चंडीगढ़, 26 अप्रैल। पंजाब पुलिस की एंटी गैंगस्टर टास्क फोर्स (एजीटीएफ) ने केंद्रीय एजेंसियों और जम्मू-कश्मीर पुलिस के साथ साझे ऑपरेशन में दोनों राज्यों के अलग-अलग हिस्सों में गैंगस्टर चरनजीत सिंह उर्फ राजू शूटर जोकि सिविल अस्पताल तरनतारन से फरार था और उसके 10 गुर्गों को गिरफ्तार किया है।
यह जानकारी पंजाब के डीजीपी गौरव यादव ने दी। उन्होंने बताया कि ऑपरेशन 48 घंटे तक चला।
उन्होंने बताया कि पुलिस टीमों ने आरोपियों से डबल बैरल राइफल और तीन पिस्टल समेत 26 जिंदा कारतूस बरामद किए हैं।
जानकारी के मुताबिक गैंगस्टर राजू शूटर माझा क्षेत्र में मुख्य तौर पर तरनतारन, अमृतसर और अमृतसर ग्रामीण समेत जिलों में सक्रिय एक संगठित अपराधी गिरोह का सरगना है। सभी आरोपी इरादत्न कत्ल, डकैती, नशा तस्करी समेत आपराधिक गतिविधियों में शामिल थे।
यादव ने बताया कि पिछले साल सितंबर में इस गिरोह द्वारा गांव ढोटियां, तरनतारन में बैंक को लूटने की असफल कोशिश की थी। घटना में आरोपियों द्वारा गोलीबारी के दौरान एक पुलिस कर्मचारी गंभीर रूप में जख़़्मी हो गया था। 16 अप्रैल को राजू शूटर के साथी सिविल अस्पताल तरनतारन जहां उसका इलाज चल रहा था, से उसे फरार करके ले गए थे।
यादव ने बताया कि इनपुट मिलने पर एडीजीपी प्रमोद बान के नेतृत्व वाली एजीटीएफ पंजाब ने गैंगस्टर राजू शूटर और उसके गुर्गों का पता लगाने के लिए एआईजी सन्दीप गोयल की निगरानी अधीन 12 पुलिस टीमें गठित कीं।
इस मामले में जम्मू-कश्मीर पुलिस व केंद्रीय एजेंसियों की मदद ली गई। 48 घंटे से अधिक समय तक चले ऑपरेशन में पंजाब और जम्मू-कश्मीर के अलग-अलग हिस्सों से गैंगस्टर राजू शूटर और उसके 10 गुर्गों को गिरफ्तार किया गया।
एआईजी संदीप गोयल ने बताया कि प्राथमिक जांच से पता लगा है कि राजू शूटर के छह गुर्गों ने उसे अस्पताल से भागने में मदद की थी।उन्होंने बताया कि राजू शूटर को अस्पताल से भागने में मदद करने वाले छह आरोपियों में से पुलिस ने तीन गुलाब सिंह, हुसनप्रीत सिंह और अमृतपाल सिंह उर्फ चिड़ी को गिरफ़्तार कर लिया है, जबकि बाकी तीन सहायकों को गिरफ्तार करने के लिए छापेमारी की जा रही है।