आबकारी विभाग कार्यकुश्लता बढ़ाने के लिए ई.आर.पी और पी.ओ.एस जैसे साफ्टवेयरों और तकनीकों को अपनाएगा: हरपाल सिंह चीमा
चंडीगढ़, 1 जुलाई
वित्त, योजना, आबकारी और कराधान मंत्री एडवोकेट हरपाल सिंह चीमा, वित्त कमिश्नर कराधान श्री विकास प्रताप और आबकारी कमिश्नर श्री वरुण रूजम के नेतृत्व में पंजाब सरकार के एक प्रतिनिधिमंडल ने केरल आबकारी विभाग द्वारा इस्तेमाल किये जा रहे स्पलाई चेन प्रबंधन ई.आर.पी साफ्टवेयर और पी.ओ.एस (प्वाईंट आफ सेल) का अध्ययन करने के लिए केरल का दौरा किया।
इस संबंधी विवरण देते हुये स. हरपाल सिंह चीमा ने बताया कि इस दौरे का उद्देश्य राजस्व लीकेज को रोकने और आबकारी राजस्व को बढ़ाने के दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण तकनीकी उपायों के बारे में जानना था। उन्होंने कहा कि ऐंटरप्राईज़ रिसोर्स प्लैनिंग ( ई.आर.पी.) साफ्टवेयर पंजाब आबकारी विभाग को इसकी मुख्य गतिविधियों का एक एकीकृत और असली समय का दृश्य प्रदान करेगा जोकि एक केंद्रीय प्रणाली के द्वारा आसानी से इस्तेमाल किया जा सकेगा।
इस बारे औऱ जानकारी देते हुये स. चीमा ने बताया कि यह साफ्टवेयर प्रशासन में और ज्यादा पारर्दशिता लाने में भी सहायक होंगे। उन्होंने कहा कि इस दौरे के दौरान केरल सरकार के अधिकारियों की तरफ से उनके आबकारी विभाग द्वारा इस्तेमाल की जा रही तकनीकी हलों के बारे में विस्थारपूर्वक पेशकारी भी दी गई।
इस दौरान स. हरपाल सिंह चीमा ने केरल के आबकारी मंत्री श्री एम बी राजेश के साथ भी मुलाकात की। उन्होंने केरल सरकार में अपने समकक्ष को अवगत कराया कि पंजाब सरकार आबकारी राजस्व इकट्ठा करने की प्रक्रिया को सुचारू बनाने और राजस्व के नुकसान को रोकने के लिए नए साफ्टवेयर आधारित तकनीकी हल अपनाने के लिए बहुत उत्सुक है।
मुख्यमंत्री भगवंत मान के नेतृत्व वाली पंजाब सरकार की तरफ से राज्य को विकास और खुशहाली के रास्ते पर लाने के लिए अपनी आय बढ़ाने की वचनबद्धता को दोहराते हुए स. हरपाल सिंह चीमा ने कहा कि आबकारी विभाग अपनी कार्यकुश्लता और ताकत को और बढ़ाने के लिए इन सॉफ्टवेयर समाधानों को अपनाने के लिए ज़रुरी कदम उठाएगा।