विद्यालयों को विकल्प चुनने के लिए खोला गया लिंक
चंडीगढ़ , 27 अक्तूबर – हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड भिवानी द्वारा सैकेण्डरी (नियमित) एवं गुरूकुल/विद्यापीठ वार्षिक परीक्षा मार्च-2024 के लिए ऑनलाइन आवेदन-पत्र 24 अक्तूबर, 2023 से लाईव कर दिए गए हैं जिसमें गणित विषय के लिए केवल एक ही आप्शन उपलब्ध करवाई गई थी। अब परीक्षार्थी आधार (Basic) व मानक (Standard) गणित में से किसी एक आप्शन को चुनकर गणित की परीक्षा दे सकते हैं। गणित विषय का प्रश्र-पत्र डिजाइन व पाठ्यक्रम बोर्ड की अधिकारिक वेबसाइट www.bseh.org.in पर उपलब्ध है।
इस आशय की जानकारी देते हुए बोर्ड प्रवक्ता ने बताया कि सैकण्डरी कक्षा के परीक्षार्थियों के हित एवं गणित विषय में कठिनाई स्तर को देखते हुए शिक्षा बोर्ड द्वारा परीक्षार्थियों को आधार (Basic) व मानक (Standard) गणित में से कोई एक विकल्प चुन सकते हैं तथा चुने गए विकल्प में से किसी एक विषय की परीक्षा दे सकते हैं।
उन्होंने आगे बताया कि जो परीक्षार्थी आधार (Basic) गणित विषय को चुनकर सैकण्डरी की परीक्षा उत्तीर्ण करेगा, वह परीक्षार्थी 11वीं कक्षा में गणित विषय को अध्ययन हेतु नहीं चुन सकता। अगर वह 11वीं कक्षा में गणित विषय लेना चाहता है तो उसे जुलाई में होने वाली परीक्षा में दोबारा से मानक गणित विषय की परीक्षा पास करनी होगी। उन्होंने बताया कि केवल मानक (Standard) गणित विषय में उत्तीर्ण परीक्षार्थी ही कक्षा 11वीं में गणित विषय ले सकेगा। शिक्षा बोर्ड द्वारा विद्यालयों को ऑनलाइन आवेदन भरने हेतु दिए गए लिंक पर अलग-अलग आप्शन उपलब्ध करवा दी गई है। इसके अनुसार ही सभी विद्यालय मुखिया ऑनलाइन फार्म भरना सुनिश्चित करें।
उन्होंने आगे बताया कि यदि किसी विद्यालय द्वारा सैकण्डरी परीक्षा मार्च-2024 के लिए ऑनलाइन आवेदन फॉर्म भर दिए गए हैं तो उन विद्यालयों के लिए लिंक पुन: खोल दिया गया है। विद्यालय मुखियाओं द्वारा गणित विषय का कोई एक विकल्प आधार (Basic) अथवा मानक (Standard) विषय में से एक चुनते हुए आवेदन फार्म में शुद्धि कर दी जाए।
बोर्ड प्रवक्ता ने बताया कि जिन विद्यालय मुखियाओं द्वारा ऑनलाइन आवेदन फॉर्म भरते समय गणित विषय भर दिया गया है तथा पुन: लिक खुलने उपरांत आधार (Basic) व मानक (Standard) गणित में से किसी एक विषय को नहीं चुना गया है तो उस अवस्था में परीक्षार्थी का गणित विषय मानक (Standard) गणित मान लिया जायेगा। ऑनलाइन आवेदन करने उपरांत यदि विद्यालय द्वारा किसी परीक्षार्थी के गणित विषय के विकल्प में शुद्धि करवाई जानी है तो समय रहते प्रतिवेदन तथा शुद्धि शुल्क के साथ विकल्प में बदलाव करवाया जा सकता है।