चंडीगढ़, 20 दिसंबर। पंजाब में 20 हजार कृषि ट्यूबवैल सौर ऊर्जा पर लाया जाएगा।
यह जानकारी नवीन और नवीकरणीय ऊर्जा स्रोत मंत्री अमन अरोड़ा ने दी। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार सौर ऊर्जा के उचित
प्रयोग को यकीनी बनाने और कृषि सैक्टर को कार्बन मुक्त करने की तरफ ध्यान दे रही है।
मंत्री ने यहां विभिन्न परियोजनाओं की समीक्षा करते हुए हिदायत दी कि कृषि पंप सैट की सोलराईजेशन संबंधी प्रक्रिया को पारदर्शी और निष्पक्ष ढंग से पूरा किया जाए। इसके अलावा बेशकीमती जल स्रोतों को बचाने के लिए डार्क जोन में फव्हारा और बूंद सिंचाई विधि के लिए ही सोलर पंपों की अलॉटमैंट को यकीनी बनाया जाए।
उन्होंने विभाग के अधिकारियों को राज्य सरकार की इमारतों को पीवी पैनलों के साथ लैस करने के काम में तेजी लाने के लिए भी कहा पंजाब सरकार पावर सेक्टर को डीकारबोनाईज करने के लिए सख्त यत्न कर रही है और सोलर पीवी अपने अलग-अलग लाभों के कारण नवीकरणीय ऊर्जा का सबसे पसंदीदा सोर्स बन गया है। इस मौके पर उन्होंने सीबीजी प्रोजैकटों की स्थिति का भी जायजा लिया।
पंजाब एनर्जी डिवैल्पमैंट एजेंसी (पेडा) के सीईओ डॉ. अमरपाल सिंह ने बताया कि सरकारी इमारतों की छतों पर सोलर पीवी पैनल लगाने के लिए 436 सरकारी इमारतों का चयन किया गया है और पहले पड़ाव में 70 इमारतों को जल्द ही सोलर पी. वी. पैनलों के साथ लैस किया जायेगा। उन्होंने अन्य चल रहे प्रोजेक्टों की प्रगति और मौजूदा स्थिति के बारे भी जानकारी सांझा की।
अरोड़ा ने बागवानी और भू और जल संरक्षण विभागों के अधिकारियों को भी निर्देश दिए कि वे अपनी योजनाओं को कृषि पंपों के सोलराईज़ेशन संबंधी प्रोजैक्ट के साथ जोड़ कर योग्य लाभार्थियों तक पहुंचाना यकीनी बनाएं।