चंडीगढ़, 26 अप्रैल। पंजाब के मुख्य सचिव अनुराग वर्मा ने आज खन्ना अनाज मंडी का दौरा करके गेहूं की चल रही खरीद प्रक्रिया का जायजा लिया। उन्होंने समूह खरीद एजेंसियों को हिदायत की कि मंडियों में किसानों को किसी भी मुश्किल का सामना न करना पड़े।
वर्मा ने बताया कि मौजूदा सीजन के दौरान राज्य की मंडियों में 132 लाख मीट्रिक टन गेहूं की आमद होने की संभावना है। इसमें से कल शाम तक मंडियों में 66.8 लाख मीट्रिक टन गेहूं की आमद हो चुकी है, भाव मंडियों में संभावित आमद की अपेक्षा आधी फसल की आमद हो चुकी है। इसमें से 91 फीसद भाव 60.9 लाख मीट्रिक टन पहले ही खरीदी जा चुकी है। वर्मा ने कहा कि मंडी में गेहूं की आमद के 24 घंटों के अंदर-अंदर फसल की साफ-सफाई, खरीद और तौल किया जा रहा है। इसके बाद किसान मंडी से जा सकते हैं। खरीद के 48 घंटों के अंदर किसानों के खातों में न्यूनतम समर्थन मूल्य के अंतर्गत भुगतान किया जा रहा है।
उन्होंने बताया कि खरीद के 48 घंटों के अंदर-अंदर भुगतान करने के नियमों के अनुसार किसानों को 7950 करोड़ रुपए की अदायगी की जानी बाकी है। इसके उलट किसानों को 9170 करोड़ रुपए की अदायगी पहले ही की जा चुकी है। इसका भाव कई मामलों में किसानों को 48 घंटे से पहले ही अदायगी की गई है। अब तक 4 लाख से अधिक किसानों को अदायगी की जा चुकी है। मुख्य सचिव ने किसानों के साथ बातचीत भी की।
वर्मा ने बताया कि कटाई में देरी होने के कारण मंडियों में गेहूं की आमद शुरू में धीमी थी और अचानक आमद तेज हो गई, परन्तु राज्य सरकार इस सम्बन्धी दिन-रात काम कर रही है, जिससे किसानों को मंडियों में किसी किस्म की कोई दिक्कत पेश न आए। पिछले साल एक दिन में फसल की सबसे अधिक लिफ्टिंग 4.8 लाख मीट्रिक टन थी। इसके मुकाबले कल फसल की लिफ्टिंग इस हद को पार कर 5.5 लाख मीट्रिक टन तक पहुंच गई।
मुख्य सचिव ने कहा कि वे डिप्टी कमिश्नरों से वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए प्रगति का जायजा ले रहे हैं। उन्होंने समूह डिप्टी कमिश्नरों को रोजाना मंडियों का दौरा करने और फसल की लिफ्टिंग को 6.5 लाख मीट्रिक टन प्रतिदिन तक बढ़ाने के निर्देश दिए हैं।
वर्मा ने कहा कि राज्य सरकार मंडियों में किसानों की फसल की तुरंत खरीद और उनको 48 घंटों के अंदर- अंदर अदायगी सुनिश्चित बनाने के लिए प्रतिबद्ध है। यदि किसी भी किसान को खरीद प्रक्रिया या अदायगी सम्बन्धी कोई समस्या आती है तो वह सरकार के टोल फ्री नंबर 1100 पर सूचना दे सकता है। किसान द्वारा दी गई सूचना पर तुरंत कार्यवाही की जाएगी।इस मौके पर अन्यों के अलावा निदेशक खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति पुनीत गोयल, डिप्टी कमिश्नर लुधियाना साक्षी साहनी एस.एस.पी. खन्ना अमनीत कौंडल भी मौजूद थे।