फायर स्टेशन की सभी गाड़ियों पर लगाए जाएंगे “एमडीटी डिवाइस” : दुष्यंत चौटाला
चंडीगढ़ ,27 जुलाई – हरियाणा के उपमुख्यमंत्री श्री दुष्यंत चौटाला ने प्रदेश के सभी फायर स्टेशनों की गाड़ियों पर अगले 2 माह में “एमडीटी डिवाइस” लगाने के निर्देश दिए हैं ताकि उनको डायल 112 के साथ इंटेग्रेटिड करके घटनास्थल पर जल्द से जल्द पहुंचा जा सके और पीड़ितों को अधिक नुक़सान होने से बचाया जा सके।
डिप्टी सीएम आज यहां “अग्नि एवं आपातकालीन सेवाएं “, गृह विभाग ,उद्योग एवं वाणिज्य विभाग तथा ” हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण ” विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों की बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे।
श्री दुष्यंत चौटाला ने कहा कि आजकल आग लगने की घटनाओं पर लोगों द्वारा आमतौर पर “डायल 112 ” पर कॉल की जाती है। इसमें “डायल 112 ” की गाड़ी मौके पर पहुंच जाती है तो पता चलता है कि आग लगी हुई है , बाद में ” अग्नि एवं आपातकालीन सेवाएं ” विभाग की गाड़ी को बुलाया जाता है तो लोकेशन का सही पता न चलने के कारण गाड़ी को घटनास्थल पर पहुंचने समय लग जाता है जिससे आग बुझाने में देरी हो जाती है , लोगों का नुकसान होता है। उन्होंने कहा कि अगर “डायल 112 ” की गाड़ी की भांति ” अग्नि एवं आपातकालीन सेवाएं ” की गाड़ी में भी “एमडीटी डिवाइस” ( मोबाइल डाटा टर्मिनल ) लगाया जाए तो एक-दूसरे की लोकेशन का पता लगाया जा सकता है। यही नहीं फ़ोन करने वाले यानि शिकायतकर्ता की लोकेशन को ट्रैक करके शीघ्र पहुंचा जा सकता है।
उपमुख्यमंत्री को बैठक में जानकारी दी गई कि उनके द्वारा दिए गए निर्देशानुसार “अग्नि एवं आपातकालीन सेवाएं” विभाग की 300 गाड़ियों पर यह एमडीटी डिवाइस लगाने की तैयारी कर ली है और इनको चलाने वाले 300 कर्मचारियों को ट्रेनिंग भी दिला दी गई है।
श्री दुष्यंत चौटाला ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि अगले दो माह के अंदर फायर स्टेशन की सभी गाड़ियों पर “एमडीटी डिवाइस” लगा दिए जाएं और डायल 112 के साथ इंटीग्रेटिड कर दिया जाए।
इस अवसर पर गृह विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव श्री टीवीएसएन प्रसाद , उद्योग एवं वाणिज्य विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव श्री आनंद मोहन शरण , शहरी स्थानीय निकाय विभाग के आयुक्त श्री विकास गुप्ता , हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण के मुख्य प्रशासक श्री अजीत बाला जी जोशी , एचएसआईआईडीसी के मैनेजिंग डायरेक्टर श्री यश गर्ग , गृह विभाग -1 के विशेष सचिव श्री महावीर कौशिक , ” अग्नि एवं आपातकालीन सेवाएं ” विभाग के निदेशक श्री यशपाल के अलावा अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित थे।