्मा को हिदायत की कि वह किसानों की मांग को प्राथमिक आधार पर पूरी करें।
मंत्री ने जल संसाधन विभाग के सचिव चंदर गेंद को कहा कि वह सुनिश्चित बनाएं कि नहरों और माईनरों आदि की मरम्मत का काम समय पर पूरा किया जाए ताकि गर्मियों के मौसम में लीची बागबानों को निर्विघ्न नहरी पानी सप्लाई हो सके। उन्होंने कहा कि मार्च और अप्रैल के दौरान नहरी विभाग द्वारा नहरों की मरम्मत का काम शुरू करने से बाग़ों को नहरी पानी की सप्लाई नहीं मिलती और फल की उपज प्रभावित होती है।
जौड़ामाजरा ने पंजाब एग्रो के जनरल मैनेजर रणबीर सिंह को हिदायत की कि वह लीची के निर्यात की संभावनाएं तलाशें ताकि राज्य के साथ-साथ देश-विदेश में लीची के मंडीकरण को सुनिश्चित बनाया जा सके और बागबान अधिक लाभ कमा सकें। इसी तरह उन्होंने बैठक में मौजूद पंजाब कृषि यूनिवर्सिटी लुधियाना के वैज्ञानिकों को लीची की नई किस्में लाने और निर्यात आधारित पैकेजिंग को डिजाइन करने और उपलब्ध करवाने के लिए कहा।
किसानों द्वारा बाग़ों में सोलर सिस्टम लगाने की मांग पर मंत्री ने पेडा के ज्वाइंट डायरेक्टर राजेश बांसल को हिदायत की कि वह बाग़ों के लिए सोलर पम्प मुहैया करवाने के लिए कार्यवाही करें। उन्होंने कहा कि बाग़बानी विभाग की सिफ़ारिश पर बाग़बानों के लिए 500 से 1000 सोलर पम्पों की संख्या निर्धारित की जा
मंत्री ने विभाग कीं डायरेक्टर शैलेंद्र कौर को कहा कि वह सुनिश्चित बनाएं कि लीची एस्टेट में विशेष आऊटलैट के ज़रिए किसानों को सिफारिश की गईं अलग-अलग कीटनाशक/उल्लीनाशक दवाएँ मुहैया करवाई जाएं। मंत्री ने कहा कि वह लीची एस्टेट को अतिरिक्त फंड मुहैया करवाने के लिए आने वाले दिनों में वित्त मंत्री के साथ बैठक करेंगे। उन्होंने डायरेक्टर बागबानी को लीची उत्पादकों के लिए बीमा योजना तैयार करने के लिए नजदीकी भविष्य में बीमा कंपनियों के साथ बैठक कराने को भी कहा।
जौड़ामाजरा ने वन विभाग के अधिकारियों को लीची के बाग़ों के आस-पास कंटीली तार लगाने की योजना तैयार करने के लिए कहा।
मंत्री ने किसानों को कलस्टर बनाने और साझे तौर पर काम करने के लिए प्रेरित करते हुए कहा इस तरह करने से उनको उपज के लागत खर्चे घटाने में मदद मिलेगी।