चंडीगढ़, 30 नवंबर। पंजाब के भूमि और जल संरक्षण मंत्री बरिंदर कुमार गोयल ने आज आधुनिक जल प्रबंधन रणनीतियां तैयार करने और व्यापक किसान जागरूकता कार्यक्रमों की आवश्यकता पर ज़ोर दिया।
यहां मैगसीपा में भूमि और जल संरक्षण विभाग के अधिकारियों के साथ आयोजित प्रथम समीक्षा बैठक के दौरान श्री बारिंदर कुमार गोयल ने जल संरक्षण के लिए एक व्यापक और सक्रिय दृष्टिकोण अपनाने का आह्वान किया। उन्होंने विभाग के अधिकारियों को चल रहे प्रोजेक्ट्स में तेज़ी लाने और सरकारी पहलों के वास्तविक लाभ ज़मीनी स्तर तक पहुंचाने के लिए एक मज़बूत संचार रणनीति विकसित करने का निर्देश दिया।
गोयल ने भूमिगत जल पर निर्भरता को कम करने के लिए कृषि सिंचाई हेतु सतह और नहरों के पानी के अधिकतम उपयोग को सुनिश्चित करने की राज्य सरकार की प्रतिबद्धता को दोहराया। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री स. भगवंत सिंह मान के नेतृत्व वाली सरकार ने इस दिशा में ठोस प्रयास करने की योजना बनाई है।
कैबिनेट मंत्री ने विभागीय कार्यक्रमों के बारे में जागरूकता बढ़ाने और किसानों की अधिकतम भागीदारी सुनिश्चित करने के महत्व पर ज़ोर दिया। उन्होंने विभिन्न योजनाओं/नीतियों के लाभों को प्रभावी ढंग से प्रसारित करने और प्रत्यक्ष व व्यक्तिगत संचार पहुंच पर ज़ोर देते हुए व्यापक और रणनीतिक जल संरक्षण जागरूकता कार्यक्रम तैयार करने के निर्देश दिए।
इस उच्च-स्तरीय बैठक में, जिसमें अतिरिक्त मुख्य सचिव (कृषि) अनुराग वर्मा ने भी भाग लिया, राज्य में जल उपलब्धता से संबंधित चुनौतियों और मौजूदा विभागीय कार्यक्रमों की व्यापक समीक्षा की गई।
विभाग की रणनीतिक प्राथमिकताओं को रेखांकित करते हुए वर्मा ने अपने संबोधन में विभिन्न स्रोतों से धन जुटाने की बात कही और भूमिगत पाइपलाइन सिंचाई कार्यक्रम पर ज़ोर दिया।
मुख्य भूमि संरक्षक महिंदर सिंह सैनी ने दो प्रमुख योजनाओं, जैसे गांवों के तालाबों के माध्यम से सिंचाई और बरसाती जल संग्रहण के लिए सीमांत क्षेत्रों में चेक डैम निर्माण पर प्रकाश डाला। उन्होंने अन्य महत्वपूर्ण पहलों का भी उल्लेख किया।