चंडीगढ़। क्राफ्ट्स मेला अपने अमिट यादों के साथ रविवार को संपन्न हो गया। 1 दिसंबर को शुरू हुए इस मेले की 10 दिवसीय यात्रा रविवार को पंजाबी गायक प्रभ गिल की लाइव परफॉर्मेंस के साथ पूरी हुई । मेले ने इस साल भीड़ ने अनेक आयामों में नया कीर्तिमान स्थापित किया। लगभग प्रतिदिन भारी संख्या में लोग मेला पहुंचे और जमकर आनंद लिया। खासकर वीकेंड पर तो मेला प्रेमियों व दुकानदारों के लिए बेहद खास रहा। आखिरी दिन रविवार को भी मेला पूरे शबाब पर था। हर तरफ दर्शनार्थियों की भीड़ नजर आयी।
उत्तर क्षेत्र सांस्कृतिक केंद्र (एनजेडसीसी) और चंडीगढ़ प्रशासन के संयुक्त उद्यम, 10 दिवसीय चंडीगढ़ राष्ट्रीय शिल्प मेले में सुंदर और पारंपरिक रूप से स्थापित स्टालों पर बनारसी रेशम, दिल्ली और उत्तर प्रदेश के सूती वस्त्र, गुजरात और राजस्थान के आभूषण, कालीन, टेराकोटा और मिट्टी के बर्तनों की वस्तुएं और पश्चिम बंगाल के सूखे फूल जैसे उत्पादों की एक श्रृंखला प्रदर्शित की गई। जहां ट्राइसिटी के लोगों ने जमकर खरीदारी की।
दिनभर चले कार्यक्रमों ने जीता दिल:
इस 13वें कलाग्राम शिल्प मेले में रविवार को सुबह का सत्र जम्मू कश्मीर के कलाकारो के लोक नृत्य धमाली की प्रस्तुति से शुरु हुआ। इसके बाद मिजोरम का लोक नृत्य चिरो, उत्तराखंड के कलाकारों की ओर से छपेली, हरियाणा के कलाकारों की ओर से घूमर,, मणिपुर का थांगटा और पंजाब के कलाकारों द्वारा भांगड़ा की प्रस्तुति दी गई। इस दौरान मेले में आए कई दर्शक भी कलाकारों के साथ खुद को थिरकने से रोक नहीं पाए। वहीं दोपहर के सत्र में सुखविंदर सुक्खी की ओर से पंजाबी लोक गायन की प्रस्तुति हुई। जिसमें सुखविंदर सुक्खी ने सानू छड़ के वेख लयी और जट्ट दा पसंद मुंडा कर ले आदि गीत गाए।
मेले में शाम के सत्र में मेघालय का लोक नृत्य वांगला, हिमाचल प्रदेश के कलाकारों की ओर से सिरमौरी नाटी, जम्मू-कश्मीर की ओर से गीतरु, पश्चिम बंगाल के कलाकारों द्वारा राईबेंसे, त्रिपुरा का लोक नृत्य होजागिरी, लद्दाख का लोकनृत्य बाल्टी, दादरा एवं नगर हवेली के कलाकारों की ओर से माछी, असम के कलाकारो द्वारा बिहू, उत्तर प्रदेश का लोक नृत्य मयूर और मणिपुर के कलाकारो द्वारा लाई हरोबा आदि की प्रस्तुति हुई। वहीं शाम को म्यूजिकल नाइट में पंजाबी गायक प्रभ गिल की प्रस्तुति के साथ ही न भुलने वाली यादों के साथ रविवार को 13वें कलाग्राम शिल्प मेले का समापन हो गया।
साइबर क्राइम से बचने के लिए मेले में पुलिस वैन कर रही जागरूक
चंडीगढ़ के सेक्टर-17 स्थित पुलिस स्टेशन साइबर क्राइम की ओर से मेले में साइबर स्वच्छता मिशन के तहत एक जागरूकता वैन खड़ी की गई है। इन वैन और पम्फलेट की मदद से साइबर क्राइम से बचने और साइबर क्राइम के हेल्पलाइन नंबर 1930 की जानकारी भी दी जा रही है। कुछ पुलिस कर्मचारियों और इंटर्न की ओर से मेले में साइबर बुलिंग को लेकर भी लोगों को जागरूक किया जा रहा है। क्योंकि शहर में तेजी से साइबर अपराध के मामले बढ़ते जा रहे हैं।
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म्यूजिकल नाइट में प्रभ गिल के गीतों ने बांधा समां
मशहूर पंजाबी गायक प्रभ गिल ने अपने पंजाबी गाने मेरे कोई, शुक्र दातेया, तारेयां दे देश, किस्मत, लव यू ओये जैसे गानों से मंच पर धूम मचा दी। इस दौरान उन्होने कहा कि संगीत का कोई सीमित दायरा नहीं होता है। इसका रिश्ता आत्मा से होता है। इसी तरह मेलों के जरिए देश की विभिन्न संस्कृतियों और संगीत से लोगों को रूबरू होने का मौका मिलता है। इस दौरान प्रभ गिल ने अपने लेटेस्ट गानों के साथ पुराने गाने भी गाए। इसके अलावा लोगों ने गिल से अपने कई पसंदीदा गाने भी गवाएं।
चंडीगढ़ क्राफ्ट मेले के समापन पर इस मेले की योजना बनाने और उसमें रचनात्मक नवाचार करने वाले उत्तर क्षेत्र सांस्कृतिक केंद्र के निदेशक फुरकान खान ने मेले के सफल होने पर चंडीगढ़ की कलाप्रेमी जनता का आभार प्रकट किया । उन्होंने चंडीगढ़ प्रशासन और विशेष रूप से कला एवं संस्कृति विभाग के सचिव हरी कालीकट और निदेशक सौरव अरोड़ा का भी आभार जताते हुए मेले में सहयोग हेतु मेयर चंडीगढ़, नगर निगम की आयुक्त आनंदिता मित्रा, चंडीगढ़ पोलिस, इंजीनियरिंग विभाग और उत्तर क्षेत्र सांस्कृतिक केंद्र की मज़बूत टीम को भी धन्यवाद दिया जिन्होंने रात दिन एक करके इस मेले को सफल बनाया । चंडीगढ़ ललित कला अकादमी और चंडीगढ़ संगीत नाटक अकादमी के सहयोग हेतु भी उनके द्वारा आभार व्यक्त किया गया । वो इस बात से भी संतुष्ट और आभारी थे कि सभी कलाकारों ने चाहे वो लोक कलाकार हों या मुख्य गायक सभी ने अपनी प्रस्तुतियां से समां बांधा और शिल्पकार और दस्तकारों ने अपने हुनर से मेले में चार चांद लगाए । जनसंपर्क विभाग के अधिकारियों ने भी मेले में बहुत सहयोग किया ।