मोहाली, 1 मार्च। मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान की तरफ से शुरू किए गए सेहतमंद पंजाब मिशन के हिस्से के तौर पर, डा. बी. आर. अम्बेडकर स्टेट इंस्टीट्यूट आफ मैडीकल साइंसेज (ए. आई. एम. एस.) मोहाली में कम फीस पर गंभीर बीमारियों वाले मरीजों के बढ़िया इलाज को यकीनी बनाने के मद्देनज़र 6 बैडिड मैडीकल इंटैंसिव केयर यूनिट (आईसीयू) शुरू करने सम्बन्धी सभी तैयारियां कर ली गई हैं।
यह जानकारी शुक्रवार को स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डा. बलबीर सिंह ने दी। स्वास्थ्य मंत्री व एआईएमएस के डायरेक्टर प्रिंसिपल डा. भवनीत भारती के साथ आई. सी. यू. की तैयारियों का जायजा ले रहे थे, जिसका औपचारिक उद्घाटन मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान द्वारा किये जाने की संभावना है।
बलबीर सिंह ने कहा कि यह आई. सी. यू. सहूलत वेंटिलेटर सहायता की ज़रूरत वाले मरीज़ों को मामूली दरों पर उचित मैडीकल सेवाएं प्रदान करेगी।
उन्होंने कहा,“ आई. सी. यू. कार्यशील है और गंभीर स्थिति वाले मरीज़ों को डाक्टरी सुविधा देने के लिए तैयार है।“ उन्होंने कहा कि यहाँ क्रेश कारटस, मरीज़ मॉनिटर, डीफिब्रिलटर और वैंटीलेटरों के साथ इनफ्यूज़न पंप जैसे सभी जीवन बचाएगा उपकरण उपलब्ध हैं।
इस प्रयास को आधुनिक और उन्नत स्वास्थ्य देखभाल सहूलतों के क्षेत्र में एक मील पत्थर करार देते हुये स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि यह पहलकदमी राज्य के मैडीकल ढांचे को मज़बूत करेगी।
बाद में स्वास्थ्य मंत्री डॉ बलबीर सिंह ने ए. आई. एम. एस. मोहाली में नयी बनी अत्याधुनिक बायो सेफ्टी लेवल 2 लैब का भी दौरा किया, जोकि अब कोविड-19 का पता लगाने के लिए सभी आर. टी. पी. सी. आर. सहूलतों के साथ लैस है और यहाँ तजुर्बेकार फैकल्टी सहित शिक्षित स्टाफ, जिसमें खोज वैज्ञानिक, खोज सहायक और लैब टेक्नीशियन शामिल हैं। पूरी तरह से लैस इस लैब में बायोसेफ्टी कैबिनेटों, आर. एन. ए. ऐकस्टरैकटर, रैफरीजेरेटिड सेंट्रीफ्यूज, वॉरटैकस मिक्सर, मिनी-स्पिनर, थरमो-शेकर, पाईपेटस, आटोकलेव, पीसीआर वरकस्टेशन, -40 डिग्री और -80 डिग्री सैल्सियस डीप फ्रीजर, आरटीपीसीआर मशीनों, प्रिंटरों सहित कंप्यूटर यूनिटें और सभी ज़रूरी चीजें मौजूद हैं। यह उन्नत बुनियादी ढांचा और नवीनतम उपकरण लगाये जा रहे हैं और जल्द ही यह लैब कार्यशील हो जायेगी।
डाः बलबीर सिंह ने कहा कि इस लैब का उद्देश्य मॉलीक्यूलर स्तर पर जन स्वास्थ्य के महत्व वाले वायरसों, जैसे इनफ्लूएंजा वायरस और अन्य वायरस जिससे साँस सम्बन्धी इन्फ़ेक्शन, मच्छरों के द्वारा फैलने वाले ( वैकटर बोर्न) वायरस जैसे डेंगू चिकनगुनिया, ज़ीका और वायरस, जी. आई. इन्फ़ेक्शन का कारण बनते वायरस जैसे हैपेटाईटस वायरस, यौन तौर पर संचारित इन्फ़ेक्शन जैसे कि ह्यूमन पैपीलोमावायरस और सी. एन. एस. इन्फ़ेक्शन का कारण बनने वाले वायरस, का समय रहते पता लगाना है।
इस मौके पर सुपरडैंट डाॅ नवदीप सिंह सैनी, एस. एम. ओज़ डा. एच. एस. चीमा और डॉ विजय भगत सहित अन्य मौजूद थे।