शिमला, 8 मई। हिमाचल प्रदेश भारतीय जनता पार्टी प्रदेश अध्यक्ष डाॅ. राजीव बिंदल ने कहा कि मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने अपने बयान के माध्यम से कांग्रेस की हार को स्वीकार कर लिया है। उनका यह कथन कि यदि सारे उपचुनाव भी भाजपा जीतती है तो भी कांग्रेस की सरकार स्थिर है, यह कांग्रेस की हार को स्पष्ट दर्शाता है।
उन्होंने कहा कि डेढ़ वर्ष की कांग्रेस सरकार में कांग्रेस के अंदर जो राजनीतिक मारामारी चल रही है, वह मारामारी अब मुख्यमंत्री कार्यालय तक पहुंच गई है और मुख्यमंत्री का कार्यालय कुश्ती का अखाड़ा बन गया है। आज तक के सचिवालय के इतिहास में किसी मुख्यमंत्री का कार्यालय खुलेआम घसुन-मुक्का का दर्शक नहीं बना, जो आज सुखविंदर जी का कार्यालय बना है। यह स्थिति फिर इस बात को साबित करती है कि कांग्रेस पार्टी चारों लोकसभा और सभी विधानसभाओं के उप चुनाव हारने वाली है।
बिंदल ने कहा कि हिमाचल प्रदेश में चुनाव प्रचार पिछले एक महीने से जोरों पर है परन्तु कांग्रेस पार्टी और कांग्रेस की प्रदेश सरकार यह नहीं बता पाई कि हिमाचल की जनता के हित में अभी तक क्या किया और कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय घोषणा पत्र में अल्पसंख्यक तुष्टीकरण व एससी, एसटी, ओबीसी का आरक्षण कम करके अल्पसंख्यकों को देने की योजना कांग्रेस की है। इस अल्पसंख्यक आरक्षण को कांग्रेस शासित राज्यों ने लागू किया है और भाजपा का यह आरोप है कि हिमाचल प्रदेश भी इस एससी, एसटी, ओबीसी के आरक्षण को कम करके अल्पसंख्यक आरक्षण लगाने की तैयारी कर रहा है क्योंकि मुख्यमंत्री ने स्वयं 2022 का चुनाव जीतने के बाद 97 प्रतिशत हिन्दू आबादी वाले प्रदेश में हिन्दुओं को हराने पर गौरव महसूस किया था।
बिंदल ने कहा कि देश के पास प्रधानमंत्री के नाते नरेन्द्र भाई मोदी का कोई विकल्प नहीं है। देश और प्रदेश की जनता इस बात को बखूबी जानती है और खुलकर नरेन्द्र मोदी को देश का तीसरी बार प्रधानमंत्री बनाने के लिए वोट करेगी। कांग्रेस देश में अस्थिरता पैदा करना चाहती है और मोदी जी देश के 140 करोड़ लोगों को साथ में लेकर देश को मजबूत करने में लगे हैं।