गुरू बिना ज्ञान नहीं, गुरु बिना सम्मान नहीं - राज्यपालगुरू बिना ज्ञान नहीं, गुरु बिना सम्मान नहीं - राज्यपाल

चंडीगढ़, 5 सितंबर। हरियाणा के राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय ने शिक्षक दिवस के अवसर पर आयोजित इंदिरा गांधी विश्वविद्यालय, मीरपुर, रेवाड़ी के तृतीय दीक्षांत समारोह में पदक व उपाधि प्राप्त करने वाले छात्रों व शोधार्थियों को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि ‘‘गुरू बिना ज्ञान नहीं, गुरू बिना सम्मान नहीं, गुरू ही हमें बनाते महान उनके बिना हमारा नहीं कोई मान।‘‘

उन्होंने कहा कि शिक्षक दिवस हमें यह याद दिलाता है कि हमारे जीवन में शिक्षकों का क्या महत्व है। शिक्षक न केवल हमें पढ़ाते हैं, बल्कि हमें जीवन के सही मार्ग पर चलना भी सिखाते हैं। सही और गलत का भेद सिखाते हैं। एक जिम्मेदार नागरिक बनने की दिशा में हमारा मार्गदर्शन करते हैं। एक अच्छा शिक्षक अपने छात्रों में न केवल ज्ञान का बीज बोता है, बल्कि उन्हें जीवन के हर पहलू में सफल बनने के लिए तैयार करता है। इसलिए जीवन में शिक्षा और शिक्षक दोनों का ही महत्व कहीं अधिक है।

आज का यह दिन निश्चित रूप से विद्यार्थियों के जीवन का सबसे यादगार पल रहेगा क्योंकि आज उन्हें उनके परिश्रम का फल इन उपाधियाँ एवं पदकों के रूप में मिल रहा है। आज इस दीक्षांत समारोह में 08 शोधकर्ताओं को पी. एच. डी. की उपाधि प्रदान की गई और 97 मेधावी छात्रों को स्वर्ण पदक दिए, जिनमें से 80 छात्राएं और 77 छात्र थे। इसके अतिरिक्त 1000 स्नातक और स्नातकोत्तर की उपाधियां भी प्रदान की गई। इनमें भी 875 छात्राएं और 438 छात्र थे। सभी उपाधि एवं पुरस्कार पाने वाले विद्यार्थियों को हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं देते हुए उनके उज्जवल भविष्य की कामना की। पुरस्कार प्राप्त करने वालों में छात्राओं की संख्या छात्रों के मुकाबले कहीं अधिक रही, जोकि बहुत ही प्रशंसनीय है।

उन्होंने आधुनिक तकनीक से पढ़ते हुए नए शोध कार्यों को करने के लिए सभी से आह्वान किया। उन्होंने कहा कि रोजगार लेने की जगह रोजगार देने वाले बनो। उच्च शिक्षा पाकर, जीवन में सफल होकर अपने माता-पिता एवं गुरुओं का नाम रोशन करें। आप सभी शिक्षा के अपने-अपने रुचि के क्षेत्र में सफलता हासिल करें।

कार्यक्रम से पहले राज्यपाल महोदय को गार्ड ऑफ ऑनर देते हुए शिखर मंडल की शोभायात्रा के साथ कार्यक्रम का शुभारंभ हुआ। राज्यपाल श्री बंडारू दत्तात्रेय के कर कमलों द्वारा भगिनी निवेदिता महिला छात्रावास का उद्घाटन व दीक्षांत समारोह की स्मारिका का भी विमोचन किया गया।

कुलपति प्रो. जे.पी. यादव और कुलसचिव प्रो. प्रमोद कुमार द्वारा कुलाधिपति बंडारू दत्तात्रेय को पीतल नगरी रेवाड़ी की प्रसिद्ध श्री राधा-कृष्ण प्रतिमा प्रतीक चिन्ह एवं शाल भेंट कर सम्मानित किया गया। कुलपति प्रो. जे.पी. यादव ने से विश्वविद्यालय के विकसित कार्यों की रिपोर्ट प्रेषित की।

यादव ने कहा कि विभिन्न शोध कार्यों में विश्वविद्यालय नई तकनीकों का उपयोग कर रहा है एवं उन्होंने बताया की नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के अंतर्गत सभी संकायों के पाठ्यक्रमों को लागू कर दिया गया है।

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