शिमला, 22 मार्च। मुख्य सचिव प्रबोध सक्सेना ने आज यहां मुख्य निर्वाचन अधिकारी मनीष गर्ग की उपस्थिति में आगामी लोकसभा चुनाव 2024 की चुनावी तैयारियों की समीक्षा के लिए निर्वाचन विभाग द्वारा आयोजित प्रशासनिक सचिवों की समीक्षा बैठक की अध्यक्षता की।
मुख्य सचिव ने सभी विभागों को उनकी सौंपी गई भूमिका को ईमानदारी से निभाने के निर्देश दिए। पुलिस महानिदेशक को लाइसेंसी आग्नेयास्त्रों की शत-प्रतिशत जमाबंदी और लंबित गैर जमानती वारंटों का निष्पादन सुनिश्चित करने को कहा गया। सभी विभागों को यह सुनिश्चित करने के लिए भी कहा गया कि मतदान केंद्रों के रूप में उपयोग की जाने वाली उनकी इमारतों का अच्छी तरह से रख-रखाव किया जाए और उनमें आयोग द्वारा निर्धारित सभी सुनिश्चित न्यूनतम सुविधाएं उपलब्ध हों।
उन्होंने पड़ोसी राज्यों के साथ सीमा क्षेत्रों को बन्द करने और शराब और अन्य नशीले पदार्थों के अवैध उपयोग को रोकने के लिए कड़ी निगरानी रखने से संबंधित आवश्यक दिशा-निर्देश भी जारी किए। स्वास्थ्य विभाग को मतदान कर्मियों और सुरक्षा बलों को कैशलेस इलाज सुविधा की अधिसूचना जारी करने के निर्देश दिए। सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग को दिव्यांग एवं वृद्ध मतदाताओं की सहायता के लिए प्रत्येक मतदान केन्द्र पर व्हीलचेयर और स्वयंसेवकों की व्यवस्था सुनिश्चित करने तथा नामांकन से छूटे हुए दिव्यांग मतदाताओं का मतदाता सूची में नामांकन सुनिश्चित करने के लिए कहा गया।
मुख्य निर्वाचन अधिकारी एवं प्रधान सचिव निर्वाचन मनीष गर्ग ने प्रदेश में चुनाव तैयारियों के प्रति विभिन्न विभागों की भूमिकाओं और जिम्मेदारियों की जानकारी दी।
अतिरिक्त मुख्य सचिव राजस्व, जल शक्ति विभाग और गृह ओंकार चंद शर्मा, प्रमुख सचिव वित्त देवेश कुमार, सचिव प्रशासनिक सुधार सी. पॉलरासु, सचिव शिक्षा और सूचना एवं जन संपर्क राकेश कंवर, पुलिस महानिदेशक संजीव रंजन ओझा और विभागाध्यक्ष समीक्षा बैठक में मौजूद थे।