चंडीगढ़, 26 फरवरी। इनेलो के प्रदेश अध्यक्ष व पूर्व विधायक नफे सिंह राठी हत्याकांड की सीबीआई जांच होगी।
यह घोषणा प्रदेश के गृह मंत्री अनिल विज ने विधानसभा के बजट सत्र के दौरान किए। इससे पूर्व इस मुद्दे पर विपक्ष ने नफे सिंह राठी की हत्या पर सदन में उठाया और इस दौरान हंगामेदार माहौल बना रहा। विपक्ष ने सरकार को इस मुद्दे पर खरी-खोटी सुनाई और प्रदेश की कानून व्यवस्था चरमराने का आरोप लगाते हुए सरकार की घेराबंदी की कोशिश की।
हंगामा बढ़ता देख गृह मंत्री अनिल विज ने कहा कि इस हत्याकांड के दोषियों को बिल्कुल भी बख्शा नहीं जाएगा और सख्त से सख्त कार्यवाही की जाएगी। विज सत्र के दौरान लाए गए काम रोको प्रस्ताव के संबंध में अपना जवाब दे रहे थे। विज ने उक्त घटना पर दुख जताते हुए कहा कि यदि विधानसभा के सदन की तसल्ली सीबीआई जांच से होती है तो इस हत्याकांड की जांच सीबीआई से करवाई जाएगी। विज ने कहा कि यह बहुत ही दुखद घटना है और नफे सिंह राठी उनके साथ वर्ष 1996 और 2000 में विधायक रहे और वे उनके अच्छे मित्र भी थे
उल्लेखनीय है कि बीते कल नफे सिंह राठी पर ताबड़तोड़ फायरिंग हुई थी। घटना में राठी समेत दो लोगों की मौत हो गई थी।
नफे सिंह राठी के भतीजे द्वारा राजनीतिक लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाई है- विज
विज ने कहा कि जैसे ही उन्हें इस हत्याकांड की जानकारी मिली तो उन्होंने तुरंत प्रभाव से पुलिस महानिदेशक, झज्जर के पुलिस अधीक्षक और एसटीएफ के प्रमुख से बात की और इस मामले की जांच को एसटीएफ के प्रमुख को सौंपा। उन्होंने कहा कि प्रदेश की पुलिस इस मामले में जांच कर रही है और जांच के संबंध में कई पहलुओं के बारे में वे सदन को नहीं बता सकते हैं लेकिन इस हत्याकांड की गहनता से जांच की जा रही है। गृह मंत्री ने कहा कि इस हत्याकांड में नफे सिंह राठी के भतीजे द्वारा राजनीतिक लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाई गई है।
‘‘यदि कोई पत्र उनके कार्यालय में आए और काम न हो, ऐसा हो ही नहीं सकता’’- विज
सदन में इस हत्याकांड के संबंध में विपक्ष द्वारा उठाए गए नफे सिंह राठी के द्वारा मांगी गई सुरक्षा के सवाल के जवाब में गृह मंत्री ने कहा कि ‘‘यह सही है कि नफे सिंह राठी ने सुरक्षा मांगी थी और झज्जर के पुलिस अधीक्षक को 14 जुलाई, 2022 को सुरक्षा के संबंध पत्र प्रस्तुत किया था और इस संबंध में 343 नंबर मुकदमा दर्ज किया गया। इसके बाद पुलिस ने उनको मिलने वाली धमकियों के बारे में तफ्तीश की, और तफ्तीश में पाया कि कलकता का एक व्यक्ति उन्हें टेलीफोन पर धमकियां देता था, जिसे पकडा गया’’। इसके अलावा, विज ने कहा कि ‘‘इस बारे में उनके कार्यालय में कोई पत्र प्राप्त नहीं हुआ था, यदि कोई पत्र उनके कार्यालय में आए और काम न हो, ऐसा हो ही नहीं सकता’’।
कांग्रेस के राज में बढे अपराध को हमने थामा- विज
श्री विज ने पुलिस की कार्य प्रणाली के संबंध में कहा कि ‘‘अपराध बढा, परंतु कब बढा, और किसने गुंडागर्दी बढाई, मैं बताता हूं, कांग्रेस के राज में गुण्डागर्दी बढी’’। गृह मंत्री ने अपराध के आंकड़ों के बारे में जानकारी साझा करते हुए कहा कि हत्या के वर्ष 2005 में 784 मामले थे जो 2014 में बढकर 1106 हुए। इसी प्रकार, डकैती वर्ष 2005 में 88 थी, जो वर्ष 2014 में बढ़कर 172 हो गई। लूटपाट वर्ष 2005 में 390 थी, जो वर्ष 2014 में बढ़कर 874 हो गई। छीनाछपटी वर्ष 2005 में 461 थी, जो वर्ष 2014 में बढकर 1166 हो गई। बलात्कार वर्ष 2005 में 461 थी, जो वर्ष 2014 में बढ़कर 1174 हो गई। महिलाओं के विरूद्ध अपराध वर्ष 2005 में 380 था, जो वर्ष 2014 में बढ़कर 1680 हो गया। बच्चों का अपहरण वर्ष 2005 में 492 थी, जो वर्ष 2014 में बढकर 3082 हो गई। हत्या का प्रयास वर्ष 2005 में 513 थी, जो वर्ष 2014 में बढ़कर 783 हो गई। दहेज हत्या वर्ष 2005 में 212 थी, जो वर्ष 2014 में बढकर 293 हो गई। श्री विज ने विपक्ष को जवाब देते हुए कहा कि ‘‘जो आप करके गए, उसे हमने थामा है’’। राज्य पुलिस दिन-रात अपनी जान लगाकर कार्य कर रही है- विज
उन्होंने पुलिस की कार्यप्रणाली की प्रशंसा करते हुए कहा कि अभी हाल ही में मातुराम का मामला हुआ था और हमने इस मामले में संलिप्त सभी अपराधियों को पकडा। उन्होंने कहा कि राज्य की पुलिस दिन-रात अपनी जान लगाकर कार्य कर रही है और नफे सिंह राठी हत्याकांड का मामला भी एफटीएफ को दिया गया है और इस मामले में भी हम हत्यारोपियों को पकडेंगें।