चंडीगढ़, 24 अप्रैल अप्रैल। दशकों तक कांग्रेस अल्पसंख्यकों खासकर मुस्लिम समुदाय को राजनीतिक हथियार के रूप में इस्तेमाल कर अपनी राजनीतिक रोटियां सेंकती रही, लेकिन अब ऐसा नहीं होगा, क्योंकि अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत करोड़ों देशवासियों के सपनों का विश्व गुरु बनने की ओर अग्रसर है । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राजनीतिक सर्जन की तरह राजस्थान की चुनावी सभा में कांग्रेस के घोषणापत्र का पोस्टमार्टम किया, जिसकी रिपोर्ट अब देश के हर घर तक पहुंचाई जाएगी।
ये बातें भाजपा के राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य हरजीत सिंह ग्रेवाल व प्रदेश मीडिया प्रमुख विनीत जोशी ने संयुक्त प्रेस वार्ता में कहीं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस का घोषणापत्र एक बार फिर अल्पसंख्यकों खासकर मुसलमानों को अधिक अधिकारों के नाम पर गुमराह करने और अन्य वर्गों के अधिकारों पर डाका डालने का जीवंत दस्तावेज है ।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चुनावी सभाओं में ऐसे कई वजनदार तर्क दिये हैं, जिससे कांग्रेस का चेहरा फिर बेनकाब हो गया है। खासकर पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह के भाषण का हवाला दिया, जिसमें उन्हें साफ तौर पर कहा था कि देश की संपत्तियों पर पहला हक मुसलमानों का है। कांग्रेस इसका जवाब देने की कोशिश कर रही है, लेकिन उसके नेताओं के पास प्रधानमंत्री के तर्कों का कोई जवाब नहीं है ।
ग्रेवाल ने कहा कि प्रधानमंत्री पूरे देश अपना परिवार मानते हैं इसलिए उन्होंने जनता को आगाह किया है कि कांग्रेस आपकी संपत्तियों, गहनों और नोटों पर नियत खोटी करके बैठी है।
ग्रेवाल ने कहा कि इस बार का चुनाव सिर्फ वोट का चुनाव नहीं है, बल्कि वोट के साथ नोट बचाने का भी है।
वहीं, पंजाब भाजपा के प्रदेश मीडिया प्रमुख विनीत जोशी ने कहा कि कांग्रेस और उसके गठबंधन को ठगबंधन कहें तो कोई अतिशयोक्ति नहीं होगी। देश भर में राजनीतिक रूप से हाशिए पर होने के बावजूद कांग्रेस का राजनीतिक दृष्टिकोण अभी भी दशकों पुराना ही है । कांग्रेस, जिसने हमेशा अल्पसंख्यकों, विशेषकर मुस्लिम समुदाय को गुमराह किया है और इसे वोट बैंक के रूप में इस्तेमाल किया है, अब भी सत्ता के लालच में उसी नक्शेकदम पर चल रही है। कांग्रेस का घोषणा पत्र इसका उदाहरण है।