चंडीगढ़, 4 सितंबर, 2025 – हरियाणा के राज्यपाल प्रो. असीम कुमार घोष ने शिक्षक दिवस की पूर्व संध्या पर हरियाणा और पूरे देश के शिक्षक समुदाय को हार्दिक बधाई और शुभकामनाएँ दी हैं।

राज्यपाल प्रो. असीम कुमार घोष ने कहा कि शिक्षक युवा मन को ज्ञान, मूल्यों और बुद्धिमत्ता से पोषित करके राष्ट्र निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। उनका निस्वार्थ समर्पण न केवल प्रत्येक छात्र के भविष्य को आकार देता है, बल्कि एक मजबूत, समावेशी और प्रगतिशील समाज की नींव भी रखता है।

उन्होंने इस बात पर ज़ोर दिया कि शिक्षक हमेशा से भारत की विकास गाथा के पीछे मार्गदर्शक शक्ति रहे हैं और पीढ़ियों को राष्ट्र के लिए सार्थक योगदान देने के लिए प्रेरित करते रहे हैं।

नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) 2020 के महत्व पर प्रकाश डालते हुए, राज्यपाल ने कहा कि यह भारत के शैक्षिक परिवर्तन के लिए एक भविष्यदर्शी रोडमैप प्रदान करती है।

उन्होंने शिक्षकों से राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 के सफल कार्यान्वयन में सक्रिय रूप से भाग लेने का आह्वान किया, जिसका उद्देश्य छात्रों में समग्र शिक्षा, रचनात्मकता, नवाचार और जिज्ञासा की भावना को बढ़ावा देना है। प्रोफ़ेसर घोष ने इस बात पर ज़ोर दिया कि भारत को एक ज्ञान-संचालित और विश्व स्तर पर प्रतिस्पर्धी राष्ट्र बनाने के विज़न को साकार करने में शिक्षक अग्रणी भूमिका निभाते रहेंगे।

मुख्यमंत्री श्री नायब सिंह सैनी के नेतृत्व में शिक्षा के क्षेत्र में हरियाणा की प्रगति पर बात करते हुए, राज्यपाल प्रोफ़ेसर घोष ने इस बात पर संतोष व्यक्त किया कि राज्य ने स्कूल नामांकन, डिजिटल पहल, कौशल विकास और उच्च शिक्षा सहित कई मानकों पर लगातार अच्छा प्रदर्शन किया है।

राज्यपाल ने कहा कि ग्रामीण और शहरी दोनों शिक्षा प्रणालियों को मज़बूत करने की हरियाणा की प्रतिबद्धता, समाज के सभी वर्गों के लिए समान और गुणवत्तापूर्ण शिक्षा सुनिश्चित करने के राज्य के संकल्प को दर्शाती है।

राज्यपाल प्रोफ़ेसर असीम कुमार घोष ने सभी से शिक्षकों की अथक और समर्पित सेवा को स्वीकार करने और उसका सम्मान करने का आग्रह किया है, जो न केवल अपने छात्रों, बल्कि पूरे राष्ट्र के भाग्य को आकार देते रहते हैं।

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