‘आसमान भी सीमा नहीं है’, अमन अरोड़ा ने महाराजा रणजीत सिंह के कैडेटों से विनती की एएफपीआई
चंडीगढ़, 20 जुलाई:
पंजाब के रोजगार सृजन, कौशल विकास और प्रशिक्षण मंत्री श्री अमन अरोड़ा ने गुरुवार को महाराजा रणजीत सिंह सशस्त्र बल तैयारी संस्थान (एएफपीआई), एसएएस नगर (मोहाली) के 12वें बैच के 14 कैडेटों को 85% या उससे अधिक अंक हासिल करने के लिए “शैक्षणिक मशाल” से सम्मानित किया। स्कूल में कक्षा 12वीं की अर्धवार्षिक परीक्षा। अंतिम परीक्षा के लिए उनका मनोबल बढ़ाने के लिए यह पहल की गई थी। कैडेटों के साथ बातचीत के दौरान श्री अमन अरोड़ा ने “आसमान भी सीमा नहीं है” का उद्धरण देते हुए उन्हें अपने सपनों को साकार करने के लिए कड़ी मेहनत करने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने अनुरोध किया, “आप सभी सशस्त्र बलों में एक अधिकारी बनने के अपने सपनों का पीछा करते हुए यहां तक आए हैं, जो सबसे वीरतापूर्ण, प्रतिष्ठित और सुशोभित क्षेत्र है। बस प्रयास करते रहें और अपने सपनों को कभी न छोड़ें।”
संस्थान के अपने पहले दौरे के दौरान, कैबिनेट मंत्री ने रोजगार सृजन विभाग की निदेशक सुश्री दीप्ति उप्पल के साथ संस्थान में कैडेटों को प्रदान की जा रही बुनियादी सुविधाओं और सुविधाओं की समीक्षा करने के लिए परिसर का दौरा किया। इस बीच, मंत्री ने शूटिंग रेंज, स्विमिंग पूल, टेनिस कोर्ट और अन्य खेल मैदानों सहित बुनियादी सुविधाओं का निरीक्षण किया ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि जहां भी आवश्यक हो, वहां आवश्यक कार्य किए जा सकें। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री एस. भगवंत मान के नेतृत्व वाली पंजाब सरकार उन युवाओं की आकांक्षाओं को पूरा करने के लिए प्रतिबद्ध है, जो रक्षा सेवाओं में शामिल होना चाहते हैं। महाराजा रणजीत सिंह एएफपीआई के निदेशक मेजर जनरल अजय एच. चौहान (सेवानिवृत्त) ने कैबिनेट मंत्री को अवगत कराया कि इस संस्थान के कुल 217 कैडेट राष्ट्रीय रक्षा अकादमी (एनडीए) और अन्य सेवा अकादमियों में शामिल हुए हैं, जिनमें से 141 कैडेटों को कमीशन दिया गया है।
रक्षा सेवाओं में अधिकारी के रूप में (सेना-109, नौसेना-13 और वायु सेना-19)। 52 प्रतिशत की चयन दर के साथ यह संस्थान देश भर में अपनी तरह का सबसे सफल संस्थान है। उन्होंने आगे बताया कि 38 कैडेटों ने एनडीए-1, सीडीएस और एएफसीएटी की विभिन्न यूपीएससी परीक्षाओं में सफलता हासिल की है। ये कैडेट वर्तमान में सेवा चयन बोर्ड (एसएसबी) से गुजर रहे हैं। अब तक 07 कैडेटों ने एसएसबी उत्तीर्ण कर लिया है, जबकि शेष कैडेट एसएसबी कॉल का इंतजार कर रहे हैं।