चंडीगढ़, 15 अगस्त। हरियाणा के राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय ने यमुनानगर के तेजली स्पोर्ट्स काम्प्लेक्स में राज्य स्तरीय स्वतंत्रता दिवस समारोह में ध्वजारोहण कर परेड का निरीक्षण कर मार्च पास्ट की सलामी ली।
मार्च पास्ट की परेड का नेतृत्व एएसपी डॉ. राजेश मोहन ने किया। सबसे पहले राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय ने शहीद स्मारक स्थल, पुलिस लाइन में पुष्प चक्र अर्पित कर शहीदों को नमन किया। उन्होंने वीरांगनाओं एवं वीर सैनिकों के परिजनों को सम्मानित करते हुए वीर सैनिकों के बलिदान के प्रति अपनी कृतज्ञता व्यक्त की।
राज्यपाल ने लोगों को 78 वें स्वतंत्रता दिवस की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि आज हर भारतवासी के लिए खुशी एवं गर्व का दिन है। ’हर घर तिरंगा’ कार्यक्रम से तिरंगे के साथ पूरा राष्ट्र देश भक्ति के रंग में रंगा हुआ है। इस दिन के लिए मां भारती के अनगिनत सपूतों ने अपना सर्वस्व बलिदान कर दिया। इसी दिन के लिए असंख्य देशभक्तों ने कष्ट झेले और यातनाएं सही।
उन्होंने कहा कि मैं इस पावन अवसर पर, आजादी के लिए अपने प्राणों की आहुति देने वाले सभी ज्ञात-अज्ञात शहीदों को नमन करता हूं और उन वीर सैनिकों को भी सलाम करता हूं, जिन्होंने आजादी के बाद देश की एकता व अखंडता की खातिर अपने प्राण न्योछावर कर दिए। उन्हीं के अनुपम बलिदान के कारण आज हम आजादी की खुली हवा में सांस ले रहे हैं।
उन्होंने कहा कि हम सभी जानते हैं, आजादी के आंदोलन की पहली चिंगारी 10 मई 1857 को हरियाणा के अम्बाला से फूटी थी। उस चिंगारी ने आगे चलकर ऐसा जन-आन्दोलन खड़ा किया, जिसके बलबूते हम वर्ष 1947 में अंग्रेजी हुकूमत को उखाड़ फेंकने में कामयाब रहे। उन्होंने कहा कि हरियाणा के वीर जवानों का इस देश की रक्षा में अभूतपूर्व योगदान है। उन्होंने कहा कि आजादी के बाद भी वर्ष 1962, 1965 और 1971 के विदेशी आक्रमण से लेकर कारगिल युद्ध तक हरियाणा के वीर जवानों ने वीरता की मिसाल पेश करते हुए देश की आजादी में निरंतर योगदान दिया है। हम अपने शहीदों के बलिदानों का कर्ज तो नहीं चुका सकते, लेकिन उनके परिजनों की देखभाल करके उनके प्रति सम्मान अवश्य जता सकते हैं। इस दिशा में सरकार ने सैनिक व अर्ध-सैनिक कल्याण विभाग का गठन किया है।
उन्होंने कहा कि युद्ध के दौरान शहीद हुए सेना व अर्ध सैनिक बलों के जवानों की अनुग्रह राशि व आईईडी ब्लास्ट के दौरान शहीद होने पर सरकार द्वारा दी जाने वाली अनुग्रह राशि बढ़ाकर पचास लाख रुपए की गई है। ’अग्निवीर योजना’ के तहत युवाओं को नौकरियों में विशेष लाभ देने और स्वरोजगार हेतू आठ लाख रुपए तक का ऋण देने का निर्णय लिया गया है।
उन्होंने कहा कि सुशासन से सेवा के संकल्प के साथ जनसेवा का दायित्व संभालने वाली मौजूदा सरकार ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ’सबका साथ-सबका विकास’ और ’हरियाणा एक-हरियाणवी एक’ के मूलमंत्र पर चलते पूरे हरियाणा और हर एक हरियाणवी की तरक्की और उत्थान के लिए काम किया है। उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार के प्रति जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाते हुए सरकार ने पारदर्शी शासन दिया है।
उन्होंने कहा कि पंडित दीनदयाल उपाध्याय जी के अंत्योदय के दर्शन के अनुरूप प्रदेश के सभी परिवारों का पहचान पत्र बनाया गया, जिससे पात्र परिवारों की पहचान कर योजनाओं का लाभ देना सुनिश्चित किया गया। आज जनता का सरकार से सीधा संपर्क है। आज हर सरकारी योजना को पारदर्शी तरीके से लागू किए जाने से घर बैठे ही गरीब परिवारों को बेटी की शादी का शगुन, बुजुर्ग, विधवा व दिव्यांगों की पेंशन, हैप्पी कार्ड, चिरायु कार्ड का लाभ कम्प्यूटर की एक क्लिक से सीधे पात्र के खाते में जाता है।
उन्होंने कहा कि आज खेल जगत में हरियाणा का बड़ा नाम है। हमारे युवा बड़ी उपलब्धियां प्राप्त कर देश-प्रदेश का नाम रोशन कर रहे हैं। मैडल जीतने वाले खिलाडिय़ों को नकद पुरस्कार देने के साथ-साथ सरकारी नौकरियां भी दी जा रही हैं। अवार्ड पाने वाले खिलाडिय़ों को मासिक मानदेय भी दिया जाता है।
उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य सेवाओं में इजाफा करने के लिए हर जिले में मेडिकल कालेज खोलने और अन्य स्वास्थ्य संस्थानों में आवश्यक उपकरणों की वृद्धि की जा रही है। सरकार द्वारा रेवाड़ी में प्रदेश का पहला एम्स स्थापित किया जा रहा है। इसके अलावा पंचकूला, पलवल, फतेहाबाद तथा चरखी दादरी में भी राजकीय चिकित्सा महाविद्यालय स्थापित किए जाएंगे। गुरुग्राम के गांव खेडक़ी माजरा में भी राजकीय चिकित्सा महाविद्यालय और अस्पताल स्थापित किया जायेगा। राज्य के सभी सरकारी चिकित्सा महाविद्यालयों में ’प्रधानमंत्री भारतीय जन औषधि परियोजना’ के तहत प्रधानमंत्री भारतीय जन औषधि केन्द्र खोले गए है।
उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा ग्रामीण क्षेत्रों में गरीब परिवारों को सौ-सौ वर्ग गज तथा शहरी क्षेत्रों में तीस-तीस वर्ग गज के प्लाट देने की योजना को मूर्तरूप दिया है और कई शहरों एवं गांवों में प्लाट प्रदान किए गए हैं। गरीब परिवारों को फ्री परिवहन सुविधा देने के लिए हैप्पी कार्ड वितरित किए जा रहे हैं। हर गरीब को राशन मिले, इसके लिए राशन वितरण व्यवस्था को पारदर्शी बनाया गया है। गरीब परिवारों के बुजुर्गों को तीर्थ यात्रा करवाने के लिए ’मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन यात्रा’ योजना चलाई हुई है। इसमें बुजुर्गों को तीर्थ यात्रा के लिए सरकार के खर्च पर ले जाया जाता है।
उन्होंने कहा कि गरीब बच्चों को प्राइवेट स्कूलों में पढ़ाने के लिए ’चिराग योजना’ चलाई गई है। यही नहीं, कौशल रोजगार निगम के तहत कच्चे कर्मचारियों की भर्ती में भी गरीब परिवारों के युवाओं को प्राथमिकता दी गई है। इसके अलावा, कच्चे कर्मचारियों की नौकरी सुरक्षित करके उन्हें पक्के कर्मचारियों की तर्ज पर डीए, वेतनवृद्धि आदि लाभ देने का निर्णय लिया गया है। उन्होंने कहा कि हरियाणा देश का पहला राज्य है जिसमें किसानों की सभी फसलों को एमएसपी पर खरीदने का निर्णय लिया गया है।
उन्होंने कहा कि प्रदेश में दिसम्बर 2018 से शुरू हुई ’प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि’ योजना के तहत अब तक हरियाणा के लगभग 20 लाख किसानों को 17 किस्तों के रूप में 5693.59 करोड़ रुपये की राशि पोर्टल के माध्यम से लाभार्थी किसानों के खाते में भारत सरकार द्वारा स्थानान्तरित की जा चुकी है।
उन्होंने कहा कि सरकार ने युवाओं की योग्यता को पूरा मान-सम्मान दिया है। अब तक 1 लाख 44 हजार युवाओं को योग्यता के आधार पर सरकारी नौकरियां प्रदान की है। यशस्वी प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में गरीब, अंत्योदय के जीवन को सुगम करना सरकार का लक्ष्य है। ’उज्जवला योजना’ के तहत करीब 50 लाख बीपीएल परिवारों को 500 रुपए में गैस सिलेंडर मुहैया करवाने का निर्णय लिया गया है।
राज्यपाल ने इस अवसर पर उत्कृष्ट सेवाएं देने वाले अधिकारियों, कर्मचारियों व समाजसेवियों को भी प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया।