चंडीगढ़, 22 जून। हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह ने संत कबीर दास जी के 626 वें प्रकाश पर्व पर उन्हें नमन करते हुए प्रदेश के गरीब तबके के लिए कई घोषणाएं कीं।
इनमें गोहाना में संत कबीर के नाम से चौक का निर्माण, गोहाना धानक शिक्षा सभा को लाइब्रेरी व लंगर हाल का निर्माण के लिए 31 लाख रुपये की राशि, भूमि उपलब्ध होने पर रोहतक-जींद रोड पर बाईपास का निर्माण और सरकारी नौकरियों में बैकलाग को जल्द से जल्द पूरा किया करना शामिल है। इसके अलावा प्रथम व द्वितीय श्रेणी की पदोन्नति में आरक्षण का लाभ देने के लिए न्यायालय में सरकार द्वारा पूरजोर पैरवी करने का आश्वासन दिया।
मुख्यमंत्री आज सोनीपत के गोहाना में आयोजित राज्यस्तरीय संत कबीरदास जयंती समारोह में जनसमूह को बतौर मुख्य अतिथि संबोधित कर रहे थे। इससे पहले मुख्यमंत्री ने संत कबीर दास जी के चित्र पर पुष्प अर्पित कर नमन किया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि डबल इंजन की सरकार संत कबीर दास की शिक्षाओं व दिखाए गए मार्ग पर चलते हुए सर्व समाज के हित में काम कर रही है। गरीब व्यक्ति को आर्थिक व सामाजिक रूप से मजबूत बनाने के लिए सरकार ने कई कल्याणकारी य़ोजनाएं चला रखी हैं।
कबीर जी के दोहों के एक-एक शब्द है प्रेरणादायक
उन्होंने कहा कि संत कबीर जी का पूरा जीवन समाज में फैले अंधविश्वास, जात-पात व रूढ़िवादी परंपराओं को समाप्त करने के लिए समर्पित रहा, ताकि समस्त समाज का निर्माण हो। उन्होंने कहा कि कबीर जी के दोहों के एक-एक शब्द प्रेरणादायक है और हमें जीवन में आगे बढ़ने की प्रेरणा देते हैं। उनकी शिक्षाओं में संस्कृति और संस्कार भी है।
विरोधी दलों पर बरसे मुख्यमंत्री
उन्होंने कहा कि संत कबीर सर्वधर्म संभाव के प्रतीक हैं। हमारे देश में विभिन्न जाति, संप्रदाय के मानने वाले लोग रहते हैं और सभी के हृदय में भगवान का वास है। इसलिए हमें बिना भेदभाव के मानवता से प्रेम करना चाहिए। परंतु उन्हें दुख हैं कि कई राजनीतिक दल महापुरुषों के नाम पर भी राजनीति करके समाज में भेदभाव फैलाने का काम कर रहे हैं, ताकि वे अपने राजनीतिक स्वार्थ को पूरा कर सके। ऐसे लोगों से सतर्क रहने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि एक नागरिक के तौर पर सभी संवैधानिक अधिकार देने की रचना करने वाले संविधान निर्माता भारत रत्न डा. भीम राव आंबेडकर के दर्शन को भी उन्होंने नहीं बख्शा और संविधान बदलने का दुष्प्रचार किया। उन्होंने कहा कि संविधान कोई किताब मात्र नहीं बल्कि भारत माता की आत्मा है, लेकिन राजनीतिक स्वार्थ के लिए गलत प्रचार करके लोगों को गुमराह कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि कई राजनीतिक दलों को देश में शांति और विकास नहीं भाता है, बल्कि उन्हें भेदभाव व अशांति चाहिए। उनका मानना है कि देश में जितनी अशांति और भेदभाव होगा। उतना ही उन्हें राजनीतिक लाभ मिलेगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि महापुरुषों की जीवनी व शिक्षाओं को जन-जन तक पहुंचाने के लिए प्रदेश सरकार ने महापुरुष सम्मान प्रचार-प्रसार योजना लागू की है, जिसके तहत महापुरुषों की जयंतियां को सरकारी स्तर पर मनाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि पिछले 10 वर्षों में नरेंद्र मोदी ने सबका साथ-सबका विकास, सबका प्रयास के मूल मंत्र को अपनाते हुए देश को आगे बढ़ाया है। उन्हीं से प्रेरित होकर प्रदेश सरकार ने हरियाणा एक हरियाणवी एक के संकल्प को लेकर अंत्योदय भावना के साथ संवैधानिक व नैतिक दायित्व को निभाते हुए गरीबों के कल्याण के कार्य किए हैं, ताकि वे समाज की मुख्यधारा में जुड़ सकें।
मुख्यमंत्री ने कहा कि गरीब व्यक्ति भूखा पेट न सोए इसके लिए सरकार ने कई कदम उठाए हैं। उन्होंने बताया कि कांग्रेस सरकार ने गरीबों को 100-100 गज के प्लाट देने का वादा किया था, ज्यादातर लाभार्थियों को न प्लाट दिया और न कब्जा पत्र उपलब्ध कराए। परंतु हमारी सरकार ने 20 हजार ऐसे लाभार्थियों को चिन्हित किया और हाल ही में सोनीपत में आयोजित कार्यक्रम में 7000 से अधिक लाभार्थियों को मौके पर कब्जा पत्र सौंपे थे। शेष बचे हुए लाभार्थी जिनके गांव में पंचायत की जमीन उपलब्ध नहीं है उन्हें 100 गज का प्लाट खरीदने के लिए एक-एक लाख रुपये की वित्तीय सहायता उनके खाते में डाली जाएगी। इसके अलावा योजना के तहत नए लाभार्थियों की सहायता के लिए पोर्टल शुरू किया है। पंजीकृत लाभार्थियों के सत्यापन के बाद उन्हें भी प्लाट दिए जाएंगे।
उन्होंने बताया कि पिछले 10 वर्षों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गरीबों को छत मुहैया कराने के लिए प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत 4 करोड़ मकान बनाकर दिए हैं। तीसरी बार प्रधानमंत्री बनते ही मोदी ने अगले पांच वर्षों में 3 करोड़ मकान बनाकर देने का संकल्प किया है।
उन्होंने कहा कि सरकार ने ई-गवर्नेंस के क्षेत्र में अनेक पहल की है, अब घर बैठे ही लोगों को सरकारी योजनाओं का लाभ मिल रहा है।
किसी भी गरीब के साथ नहीं होने दूंगा अन्याय- मुख्यमंत्री
मुख्यमंत्री ने लोगों को आश्वासन दिया कि किसी भी पात्र व्यक्ति को सरकारी योजनाओं के लाभ से वंचित रहने दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि किसी भी गरीब से अन्याय नहीं होने देंगे। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को भी सचेत किया है कि वे अपने व्यवहार में बदलाव लाएं। किसी भी प्रकार की शिकायत सहन नहीं की जाएगी।
उन्होंने सभी जिलों के डीसी व एसपी को निर्देश दिए हैं कि वे प्रतिदिन सुबह 9 से 11 बजे तक लोगों की शिकायतों के समाधान के लिए समाधान शिविर लगाएं, ताकि लोगों को राहत मिल सके। वे स्वयं हर रोज 22 जिलों की प्रगति रिपोर्ट की मॉनिटरिंग कर रहे हैं। इसके अलावा कोई भी व्यक्ति अपनी समस्या को लेकर किसी भी समय चंडीगढ़ में उनके संत कबीर कुटीर निवास में आ सकते हैं।