DM Ghaziabad

कैबिनेट मंत्री लालजीत सिंह भुल्लर द्वारा 2025 तक “टी.बी-मुक्त पंजाब” का लक्ष्य निर्धारित, गाँवों से टी.बी के ख़ात्मे हेतु पंचायतों को सौंपी ज़िम्मेदारी

चंडीगढ़, 25 जुलाई:

पंजाब को 2025 तक ”टी.बी-मुक्त” बनाने का लक्ष्य निर्धारित करते हुए ग्रामीण विकास और पंचायत मंत्री स. लालजीत सिंह भुल्लर ने आज राज्य की सभी पंचायतों को गाँवों से टी.बी के ख़ात्मे की ज़िम्मेदारी सौंपी, जिसके अंतर्गत पंचायतें ग्रामीण क्षेत्र से टी.बी के ख़ात्मे के लिए व्यापक पहुँच अपनाते हुए गाँव वासियों को जागरूक करने, गाँवों में कैंप लगाने और “टी.बी-मुक्त गाँव” घोषित करने सम्बन्धी ज़रुरी मापदण्डों को पूरा करने की प्रक्रिया के लिए पाबंद होंगी।

यहाँ अपने दफ़्तर में स्वास्थ्य विभाग के स्टेट टी.बी सेल और ग्रामीण विकास एवं पंचायत विभाग के अधिकारियों की अहम बैठक की अध्यक्षता करते हुए कैबिनेट मंत्री स. लालजीत सिंह भुल्लर ने राज्य के ग्रामीण क्षेत्रों में टी.बी (तपेदिक) की रोकथाम के लिए यह मिसाली कदम उठाया। उन्होंने कहा कि ग्रामीण विकास एवं पंचायत विभाग और स्वास्थ्य विभाग के आपसी सहयोग से राज्य के हर गाँव में यह समर्पित अभियान चलाया जाएगा।

स. लालजीत सिंह भुल्लर ने बताया कि ”टी.बी-मुक्त गाँव अभियान” के अंतर्गत सभी पंचायतें अपने-अपने गाँवों में लोगों को टी.बी की बीमारी के बारे जागरूक करेंगी और प्रभावित व्यक्तियों की पहचान करके उनका जल्दी से जल्दी इलाज यकीनी बनाएंगी। इसके इलावा बीमारी से जुड़े भ्रमों से निपटने के लिए विभाग की सहायता करेंगी ताकि अधिक से अधिक लोगों को जांच करवाने के लिए प्रेरित किया जा सके। उन्होंने कहा कि ”टी.बी-मुक्त पंजाब अभियान” के अंतर्गत बढ़िया कारगुज़ारी दिखाने वाली पंचायतों को सम्मानित भी किया जाएगा।

ग्रामीण विकास और पंचायत मंत्री ने विभाग के अधिकारियों को आदेश दिए कि वह तुरंत अपने अधीन ज़िला अधिकारियों को सभी पंचायतों की भागीदारी यकीनी बनाने सम्बन्धी दिशा-निर्देश जारी करें। कैबिनेट मंत्री ने टी.बी के ख़ात्मे के लिए पंचायतों की अहम भूमिका पर ज़ोर देते हुए इस अहम मिशन में सभी भाईचारों को शामिल करने की महत्ता पर भी ज़ोर दिया।

उन्होंने कहा कि सभी पंचायतों के मैंबर गाँव वासियों को टी.बी के कारणों, लक्षणों और इलाज के लिए नज़दीकी स्वास्थ्य संस्थानों के बारे में जानकारी देने के लिए गाँवों में कैंप और वर्कशाप लगाने, जागरूकता मुहिम चलाने और स्कूलों में शैक्षिक प्रोग्राम करवाने के लिए सक्रियता से काम करेंगे। उन्होंने कहा कि इस दौरान टी.बी. सबंधी भ्रम और गुमराहकुन धारणाओं को दूर करने की तरफ भी विशेष ध्यान दिया जाएगा।

कैबिनेट मंत्री ने कहा कि पंचायतें स्वास्थ्य विभाग के साथ मिलकर गाँवों में मैडीकल कैंप लगाएंगी ताकि टी.बी के मामलों की शिनाख़्त की जा सके और पीडितों को तुरंत डाक्टरी सहायता मिलनी यकीनी बनाई जा सके। उन्होंने कहा कि समय रहते बीमारी की पहचान सफल इलाज की संभावनाओं में अहम भूमिका निभा सकती है।

उन्होंने कहा कि पंचायतें अपने-अपने गाँवों को “टी.बी-मुक्त” घोषित करने के लिए ज़रुरी मापदण्डों को पूरा करने के लिए तनदेही के साथ काम करेंगी जिसमें टी.बी के मामलों को बड़े स्तर पर कम करना, प्रभावित व्यक्तियों का सही इलाज और फॉलो-अप यकीनी बनाना और उच्च-स्तरीय स्वच्छता और सफ़ाई बरकरार रखना, मरीज़ों को दवाएँ और ज़रूरी पौष्टिक आहार प्रदान करना शामिल है।

कैबिनेट मंत्री ने विभाग के अधिकारियों को हिदायत की कि वह सभी डिप्टी कमिश्नरों को पत्र जारी करें ताकि वह ग्रामीण विकास और पंचायत विभाग के अधिकारियों की सहायता के साथ गाँवों में इस मुहिम को लागू करने सम्बन्धी नज़रसानी करें। उन्होंने मुहिम की गतिशीलता को ट्रैक करने के लिए नियमित निगरानी और मुल्यांकन की महत्ता पर ज़ोर दिया और बढ़िया नतीजों के लिए योग्य योजनाबंदी करने के लिए भी कहा।

स. लालजीत सिंह भुल्लर ने कहा कि मुख्यमंत्री स. भगवंत मान द्वारा टी.बी- मुक्त राज्य की दूरअंदेश सोच हमारे सभी के साझे यत्नों पर निर्भर करती है, इस लिए हर नागरिक को इस नेक कार्य में सक्रियता के साथ हिस्सा लेना चाहिए। उन्होंने इस प्रयास को पूर्ण रूप में सफल बनाने के लिए पंचायतों के समर्पण और लोगों की भागीदारी पर विश्वास प्रकट किया।

उन्होंने कहा कि सभी के साझे यत्नों से पंजाब सरकार राज्य के सभी गाँवों से टी.बी को ख़त्म करेगी और पंजाब के लोगों के लिए सेहतमंद और ख़ुशहाल भविष्य यकीनी बनाएगी।

बैठक के दौरान स्टेट टी.बी सैल के स्टेट टी.बी अधिकारी डा. राजेश भास्कर, डा. पूजा कपूर, डा. वसुधा चौधरी और डा. पारीतोश धवन उपस्थित थे।