फतेहगढ़ साहिब, 28 दिसंबर। बाबा जोरावर सिंह, बाबा फतेह सिंह और माता गुजरी की शहादत की याद में आयोजित शहीदी जोड़ मेले पर पंजाब के राज्यपाल बनवारी लाल पुरोहित ने गुरुद्वारा श्री फतेहगढ़ साहिब में माथा टेका।
राज्यपाल ने कहा कि दशम पिता श्री गुरु गोबिंद सिंह जी और माता गुजरी जी के छोटे साहिबजादों की शहादत का उदाहरण दुनिया में कहीं नहीं मिलता।
उन्होंने कहा कि बाबा जोरावर सिंह और बाबा फतेह सिंह, जो सिर्फ 9 और 7 साल के थे, ने क्रूर मुगल शासन का बहादुरी से विरोध किया और निडरता और दृढ़ संकल्प के साथ अपने विश्वास पर कायम रहे।
उन्होंने अपने सर्वोच्च बलिदान से एक अनूठी मिसाल कायम की।
उन्होंने कहा कि छोटे साहिबजादों के सर्वोच्च बलिदान के कारण, उनके नाम लोगों के दिलों में हमेशा के लिए अंकित हैं जो इतिहास के पन्नों में सदैव सुनहरे अक्षरों में लिखे रहेंगे।