चंडीगढ़, 27 जनवरी। हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल 28 जनवरी को पानीपत से इलेक्ट्रिक सिटी बस सेवा का शुभारम्भ करेंगे। इस पहल का उद्देश्य न केवल नौ शहरों के निवासियों को सुगम परिवहन का लाभ पहुंचाना है, बल्कि शून्य प्रदूषण सुनिश्चित करके पर्यावरणीय स्थिरता में भी योगदान देना है।
परिवहन मंत्री मूलचंद शर्मा 29 जनवरी को जगाधरी, यमुनानगर से सिटी बस सेवा का उद्घाटन करेंगे।
एक सरकारी प्रवक्ता ने बताया कि पानीपत और जगाधरी में लॉन्च के बाद, सरकार प्रदेश के पंचकुला, अंबाला, सोनीपत, रेवाड़ी, करनाल, रोहतक और हिसार सहित कुल साथ सात अतिरिक्त शहरों` में इलेक्ट्रिक सिटी बस सेवा शुरू करेगी। इन सभी नौ शहरों में सिटी बस सेवा की शुरुआत जून तक पूरी होने की उम्मीद है।
उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने 2023 के अपने बजट भाषण में घोषणा की थी कि सरकार नगर निगमों वाले 9 शहरों और रेवाड़ी शहर में सिटी बस सेवा शुरू करेगी और गुरुग्राम, मानेसर और फरीदाबाद में मौजूदा सिटी बस सेवाओं का विस्तार करेगी। इस घोषणा पर परिवहन विभाग ने रिकॉर्ड समय में इस परियोजना को सफलतापूर्वक लागू किया है, जिससे यह पूरे देश में किसी भी राज्य द्वारा शुरू की गई एक अनूठी परियोजना बन गई है।
उन्होंने कहा कि 450 अत्याधुनिक, वातानुकूलित इलेक्ट्रिक बसों के बेड़े के साथ, 12 वर्षों से अधिक समय की 2450 करोड़ रुपये की यह परियोजना प्रदूषण रहित पर्यावरण की दिशा में एक बड़ा कदम है। राज्य सरकार ने बस निविदा प्रक्रिया के लिए भारत सरकार के विद्युत मंत्रालय के तहत एक इकाई कन्वर्जेंस एनर्जी सर्विसेज लिमिटेड (सीईएसएल) को अपना सलाहकार नियुक्त किया । सीईएसएल द्वारा राष्ट्रीय ई-बस प्लान के तहत किए गए एक वैश्विक निविदा के बाद, 375 (12 मीटर) बसों के लिए ऑर्डर दिया गया था, जिसका उपयोग इन सिटी बस सर्विस के तहत परिचालन के लिए किया जाएगा। इस परियोजना के तहत कुल 450 बसें खरीदी जाएंगी।
उन्होंने कहा कि वर्तमान में इन नौ शहरों में से प्रत्येक में सिटी बस सेवा के लिए अलग-अलग डिपो निर्माणाधीन हैं। पानीपत और जगाधरी (यमुनानगर) में मौजूदा डिपो को अपग्रेड किया गया है। शेष सात स्थानों पर लगभग तीन एकड़ भूमि में नए डिपो बनाए जा रहे हैं, जिसकी लागत 100 करोड़ रुपये से अधिक है। इन नए डिपो पर परिचालन जून 2024 तक शुरू होने की संभावना है।
प्रवक्ता ने बताया कि सिटी बस सेवा से न केवल शहरी आबादी बल्कि जिले की ग्रामीण आबादी को भी लाभ होगा और प्रत्येक शहर के आसपास के गांवों तक बस सेवा की पहुंच सुनिश्चित होगी।