देहरादून, 16 फरवरी। उत्तराखंड को स्पोर्ट्स में बड़ा मुकाम दिलाने की कवायद तेज हो गई है।
इस कड़ी में आज प्रदेश की मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने राज्य में खेल के आधारभूत ढांचे को विश्वस्तरीय बनाने व खेल सुविधाओं को समय सीमा पर करने के निर्देश दिए हैं। वे 38 वें नेशनल गेम्स की तैयारियों के लिए गठित उच्चाधिकार समिति (एचपीसी) की बैठक को संबोधित कर रही थीं।
बैठक के दौरान बताया गया कि प्रस्तावित नेशनल गेम्स के इन्फ्रास्ट्रक्चर विकास से जुड़ा 80 प्रतिशत काम पूरा हो चुका है।
मुख्य सचिव ने कहा कि राष्ट्रीय खेलों का आयोजन उत्तराखण्ड को ग्रीन स्पोर्ट्स तथा ग्रीन टूरिज्म के विश्व स्तरीय मेजबान के रूप में स्थापित करने का स्वर्णिम अवसर है। उन्होंने निर्देश दिए कि खेल सुविधाओं एवं खेल इन्फ्रास्ट्रक्चर का विकास इस प्रकार किया जाना चाहिए ताकि राज्य के खिलाड़ी एवं युवा भविष्य में लंबी अवधि तक इन सुविधाओं का लाभ उठा सकें तथा राज्य में स्पोर्ट्स स्प्रिट एवं खेल संस्कृति का विकास हो।
उन्होंने प्रस्तावित राष्ट्रीय खेलों को एंटी ड्रग्स अभियान, ग्रीन नेशनल गेम्स तथा राज्य में खेल संस्कृति विकसित करने के अभियान से जोड़ने के निर्देश दिए हैं। प्रस्तावित राष्ट्रीय खेलों को ग्रीन नेशनल गेम्स के रूप में आयोजित करने अवधारणा पर बल देते हुए मुख्य सचिव ने रिसाइक्लड मेडल के उपयोग के निर्देश दिए। इसके लिए उन्होंने अधिकारियों से अनुरोध किया है कि विभिन्न अवसरों पर अधिकारियों को मिलने वाले स्मृति चिन्ह् इस कार्य के लिए दान किये जा सकते हैं। इसके साथ ही मुख्य सचिव ने प्रस्तावित राष्ट्रीय खेलों के स्टेडियम एवं खेल स्थलों को ग्रीन कॉन्सेप्ट तथा सेल्फ सस्टेनेबल की अवधारणा पर विकसित करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने स्टेडियम तथा खेल स्थलों पर उरेडा के सहयोग से सोलर लाइट आदि की व्यवस्था करने के निर्देश दिए हैं।
मुख्य सचिव राष्ट्रीय खेलों के दृष्टिगत सड़कों के सुधार एवं मजबूती के लिए पीडब्ल्यूडी व अन्य विभागों को जरूरी हिदायतें भी दीं। उन्होनें राष्ट्रीय खेलों के आयोजन के दौरान इंटरनेट सुविधाओं पर विशेष ध्यान देने के निर्देश दिए हैं।
बैठक में विशेष प्रमुख सचिव खेल एवं युवा कल्याण अमित सिन्हा, सचिव शैलेश बगौली सहित खेल विभाग के अन्य अधिकारी मौजूद थे।