मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के नेतृत्व वाली सरकार शहर निवासियों को बेहतर बुनियादी सहूलतें मुहैया करवाने के लिए वचनबद्ध : बलकार सिंह
चंडीगढ़, 6 अक्तूबरः
स्थानीय निकाय मंत्री बलकार सिंह ने अलग-अलग शहरों के नगर निगम कमिशनरों के साथ आज म्युनिसिपल भवन सैक्टर 35 चंडीगढ़ में समीक्षा मीटिंग करते हुये अधिकारियों को विकास कामों में तेज़ी और गुणवत्ता लाने के निर्देश दिए गए।
मीटिंग के दौरान बलकार सिंह ने नगर निगम कमिश्नर अमृतसर, जालंधर, लुधियाना, पटियाला, फगवाड़ा और मोहाली के साथ अलग-अलग विषयों पर विचार विमर्श किया गया। उन्होंने स्मार्ट सिटीज़ मिशन के लिए कमिशनर नगर निगम अमृतसर, जालंधर, लुधियाना से विस्तृत जानकारी ली। इसी तरह अमरुत- 24×7 वाटर सप्लाई और ट्रीटिड वेस्ट वाटर की पुनः प्रयोग के इलावा स्वच्छ भारत मिशन- सी. बी. जी. बायो मिथीनेशन प्लांटों, सी एड डी वेस्ट मैनेजमेंट प्लांट, विरासती अवशेष के इलाज की प्रगति और स्वच्छ भारत मिशन 1.0 और स्वच्छ भारत मिशन 2.0 की वित्तीय स्थिति आदि की समीक्षा करते हुये अधिकारियों को कहा जिन मदों के अधीन फंडज बकाया हैं उन फंडज को दी गई गाईडलाईनज़ अनुसार लोगों की भलाई के लिए विकास कामों में इस्तेमाल किया जाये।
स्थानीय निकाय मंत्री ने विभिन्न क्षेत्रों में चल रहे प्रोजेक्टों में तेज़ी लाने, पारदर्शिता और जवाबदेही बढ़ाने और स्रोतों के सर्वोत्तम प्रयोग को यकीनी बनाने के महत्व पर ज़ोर दिया। अधिकारियों ने राज्य के सर्वांगीण विकास को उत्साहित करने के लिए आने वाली पहलकदमियों के लिए अपने प्रस्ताव भी पेश किये।
कैबिनेट मंत्री बलकार सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के नेतृत्व वाली पंजाब सरकार पंजाब को एक खुशहाल राज्य बनाने के लिए वचनबद्ध है। इस अनुसार मंत्री ने अधिकारियों को इस लक्ष्य की प्राप्ति के लिए एक दूसरे के साथ तालमेल करके काम करने की सलाह दी।
कैबिनेट मंत्री ने कहा कि स्थानीय निकाय विभाग पंजाब में विकास के एजंडे को आगे बढ़ाने के लिए कार्यशील है। मुख्यमंत्री स. भगवंत सिंह मान के नेतृत्व वाली पंजाब सरकार का मुख्य उद्देश्य राज्य के लोगों को बुनियादी सहूलतें, साफ़ सुथरा और प्रदूषण रहित वातावरण मुहैया करवाने के लिए वचनबद्ध है।
इस मौके पर स्थानीय निकाय विभाग के सचिव अजोए शर्मा, डायरैक्टर श्री उमा शंकर गुप्ता, पी. एम. आई. डी. सी. के सी. ई. ओ. दीप्ति उप्पल के इलावा नगर निगम कमिश्नर अमृतसर, जालंधर, लुधियाना, पटियाला, फगवाड़ा और मोहाली उपस्थित थे।