डिस्टिलरी अधिकारियों की भूमिका भी जांच अधीन

चंडीगढ़, 8 सितम्बरः

पंजाब के वित्त, योजना, आबकारी और कराधान मंत्री एडवोकेट हरपाल सिंह चीमा ने आज यहाँ अमृतसर जिले में स्कॉच व्हिस्की के अवैध ढंग से निर्माण और बिक्री किये जाने सम्बन्धी ख़ुफ़िया जानकारी मिलने पर आबकारी और कराधान विभाग द्वारा 6 और 7 सितम्बर की बीच का रात को जिले में एक अहम ऑपरेशन किया गया जिस दौरान इस धंधे में शामिल मुख्य मुलजिम राजवीर सिंह और उसके साथी शिवम् को गिरफ़्तार किया गया और अवैध ढंग से तैयार की स्कॉच व्हिस्की की 10 पेटियाँ ज़ब्त की गई। उन्होंने कहा कि इस आपरेशन दूसरों के लिए भी स्पष्ट इशारा है कि इस अवैध धंधे में शामिल किसी भी व्यक्ति को बख्शा नहीं जायेगा और शराब की ढुलाई पर विभाग द्वारा पैनी नज़र रखी जा रही है।

इस सम्बन्धी जानकारी देते हुये आबकारी और कराधान मंत्री हरपाल सिंह चीमा ने बताया कि विभाग को अपने ख़ुफ़िया नैटवर्क के द्वारा अमृतसर जिले और इसके आसपास स्कॉच व्हिस्की ख़ास तौर पर एक ब्रांड के अवैध उत्पादन और बिक्री सम्बन्धी सूचनाएं प्राप्त हुयी थीं। उन्होंने कहा कि इन सूचनाओं पर तेज़ी से कार्रवाई करते हुए वित्त कमिश्नर कराधान विकास प्रताप और आबकारी कमिश्नर वरुण रूज़म की सीधी निगरानी अधीन विभाग के स्पेशल आपरेशन ग्रुप (एस. ओ. जी) ने इन अवैध गतिविधियों में शामिल शक्की व्यक्तियों और क्षेत्रों की व्यापक निगरानी और पड़ताल की।

अन्य विवरणों का खुलासा करते हुए स. चीमा ने बताया कि एस. ओ. जी ने सफलतापूर्वक एक ट्रैप आपरेशन को अंजाम दिया जिस दौरान मुख्य मुलजिम राजवीर सिंह को 10 पेटियाँ अवैध बोतलों स्कॉच व्हिस्की समेत गिरफ़्तार किया गया। उन्होंने बताया कि मुलजिम को अमृतसर ग्रामीण पुलिस के हवाले कर दिया गया और आगे पूछताछ के दौरान उसने अपने दो साथियों शिवम् और जसपाल की शमूलियत का खुलासा किया जो खासा, अमृतसर में स्थित खासा डिस्टिलरी और बोटलिंग प्लांट से शराब बनाने के लिए ज़रुरी कच्चे माल की सप्लाई करते थे।

स. चीमा ने आगे बताया कि एस. ओ. जी ने गिरफ़्तार व्यक्ति की तरफ से दी गई सूचना के आधार पर उस जगह की शिनाखत की जहाँ नाजायज शराब तैयार की जा रही थी और उसी रात खासा डिस्टिलरी पर छापा मार कर एक अन्य मुलजिम शिवम् जोकि डिस्टिलरी का मुलाज़िम था, को गिरफ़्तार कर लिया। उन्होंने बताया कि जांच करने पर पता लगा है कि शिवम् ने प्लांट से खाली बोतलें, ढक्कन, लेबल और स्कॉच व्हिस्की के तैयार मिश्रण की चोरी में मदद करके इन अवैध गतिविधियों में अहम भूमिका निभाई।

स. चीमा ने कहा कि दोषी व्यक्तियों ने अपने ढंगों के बारे विस्तृत जानकारी प्रदान की है कि कैसे वह अवैध स्कॉच व्हिस्की चोरी करने और बनाने में कामयाब हुए। उन्होंने कहा कि मुलजिमों के खि़लाफ़ आई. पी. सी की धारा 420, 379, 120 बी और आबकारी एक्ट की अन्य धाराओं के अंतर्गत एक एफ. आई. आर घरिंडा पुलिस स्टेशन में दर्ज की गई है और इस मामले से सम्बन्धित सभी पहलूओं का पर्दाफाश करने के लिए विभाग द्वारा मामले की तह तक जांच की जा रही है। .

ऐसी अवैध गतिविधियों में शामिल लोगों को सख़्त चेतावनी देते हुये स. हरपाल सिंह चीमा ने कहा कि इस अवैध कार्रवाई के सभी पहलूओं की बारीकी से जांच के उपरांत इसमें शामिल सभी व्यक्तियों के विरुद्ध बनती कानूनी कार्रवाई की जायेगी। आबकारी और कराधान मंत्री ने कहा कि अवैध शराब का उत्पादन जन सुरक्षा के लिए एक बड़ा ख़तरा है और इसके नतीजे के तौर पर सरकार को भारी वित्तीय नुकसान हो रहा है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के नेतृत्व वाली पंजाब सरकार राज्य के लोगों की सेहत और सुरक्षा यकीनी बनाने के साथ-साथ सरकारी राजस्व को नुकसान पहुँचाने वालों के विरुद्ध सख़्त कार्रवाई के लिए वचनबद्ध है।