चंडीगढ़, 27 अप्रैल। महिलाओं की स्वास्थ्य देखभाल में वृद्धि करने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए, पंजाब सरकार ने मोगा जिले में स्तन कैंसर संबंधी व्यापक स्क्रीनिंग कार्यक्रम शुरू करने के लिए युवराज सिंह यूवीकैन फाउंडेशन के साथ समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए हैं। यह समझौता स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. बलबीर सिंह की उपस्थिति में हस्ताक्षरित किया गया है।
स्वस्थ महिला स्वस्थ भारत (एसएमएसबी) पहल के तहत इस साझेदारी का उद्देश्य कैंसर का जल्द पता लगाने, जागरूकता और समय पर देखभाल तक पहुंच के माध्यम से राज्य में स्तन कैंसर की चिंताजनक बीमारी से निपटना है।
इस संबंध में चिंताजनक राष्ट्रीय आंकड़ों का हवाला देते हुए डॉ. बलबीर सिंह ने इस पहल की आवश्यकता पर जोर दिया। उन्होंने कहा, “भारत में हर चार मिनट में एक महिला को स्तन कैंसर होने का पता चलता है, और हर आठ मिनट में एक महिला इस बीमारी के कारण अपनी जान गंवा देती है। पंजाब सक्रिय स्वास्थ्य देखभाल उपायों के माध्यम से इस रुझान को बदलने के प्रति दृढ़ है।”
इस कार्यक्रम के प्रति सरकार की प्रतिबद्धता पर जोर देते हुए, स्वास्थ्य मंत्री ने कहा, “यूवीकैन फाउंडेशन के साथ हमारी साझेदारी और मोगा में एसएमएसबी कार्यक्रम को लागू करना हमारे गैर-संचारी रोग नियंत्रण ढांचे को मजबूत करने संबंधी हमारे प्रयासों में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है। हम यह सुनिश्चित करने के लिए समर्पित हैं कि मोगा में महिलाओं के लिए अत्याधुनिक स्क्रीनिंग तकनीकों और समय पर देखभाल तक पहुंच सुनिश्चित की जाए।”
यूवीकैन फाउंडेशन (सीएआर भागीदार शियोमी टेक्नोलॉजी इंडिया प्राइवेट लिमिटेड) का एसएमएसबी कार्यक्रम एक बहुआयामी दृष्टिकोण का लाभ उठाएगा जिसमें सामुदायिक जागरूकता मुहिम, स्तन की स्व-जांच के बारे में प्रशिक्षण, नवीन आईबीई डिवाइस का उपयोग करके स्क्रीनिंग, निदान के लिए रेफरल लिंकेज, प्रौद्योगिकी-संचालित निगरानी प्रणाली और स्वास्थ्य देखभाल कर्मचारियों के लिए क्षमता निर्माण शामिल है।
कैंसर का जल्द पता लगाने के प्रभाव के बारे में बोलते हुए, स्वास्थ्य मंत्री ने कहा, “आंकड़े स्पष्ट रूप से दर्शाते हैं कि कैंसर का जल्द पता लगाने से जीवित रहने की दर में काफी सुधार होता है और इलाज की लागत घटती है। यह अस्वीकार्य है कि 70 प्रतिशत स्तन कैंसर के मरीजों का पता एडवांस स्टेज पर लगाया जाता है। इस पहल के माध्यम से, हमारा उद्देश्य मोगा में उस रुझान को बदलना है और यह सुनिश्चित करना है कि अधिक से अधिक महिलाओं में कैंसर का जल्द और अधिक इलाज योग्य स्टेज पर पता लगाया जा सके।”
स्वास्थ्य मंत्री ने “यूवीकैन फाउंडेशन के साथ भविष्य में मिलकर काम करने की उम्मीद और प्रतिबद्धता का संदेश दिया। उन्होंने आगे कहा कि इस पहल से मोगा की महिलाओं के जीवन में वास्तविक फर्क लाया जा सकेगा। उन्होंने आगे कहा कि राज्य सरकार का लक्ष्य जानें बचाना, इस बीमारी का समय पर पता लगाना और पंजाब में सभी महिलाओं के लिए एक स्वस्थ भविष्य बनाना है। यह समझौता महिलाओं के स्वास्थ्य और कल्याण के प्रति राज्य सरकार की अटूट प्रतिबद्धता को दर्शाता है।”
डॉ. बलबीर सिंह ने कहा कि यह कार्यक्रम मोगा में स्तन संबंधी जांच सेवाएं स्थापित करने, राज्य के मौजूदा एनसीडी नियंत्रण कार्यक्रमों में एसएमएसबी प्रोटोकॉल को एकीकृत करने और यह सुनिश्चित करने पर केंद्रित होगा कि स्वास्थ्य देखभाल प्रदाता स्तन कैंसर के मामलों को प्रभावी ढंग से निपटने के लिए अच्छी तरह से प्रशिक्षित हैं। सार्वजनिक स्वास्थ्य अधिकारियों के साथ सहयोग और सामुदायिक जागरूकता मुहिम पहल की सफलता का मुख्य केंद्र होंगी।
इस अवसर पर स्वास्थ्य मंत्री की उपस्थिति में दो और समझौतों पर भी हस्ताक्षर किए गए। समझौतों में प्राथमिक देखभाल नवाचार इकाई की स्थापना के लिए स्वास्थ्य डिजिटल हेल्थ फाउंडेशन शामिल है जिसके तहत स्वास्थ्य एलायंस स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग के अंदर प्राथमिक देखभाल नवाचार इकाई की स्थापना का समर्थन करेगा जिसके माध्यम से राज्य में नवीन समाधानों को संचालित किया जा सकता है।
कैन सपोर्ट संस्था के साथ उपशामक देखभाल संबंधी एक और समझौता हस्ताक्षरित किया गया, इसके माध्यम से संस्था पंजाब राज्य में स्टेट पैलिएटिव केयर नीति को लागू करने में स्वास्थ्य विभाग का समर्थन करेगी।इस अवसर पर मौजूद मुख्य अधिकारियों में प्रमुख सचिव स्वास्थ्य कुमार राहुल, विशेष सचिव
स्वास्थ्य-कम-एमडी, एनएचएम घनश्याम थोरी, डायरेक्टर स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण डॉ. हितिंदर कौर, डायरेक्टर स्वास्थ्य सेवाएं (परिवार कल्याण) डॉ. जसमिंदर, सहायक डायरेक्टर कम स्टेट प्रोग्राम ऑफिसर (एनपी-एनसीडी) डॉ. गगनदीप सिंह ग्रोवर और सहायक डायरेक्टर डॉ. बलविंदर कौर शामिल थे।