स्पीकर ने छात्रों व खिलाड़ियों को किया सम्मानितस्पीकर ने छात्रों व खिलाड़ियों को किया सम्मानित

पंचकूला, 11 अगस्त। हरियाणा विधानसभा अध्यक्ष ज्ञानचंद गुप्ता ने कहा कि दृढ़ संकल्प व मेहनत से किसी भी उपलब्धि को हासिल किया जा सकता है क्योंकि मेहनत ही सफलता का आधार है। जितना मेहनत करोगे, उतना ही आगे बढ़ोगे। इसी मूल मंत्र से देश का, समाज का नाम रोशन किया जा सकता है।

हरियाणा विधानसभा अध्यक्ष ज्ञानचंद गुप्ता श्री गुरु रविदास सभा द्वारा सभा के भवन सेक्टर-15 पंचकूला में आयोजित प्रतिभा सम्मान समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में संबोधित कर रहे थे। कार्यक्रम में 10वीं, 12वीं, खेल व अन्य विधाओं में अव्वल स्थान हासिल करने वाले विद्यार्थियों को सम्मानित किया गया। इस मौके पर श्री गुप्ता ने एचसीएस की परीक्षा में सफलता पाने वाले आशीष को पुरस्कार देकर सम्मानित किया।

गुप्ता ने कहा कि डा. भीमराव अंबेडकर संविधान के निर्माता हैं। उन्होंने नारा दिया था कि शिक्षित बनो संघर्ष करो। शिक्षा से ही सफलता पाई जा सकती है। लोकतंत्र केवल इसी कारण से मजबूत है। उनके द्वारा दिए गए ज्ञान के कारण ही आज बेटे-बेटियां पढ़ रहे हैं और दूसरों को भी प्रेरित करते हैं। उन्होंने कहा कि किसी भी बच्चे के लिए वो दिन बहुत ही महत्वपूर्ण होता है जब उसकी प्रतिभा का सम्मान होता है। उसी प्रतिभा से माता-पिता को गर्व होता है। ये प्रतिभा शिक्षा, खेल व अन्य किसी भी क्षेत्र में हो सकती है। जो जीवन जीने का मूल्य बताती है।

विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि किसी भी बच्चे के लिए शिक्षा में 10वीं तो मात्र शुरुआत होती है। इसके बाद तो उसे आईएएस तक की परीक्षाओं से गुजरना होता है। हमारे बीच बैठे एचसीएस आशीष इन बच्चों के लिए रोल मॉडल है। जिसने अपनी मेहनत से ये मुकाम हासिल किया है। उन्होंने कहा कि संकल्प संस्था ने वर्ष 2007 से आर्थिक तौर पर कमजोर बच्चों के लिए सिविल सर्विस की तैयारी करवाने का बीड़ा उठाया था। आज तक इस संस्था के 108 विद्यार्थी बड़े पदों की परीक्षाओं को पास कर अच्छे पदों पर काम कर रहे हैं।

ज्ञानचंद गुप्ता ने कहा कि बेटियों किसी भी क्षेत्र में पीछे नहीं है। वर्ष 2016 में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने पानीपत से बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ का नारा दिया था। जिस नारे पर चलते हुए हमारे प्रदेश के लोगों ने इस पर अमल किया। आज किसी भी क्षेत्र में प्रदेश की बेटियां पीछे नहीं हैं।

उन्होंने कहा कि आज ओलम्पिक में पदक जीतने वालों में ज्यादा संख्या देश की बेटियों की है। उन्होंने कहा कि बेटियों को पढ़ाने के लिए कभी भी पीछे नहीं हटना क्योंकि बेटियां तो दो परिवारों का नाम रोशन करती हैं। इसीलिए बेटियों को आगे बढ़ाने के लिए भले ही भूखा रहना पड़े पर उन्हें पढ़ाने के लिए आगे रहना चाहिए।

विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि पहले की सरकारों में नौकरी लगने के लिए पैसा और सिफारिश दोनों की जरूरतें होती थी हमारी सरकार ने इस प्रथा को बदला है। अब बिना खर्ची-पर्ची युवाओं को नौकरी दी जा रही है। मेरिट के आधार पर युवा आज छोटी से लेकर बड़ी नौकरी तक हासिल कर रहे हैं।

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