चंडीगढ़, 2 जनवरी। वर्ष 2023 में हरियाणा पुलिस ने राज्य के डिजिटल परिदृश्य को सुरक्षित बनाने के लिए अथक प्रयास किए है, जिसमें तक़रीबन 4,11,299 लोगों की साइबर फ्रॉड संबंधित शिकायतों को वर्ष भर 24 घंटे उपलब्ध साइबर हेल्पलाइन टीम द्वारा सुना गया। पिछले साल के दौरान साइबर नोडल टीम व जिले के सामूहिक प्रयासों से साइबर अपराधियों द्वारा ठगे गए आम जनता के 76.85 करोड़ रुपये बचाने में सफलता प्राप्त की गई।
पुलिस प्रवक्ता ने जानकारी देते हुए बताया कि वर्ष भर के प्रदेश पुलिस के प्रयासों से 1903 साइबर ठगों को गिरफ्तार कर सलाखों के पीछे पहुँचाने में सफलता हासिल की गई है। पुलिस महानिदेशक शत्रुजीत कपूर ने साइबर नोडल टीम व जिला यूनिट को वर्ष भर के प्रयासों के लिए शुभकामनाएं दी और उन्हें भविष्य में भी इसी तत्परता से कार्य करने के लिए प्रेरित किया।
साइबर हेल्पलाइन-1930 एक सफल पहल
पुलिस ने साइबर ठगी को रोकने के लिए नई पहल शुरू की है जिसमें सफलता मिली है। पुलिस व बैंकिंग क्षेत्र के एकीकरण पर कार्य किया गया जिसके कारण बैंकों द्वारा अपने प्रतिनिधि, पंचकूला में स्थित 1930 साइबर हेल्पलाइन में नियुक्त किए गए। एचडीएफसी बैंक व पंजाब नेशनल बैंक के प्रतिनिधि नियुक्त किए जा चुके है और अन्य बैंकों के साथ समन्वय स्थापित करते हुए काम किया जा रहा है। देश में अपनी तरह के इस अनूठे प्रयोग से साइबर अपराध होने की स्थिति में रिस्पांस टाइम घटाया गया और आमजन की मेहनत की कमाई बचाई गई। इसी दिशा में एक कदम और बढ़ाते हुए साइबर अपराध संबधी मामलों में तत्परता से कार्रवाई करने के लिए हैल्पलाइन नंबर 1930 को हरियाणा-112 से इंटीग्रेट किया गया है।
मेवात क्षेत्र में AI की मदद से 4,96,562 मोबाइल नंबर हुए ब्लॉक
एडीजीपी (साइबर) ओपी सिंह ने बताया कि AI-आधारित धोखाधड़ी करने वालों की पहचान वाले सॉफ्टवेयर ‘अस्त्र‘ की सहायता से प्रदेश के साइबर अपराध के संवेदनशील क्षेत्र मेवात में 4,96,562 मोबाइल नंबरों को पहचान की गई। पुलिस ने साइबर धोखेबाजों के मोबाइल नंबरों को सक्रिय रूप से ब्लॉक करने के लिए एआई समाधान तलाशने के लिए एक प्रमुख दूरसंचार कंपनी के साथ सांझेदारी की है। इस एआई की तकनीक से पता लगाया कि कैसे एक ही व्यक्ति की अलग अलग आईडी बनाकर नंबर हासिल किए गए है जिनका उपयोग साइबर ठगी में किया गया है। उन सभी संदिग्ध नंबरों को ब्लॉक किया गया है। इसके अलावा, साइबर नोडल टीम ने विभिन्न शिकायतों में मिले साइबर ठगों के 62,242 नंबरों को राष्ट्रीय साइबर अपराध रिपोर्टिंग पोर्टल के माध्यम से ब्लॉक कर दिया है। उन्होंने बताया कि जालसाज़ों के 1,36,347 बैंक खाते फ्रीज करवाए गए।