चंडीगढ़, 10 जनवरी। चंडीगढ़ सिटी को इस महीने 18 जनवरी को नया मेयर मिल जायेगा।
चंडीगढ़ के डीसी ने अपनी शक्तियों का इस्तेमाल करते हुए शहर के मेयर सहित सीनियर डिप्टी मेयर और डिप्टी मेयर के चुनाव 18 जनवरी को करवाने के लिए नोटिफिकेशन जारी कर दिया है। जिक्र योग्य है कि शहर के मेयर सहित सीनियर डिप्टी मेयर और डिप्टी मेयर का पद एक साल की अवधि के लिए होता है और हर वर्ष नगर निगम के चुने हुए पार्षद इन चुनाव में मेयर, सीनियर डिप्टी मेयर और डिप्टी मेयर चुनते है।
मौजूदा मेयर अनूप गुप्ता का कार्यकाल 17 जनवरी को समाप्त हो रहा है, अनूप गुप्ता भाजपा से है। डिप्टी कमिश्नर की ओर जारी नोटिफिकेशन के अनुसार इस बार मेयर की सीट अनुसूचित जाती के पार्षद के लिए आरक्षित है। इस चुनाव में मेयर सहित सीनियर डिप्टी मेयर और डिप्टी मेयर की सीट के लिए उम्मीदवार 13 जनवरी शाम पांच बजे तक अपना नामांकन पत्र भर सकते है। उसके बाद 18 जनवरी को सुबह नगर निगम के असेंबली हाल में निगम पार्षद मेयर सहित सीनियर डिप्टी मेयर और डिप्टी मेयर के लिए वोटिंग करेंगे। इसके उपरांत वोटों की गिनती की जाएगी और वोटों की गिनती के बाद विजेता रहने वाले उम्मीदवार की घोषणा कर दी जाएगी।
इन चुनावों में निगम में चुने हुए पार्षद ही वोटिंग कर सकेंगे और चुने हुए पार्षदों की संख्या 35 है। आज की ताजा स्थिति के अनुसार इनमे भाजपा के पास सबसे बड़े दल के रूप में 15 परिषदों की वोटें है और एक वोट स्थानीय सासंद की मिलाकर कुल 16 वोट है। उसके बाद आम आदमी पार्टी के पास 12, कांग्रेस के पास 7 और शिरोमणि अकाली दल की एक पार्षद की वोट है।
इस चुनाव को लेकर प्रशासन ने नगर निगम के मनोनीत पार्षद अनिल मसीह को प्रिज़ाइडंग ऑफिसर बनाया है।नगर निगम के पांच वर्ष के लिए चुनाव होते है और हर वर्ष निगम पार्षद शहर में मेयर की टीम चुनते है। उधर मेयर चुनाव को लेकर जारी नोटिफिकेशन के बाद शहर की सियासत गरमा गई है।
इन चुनावों को लेकर जहां पार्टी सत्र पर उम्मीदवारी के लिए ज़ोर आजमाइश और तेज हो गई है, वहीं पार्टियों में अंदरखाते जोड़ तोड़ की राजनीती ने भी जोर पकड लिया है। आज आम आदमी पार्टी के एक पार्षद के भाजपा में शामिल होने के बाद चर्चा है क आने वाले दिनों में अन्य पार्टियों के पार्षद भी पासा पलट कर दूसरी पार्टी में जा सकते है।
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भाजपा द्वारा बार प्रलोभन दे कर कराए जा रहे राजनीतिक दल बदल की आलोचना करते हुए चण्डीगढ़ कांग्रेस के प्रवक्ता राजीव शर्मा ने कहा कि भाजपा लोकतंत्र को हाईजैक कर सिटी ब्यूटीफुल और इसके प्रबुद्ध नागरिकों के नाम को धूमिल कर रही है। कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा यह निंदनीय है कि आम आदमी पार्टी के पार्षद लखबीर सिंह बिल्लू, जो कथित तौर पर जनता से नकद रिश्वत मांगते पाए गए थे, को अब मेयर चुनाव से ठीक पहले भाजपा में शामिल कर लिया गया है। वास्तव में मेयर के चुनाव कराने में देरी का कारण यही है कि भाजपा द्वारा इस तरह के अलोकतांत्रिक दल बदल के लिए कुछ अतिरिक्त समय चाहती है। कांग्रेस ने शहर के लोगों से अपील की है कि वे मेयर चुनाव से ठीक पहले प्रलोभन में आकर भाजपा में शामिल होने वाले पार्षदों का बहिष्कार करें ताकि इस तरह के भ्रष्ट पार्षद दल बदल कर सकें।
कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि इस तरह का दलबदल शहर के प्रबुद्ध लोगों का अपमान है। कांग्रेस ने आगे कहा कि 2021 नगर निगम चुनावों के दौरान भाजपा ने 35 में से केवल 12 पार्षद जीते और ऐसे में उसके पास शहर में अपना मेयर बनाने का जनादेश नहीं था। लेकिन उसने मेयर चुनाव का प्रबंधन करने के लिए अनैतिक दल बदल का सहारा लिया। कांग्रेस प्रवक्ता ने आरोप लगाया कि अभी हाल तक भाजपा पार्षद लखबीर सिंह बिल्लू पर भ्रष्टाचार में लिप्त होने का आरोप लगा रही थी, लेकिन आज पार्टी संकीर्ण राजनीतिक लाभ के लिए उनका अपने पाले में स्वागत कर रही है। कांग्रेस ने भाजपा को लोकतांत्रिक परंपराओं का सम्मान करने और अपने संकीर्ण राजनीतिक लाभ के लिए दलबदल जैसे भ्रष्ट आचरण में शामिल नहीं होने की चेतावनी दी।