चंडीगढ़, 14 फरवरी। पंजाब को खेलों के नक्शे पर फिर से उभारने में राज्य में स्थापित होने जा रही नयी खेल नर्सरियां अहम रोल निभाएंगी।
मुख्यमंत्री स. भगवंत सिंह मान के नेतृत्व में राज्य सरकार द्वारा बनाई गई नई खेल नीति में 1000 नर्सरियों को स्थापित करने का काम शुरू हो गया है। यह जानकारी खेल मंत्री गुरमीत सिंह मीत हेयर ने दी।
उन्होंने बताया कि 1000 खेल नर्सरियों में से 205 खेल नर्सरियां पहले पड़ाव में स्थापित की जाने वाली हैं। 14 खेलों की 205 नर्सरियों के लिए 21 सुपरवाईजरों और 205 प्रशिक्षकों की भर्ती के लिए प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। उन्होंने कहा कि खेल नर्सरियों की स्थापना से खेल का स्तर जमीनी स्तर पर ऊंचा उठेगा। एक खेल नर्सरी के लिए खेल विभाग द्वारा प्रशिक्षक की सुविधा के अलावा 60 खिलाडिय़ों को 50 रुपए प्रतिदिन के हिसाब से डाइट दी जाएगी।
खेल मंत्री ने बताया कि 21 सुपरवाईजऱों और 205 प्रशिक्षकों की भर्ती के लिए 25 फरवरी तक आवेदन पत्र माँगे गए हैं। प्रशिक्षकों के विवरण देते हुए उन्होंने बताया कि 14 खेलों में से एथलैटिक्स के लिए 58, फ़ुटबॉल के लिए 48, वॉलीबॉल के लिए 35, हॉकी के लिए 22, कबड्डी के लिए 12, हैंडबॉल के लिए 9, कुश्ती के लिए 7, खो-खो और बास्केटबॉल के लिए 4-4, वेटलिफ्टिंग के लिए 2 और मुक्केबाज़ी, तलवारबाजी, किक बॉक्सिंग और नैटबॉल के लिए 1-1 प्रशिक्षक की भर्ती की जानी है। उन्होंने कहा कि अगले पड़ाव में और अधिक नर्सरियों की स्थापना की जाएगी, जिनमें बाकी रहते खेल भी शामिल किए जाएंगे।
मीत हेयर ने बताया कि नयी खेल नीति का नवीन पक्ष खेल नर्सरियों की स्थापना था, जिससे निचले स्तर पर खिलाडिय़ों की प्रतिभा निखर कर सामने आएगी। उन्होंने कहा कि आवेदन पत्र देने के लिए सुपरवाइजऱ के लिए उम्र 18 से 45 साल और प्रशिक्षक के लिए 18 से 37 साल रखी गई है। सुपरवाइजर को निर्धारित 50,000 रूपए प्रति माह और प्रशिक्षक को 25,000 रुपए प्रतिमाह मेहनताना दिया जाएगा। अधिक जानकारी और भर्ती के लिए योग्यता आदि संबंधी विवरण विभाग की वैबसाईट www.pbsports.punjab.gov.in पर देखे जा सकते हैं।