पंजाब के 19 ज़िले अभी भी बाढ़ प्रभावित
चंडीगढ़, 26 जुलाई:
मुख्यमंत्री भगवंत मान के दिशा- निर्देशों अनुसार कीमती मानवीय जान और जायदाद को बचाने के लिए राज्य में बाढ़ कारण पैदा हुई स्थिति को कंट्रोल करने के लिए सारी सरकारी मशीनरी 24 घंटे काम कर रही है,ताकि शीघ्र जन- जीवन को फिर ठीक किया जा सके।
राहत कामों में तेज़ी लाने और मुख्यमंत्री भगवंत मान के निर्देशों अनुसार 27286 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुँचाया जा चुका है। पटियाला में 14296, रूपनगर में 2200, मोगा में 250, लुधियाना में 300, एस.ए.एस. नगर में 1400, एस.बी.एस. नगर में 200, फतेहगढ़ साहिब में 600, तरनतारन में 241, जालंधर में 670, कपूरथला में 380, फ़िरोज़पुर में 5400, संगरूर में 263, फाजिल्का में 17 और मानसा जिले में 1069 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुँचाया गया है।
वक्ता ने बताया कि 26 जुलाई सुबह 8 बजे तक राज्य के 1472 गाँव अभी भी बाढ़ से प्रभावित है। राज्य में कुल 159 राहत कैंप चल रहे है, जिनमें 1478 लोग रह रहे है।
मौजूदा समय तरनतारन, फ़िरोज़पुर, फतेहगढ़ साहिब, फरीदकोट, होश्यारपुर, रूपनगर, कपूरथला, पटियाला, मोगा, लुधियाना, एस.ए.एस.नगर, जालंधर, संगरूर, एस.बी.एस. नगर, फाजिल्का, गुरदासपुर, मानसा, पठानकोट और बठिंडा सहित 19 जिले बाढ़ से प्रभावित है।
राजस्व विभाग द्वारा अलग- अलग जिलों से प्राप्त रिपोर्टों अनुसार राज्य में बाढ़ कारण कुल 42 लोगों की मौत हो चुकी है, जिनमें रूपनगर में 3 फतेहगढ़ साहिब, होश्यारपुर और एस.बी.एस. नगर में 2 -2 एस.ए.एस. नगर में 8 फरीदकोट और जालंधर में 3-3 पटियाला में 10, संगरूर में 4 फ़िरोज़पुर, मोगा, फाजिल्का, बठिंडा और लुधियाना में 1 -1 व्यक्ति शामिल है। इसी तरह बाढ़ कारण 19 व्यक्ति ज़ख़्मी हुए है।
अलग- अलग जिलों से प्राप्त जानकारी अनुसार बाढ़ कारण 377 घर पूरी तरह/ ज्यादा क्षतिग्रस्त हुए है जबकि 770 घर अंशिक तौर पर क्षतिग्रस्त हुए है।
पशु पालन विभाग से प्राप्त जानकारी अनुसार 25 जुलाई को राज्य में कुल 1450 पशुओं का इलाज किया गया ,जबकि 1210 पशुओं का टीकाकरन किया गया।
लोगों के स्वास्थ्य को प्राथमिकता देते स्वास्थ्य विभाग की टीमें बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में 24 घंटे सक्रियता से काम कर रही है। वक्ता अनुसार इस समय 425 रैपिड रिस्पांस टीमें बाढ़ प्रभावित इलाकों में काम कर रही है। इसके इलावा स्वास्थ्य विभाग द्वारा बाढ़ प्रभावित इलाकों में 194 मैडीकल कैंप लगाए गए है।
उन्होंने आगे बताया कि बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में लगातार लोगों को सूखे भोजन के पैकेट भी बाँटे जा रहे है।