चंडीगढ़, 15 जनवरी। आम आदमी पार्टी के सीनियर वाइस प्रेसिडेंट अनुराग ढांडा ने बेरोजगारी के मुद्दे पर खट्टर सरकार पर निशाना साधा।
ढांडा ने कहा कि हरियाणा पिछले कई सालों से बेरोजगारी में लगातार नंबर वन बना हुआ है। बेरोजगारी की ये समस्या गंभीर रूप लेती जा रही है। अभी कुछ दिन पहले सिरसा में तीन युवकों की नशे से मौत हो गई। हर रोज युवाओं के नशे की चपेट में आने की खबरें आ रही हैं जो बेहद चिंताजनक है। प्रदेश में 25 लाख युवा बेरोजगार हैं और जो सरकार हरियाणा के युवाओं को नौकरी में 75% आरक्षण का जुमला फेंक कर सत्ता में आई। उनका 75% आरक्षण का कानून इतना कमजोर था कि वो कोर्ट में धाराशायी हो गया। लेकिन हरियाणा के 75% युवाओं को रोजगार मिले ऐसी सरकार की मंशा कभी थी ही नहीं।
उन्होंने कहा कि इस सरकार में हुई कुछ भर्तियों के आंकड़े बताते हैं कि कृषि विभाग के 600 एडीओ के पदों के लिए भर्ती निकली थी। उनमें से भी केवल 50 का ही चयन हुआ, 550 पोस्ट ऐसे ही खाली रह गई। भर्ती में जनरल केटेगरी के 23 पदों में से 16 पदों पर हरियाणा से बाहर के उम्मीदवारों को सेलेक्ट किया गया। यानी 70% सिलेक्शन बाहर के युवाओं का था। 2021 में हुई एसडीओ इलेक्ट्रिकल की भर्ती में 99 लोगों को सेलेक्ट किया गया था। इनमें 77 बाहर के थे और सिर्फ 22 हरियाणा के थे। यानी 78% बाहर के सेलेक्शन हुए। लेक्चरर ग्रुप-बी (टेक्निकल एजुकेशन) की भर्ती में 157 में से 103 अभ्यर्थी हरियाणा से बाहर के सेलेक्ट हुए थे। यानी 66% सेलेक्शन हरियाणा के बाहर के अभ्यर्थियों का हुआ। साल 2019 में असिस्टेंट प्रोफेसर पॉलिटिकल साइंस की भर्ती में 18 में से 11 उम्मीदवार बाहरी थे। यानी 61% बाहर के सेलेक्शन हुए। इसके अलावा एचसीएस भर्ती 2021 में 34 लोग बाहरी चयनित हुए।
उन्होंने कहा कि हरियाणा अकेला ऐसा प्रांत है, जहां स्टाफ नर्स व वेटेरिनरी की पोस्ट के लिए हरियाणा नर्सिंग रजिस्ट्रेशन काउंसिल व हरियाणा वेटरनरी रजिस्ट्रेशन काउंसिल का पंजीकरण अनिवार्य नहीं, जबकि दूसरे प्रदेशों में प्रांतीय काउंसिल का रजिस्ट्रेशन अनिवार्य है। नतीजा यह है कि बाहर के युवा हरियाणा में नर्सिंग व वेटरनरी में भर्ती हो रहे हैं और हरियाणा के युवाओं को न हरियाणा में जगह मिलती और न बाहर। पहले सरकार ने कोर्ट में हलफनामा दिया कि बाहर के आवेदकों को भी सामाजिक आर्थिक आधार पर जो 20 अंक दिए जाते हैं वो उनको भी दिए जाएंगे। जिससे हरियाणा के गरीब और पिछड़े युवा का अधिकार मारा गया। अब हरियाणा सरकार ने नया फैसला करके हरियाणा के डोमिसाइल की जरूरत को भी खत्म कर दिया है। इससे हरियाणा की सभी नौकरियों पर बाहरी उम्मीदवारों का कब्जा हो जाएगा। अब सीएम खट्टर बताएं कि हरियाणा के युवा कहां जाएं और किससे नौकरी मांगे?
उन्होंने कहा कि हरियाणा सरकार ने युवाओं के लिए कोई ऐसा रास्ता नहीं छोड़ा जिससे उनको रोजगार मिल सके और हरियाणा में लगातार बाहर के लोगों को ही नौकरियों में तरजीह दी जा रही है। खट्टर सरकार ये काम पूरा सुनियोजित तरीके से कर रही है। जहां पर सरकार को लगता है कि निश्चित संख्या में नौकरी के अंदर नहीं आ पा रहे हैं तो वहां पर पोस्ट खाली चली जाती हैं। लेकिन उन नौकरियों को किसी भी हालत में भरा नहीं जाता। उन्होंने कहा कि हरियाणा के सरकारी महकमों में जो लोग काम करते हैं उनके रेश्यो को जानबूझकर खराब करने की कोशिश की जा रही है। ये भाजपा की सुनियोजित साजिश के तहत हो रहा है।
उन्होंने कहा कि यदि दुष्यंत और खट्टर सरकार को बाहर के लोगों को ही इतनी नौकरी देना चाहती है तो अगला चुनाव हरियाणा से नहीं हरियाणा के बाहर जाकर ही कहीं से लडें। क्योंकि हरियाणा के युवा तो इस बार इनकी जमानत जब्त कराने के मूड में हैं। इस सरकार में 40 से ज्यादा पेपर लीक हो चुके हैं, एक भी भर्ती अपने मुकाम तक नहीं पहुंच पाई। इस सरकार में हरियाणा का युवा परेशान है। उन्होंने सीएम खट्टर क्यों 25 लाख युवाओं को सड़क पर भटकने के लिए मजबूर कर रहे हैं? क्यों हरियाणा के युवाओं को बेरोजगार रखना चाहते हैं? हरियाणा सरकार क्यों युवाओं को नशे की गर्त में धकेल रही है?
उन्होंने पत्रकारों के सवालों के जवाब देते हुए मुख्यमंत्री खट्टर पर निशाना साधते हुए कहा कि सीएम विधानसभा में खड़े होकर गीता की झूठी कसम खाते हैं कि वे एक भी भ्रष्टाचारी को नहीं बख्शेंगे, बल्कि उन्होंने भ्रष्टाचार में लिप्त अधिकारियों को नई नई पोस्टिंग दी और उन्हें पदों से नवाजने का काम किया। वहीं उन्होंने लोकसभा चुनावों को लेकर भी बड़ा बयान दिया। उन्होंने कहा कि अगर कांग्रेस और आम आदमी पार्टी मिलकर लोकसभा चुनाव लड़ेंगे तो सभी 10 सीटों पर भाजपा को हराने का माद्दा रखते हैं। अकेले दम पर कांग्रेस के लिए भाजपा को हराना नामुमकिन है। ये आम आदमी पार्टी है जिसने पंजाब और दिल्ली में बीजेपी को हाशिए पर लाकर खड़ा कर दिया।