चंडीगढ़, 23 मई। पंजाब विजिलेंस ब्यूरो ने राज्य में भ्रष्टाचार के विरुद्ध चलाई मुहिम के दौरान गुरदासपुर की कादियां सब-डिवीजन में काम करते हुए कंवरपाल सिंह (के.पी.) करार नवीस (डीड राईटर) और उसके सहायक को 22,5000 रुपए की रिश्वत की मांग करने और लेने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है।
ब्यूरो के प्रवक्ता ने बताया कि उक्त करार नवीस और उसके निजी सहायक को कुलवंत सिंह निवासी गांव शेरपुर, तहसील बटाला, जिला गुरदासपुर (मौजूदा समय बरतानिया निवासी) द्वारा मुख्यमंत्री भ्रष्टाचार विरोधी एक्शन लाईन पोर्टल पर दर्ज करवाई गई ऑनलाइन शिकायत के आधार पर गिरफ़्तार किया गया है।
उन्होंने बताया कि शिकायतकर्ता ने आरोप लगाया था कि उक्त करार नवीस ने उसकी पैतृक ज़मीन की मलकीयत (इंतकाल) उसके नाम करवाने के बदले उससे 22,5000 रुपए की रिश्वत ली थी। इसके अलावा उसके दफ़्तर में काम करते हुए टाईपिस्ट सन्नी ने भी उक्त इंतकाल दर्ज करवाने के लिए उससे 70,000 रुपए की मांग की थी।
प्रवक्ता ने बताया कि इस शिकायत की जांच के दौरान यह पाया गया कि उक्त करार नवीस ने उक्त शिकायतकर्ता से तीन किस्तों में 22,5000 रुपए की रिश्वत ली है। इसके अलावा उसके निजी सहायक सन्नी ने शिकायतकर्ता से 70,000 रुपए की मांग की थी। जांच के बाद दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है। इस मामले में हलका पटवारी और नायब तहसीलदार की भूमिका की जांच भी की जा रही है।
इस संबंध में ब्यूरो थाना अमृतसर रेंज में भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत केस दर्ज किया गया है, और मामले में आगे की जांच जारी है।