शिमला, 16 जनवरी। भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. राजीव बिंदल ने कहा कि प्रदेश व देश की कांग्रेस पार्टी पूरी तरह दिशाहीन व विचार शून्य दिखाई देती है।
उन्होंने कहा कि श्रीराम जन्म स्थान पर भव्य राम मंदिर के मुद्दे पर कांग्रेस पार्टी ने सदा ही राम जन्म स्थान पर श्री राम मंदिर निर्माण का डटकर विरोध किया। 1947 में देश के आजाद होने के बाद तुरंत श्री राम जन्म भूमि आजाद होनी चाहिए थी, कृष्ण जन्मभूमि व काशी विश्वनाथ भी आजाद होने चाहिए थे। जिस प्रकार सरदार वल्लभ भाई पटेल द्वारा श्री सोमनाथ जी का जीर्णोद्धार किया गया उसी प्रकार जवाहर लाल नेहरू जी को राम जन्म भूमि पर मंदिर निर्माण का कार्य अपने हाथ में लेना चाहिए था परन्तु इसके विपरीत उन्होंने राम मंदिर के ताले लगवाए और 50 साल तक श्री रामलला तालों में विराजमान रहे।
बिंदल ने कहा कि कांग्रेस पार्टी ने केवल तुष्टीकरण और अल्पसंख्यक समुदाय के वोट की राजनीति को ध्यान में रखते हुए भारतीयों के आराध्य देव श्री राम के अस्तित्व को ही नकार दिया और रामायण को केवल महर्षि वाल्मीकि द्वारा रचित एक काल्पनिक गाथा बताया। इतना ही नहीं न्यायालय में हलफनामा दायर करके चुनौती दी कि जन्म स्थान अयोध्या है, इसके क्या साक्ष्य हैं ? अर्थात भारतवासियों की भावनाओं को ठुकराते हुए केवल अल्पसंख्यकों और तुष्टीकरण की नीति पर काम किया।
बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि अब जब देश का मान सम्मान, सनातन का मान सम्मान नरेन्द्र मोदी द्वारा पुनर्स्थापित किया गया है और 22 जनवरी को श्री राम जन्म स्थान पर रामलला की प्राण प्रतिष्ठा हो रही है और करोड़ों-करोड़ों सनातनी हिन्दू विश्व भर से इस आयोजन को देखने के लिए आतुर हैं ऐसे समय पर कांग्रेसी राजनीति करने में लगे हैं। कोई कहता है कि जाऊंगा, कोई कहता हैं नहीं जाऊंगा। कभी-कभी तो सबसे हिन्दू बनने के बयान देते हैं और जब इनके राष्ट्रीय नेतृत्व घुड़की देते हैं तो इनका हिंदुत्व डूब जाता है। आज तो कांग्रेसी 22 जनवरी के कार्यक्रम को गलत समय पर किया जा रहा कार्यक्रम बताने में जुट गए हैं।
बिन्दल ने कहा कि कांग्रेस दिशा विहीन, नेतृत्व विहीन, विचार व चिन्तन विहीन हो चुकी है। एक परिवार के पीछे चलते-चलते राष्ट्र और देश, धर्म और संस्कृति से कोसों दूर चले गए हैं। अब इन्होंने राम को छोड़ दिया है तो इनका पतन निश्चित है।