सैनी बोले — बेटियों की शिक्षा से देश और समाज आगे बढ़ता हैसैनी बोले — बेटियों की शिक्षा से देश और समाज आगे बढ़ता है

चंडीगढ़, 14 अक्तूबर। हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने कहा कि शिक्षा किसी भी देश व समाज की सच्ची शक्ति होती है। जब बेटियां पढ़ती हैं तो पूरा परिवार, पूरा समाज और पूरा देश आगे बढ़ता है। इसलिए ही प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्रव्यापी बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ अभियान शुरू किया था। सेठ नवरंग राय लोहिया जयराम कन्या महाविद्यालय जैसी संस्थाएं प्रधानमंत्री के इसी विजन को आगे बढ़ाने का काम कर रही हैं।

मुख्यमंत्री मंगलवार को सेठ नवरंग राय लोहिया जयराम कन्या महाविद्यालय लोहार माजरा, कुरुक्षेत्र की रजत जयंती समारोह में बतौर मुख्य अतिथि बोल रहे थे। इससे पहले मुख्यमंत्री ने दीप शिखा प्रज्वलित कर कार्यक्रम का विधिवत रूप से शुभारंभ किया। इस दौरान मुख्यमंत्री व अन्य अतिथियों ने श्री जयराम शिक्षण संस्थान के 25 वर्षों की गतिविधियों पर आधारित स्मारिका का विमोचन भी किया। श्री नायब सिंह सैनी को जयराम शिक्षण संस्थानों के चेयरमैन परम पूज्य ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी महाराज ने स्मृति चिन्ह और शॉल भेंट कर सम्मानित किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने सेठ नवरंग राय लोहिया जयराम कन्या महाविद्यालय संस्थान को 21 लाख रुपए देने की घोषणा की।

मुख्यमंत्री ने कहा कि आज वे ऐसे सरस्वती मंदिर में आए हैं, जो 25 वर्षों से ग्रामीण क्षेत्र की बेटियों को शिक्षित और स्वावलंबी बनाने का काम कर रहा है। शिक्षण संस्था के जीवन में 25 वर्ष केवल एक संख्या नहीं, बल्कि संघर्ष, समर्पण और सफलता का एक लंबा इतिहास है। उन्होंने कहा कि परम पूज्य ब्रह्मलीन देवेंद्र स्वरूप ब्रह्मचारी की ही प्रेरणा से स्वर्गीय मोहन लाल लोहिया ने इस जमीन पर अपने पिता की याद में यह कॉलेज बनवाया था। जिस समय इस कॉलेज की नींव रखी गई थी, उस समय गांवों में बेटियों की शिक्षा के प्रति जागरूकता नहीं थी। यह कॉलेज आज आस-पास के ग्रामीण क्षेत्रों की हजारों बेटियों के उज्ज्वल भविष्य की आधारशिला है।

उन्होंने कहा कि यहां की छात्राओं ने शिक्षा के क्षेत्र के साथ-साथ खेल, सांस्कृतिक गतिविधियों, सामाजिक उत्तरदायित्व और शोध के क्षेत्र में भी उल्लेखनीय उपलब्धियां प्राप्त की हैं। यहां से पढ़ी लिखी बेटियां आज राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ख्याति प्राप्त कर चुकी हैं। उन्होंने कहा कि सेठ नवरंग राय लोहिया जयराम गर्ल्स कॉलेज जैसी संस्थाएं हरियाणा प्रदेश और हमारे समाज की सच्ची धरोहर हैं, जो विकसित हरियाणा के निर्माण में महान योगदान दे रही है।

पिछले 11 वर्षों में प्रदेश में 80 नए राजकीय कॉलेज खोले, इनमें 30 केवल लड़कियों के लिए

श्री नायब सिंह सैनी ने कहा कि बेटियों की शिक्षा के मार्ग में सबसे बड़ी बाधा शिक्षण संस्थानों का घर से काफी दूर होना रहा है। सरकार ने यह सुनिश्चित किया है कि बेटियों को हर 20 किलोमीटर के दायरे में कॉलेज जरूर मिले। इसके लिए पिछले 11 वर्षों में प्रदेश में कुल 80 नए राजकीय कॉलेज खोले गए हैं। इनमें से 30 केवल लड़कियों के हैं। उन्होंने कहा कि बेटियों को अपने घरों से शिक्षण संस्थानों तक आने-जाने के लिए 150 किलोमीटर की दूरी तक रोडवेज की बसों में मुफ्त यात्रा सुविधा भी प्रदान की जा रही है। उन्होंने कहा कि बेटियों को तकनीकी शिक्षा प्रदान करने के लिए भी प्रदेश में 29 कन्या आई.टी.आई. चल रही हैं। इन आई.टी.आई. में पढ़ने वाली लड़कियों को प्रतिमाह 500 रुपए का वजीफा देने का प्रावधान किया है। हरियाणा प्रदेश नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति को लागू करने वाला पहला राज्य है।

पोस्ट ग्रेजुएट टीचर की भर्ती में भी बेटियों को 33 प्रतिशत आरक्षण

श्री नायब सिंह सैनी ने कहा कि शिक्षा के मामले में गरीबी आड़े न आए, इसके लिए प्रदेश में एक लाख 80 हजार रुपए तक की वार्षिक आय वाले परिवार की बेटियों को स्नातकोत्तर तक मुफ्त शिक्षा दी जाती है। पोस्ट ग्रेजुएट टीचर की भर्ती में भी बेटियों को 33 प्रतिशत आरक्षण दिया जाता है। उन्होंने कहा कि जिस हरियाणा को कम लिंगानुपात वाले राज्यों में गिना जाता था, उसने इस दाग को धोने के साथ-साथ अन्य राज्यों के लिए भी अनुकरणीय उदाहरण पेश किया है। बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ कार्यक्रम के फलस्वरूप प्रदेश में जन्म के समय लिंगानुपात की दर वर्ष 2014 में 871 से सुधरकर अब 909 हो गई है।

उन्होंने कहा कि जब भी किसी भी परीक्षाओं के परिणाम आते हैं तो हर बार बेटियां अव्वल रहती हैं। इसके अलावा प्रशासन, पुलिस, सेना, अनुसंधान, अंतरिक्ष जैसे क्षेत्रों में भी बेटियों ने उल्लेखनीय उपलब्धियां हासिल की हैं। विभिन्न प्रवेश परीक्षाओं में भी लड़कियों के चयन का प्रतिशत लगातार बढ़ रहा है। राजनीति, लेखन, खेल, फिल्म, फैशन, संगीत, साहित्य, उद्योग, व्यापार, चिकित्सा, समाज सेवा, न्यायिक सेवा आदि हर क्षेत्र में बेटियां आगे हैं। इससे यह साबित होता है कि बेटियां किसी पर बोझ नहीं हैं।

इस अवसर पर जयराम शिक्षण संस्थानों के चेयरमैन परम पूज्य ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी महाराज, पूर्व राज्यमंत्री सुभाष सुधा, चेयरमैन धर्मवीर मिर्जापुर सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति मौजूद रहे।

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