मेडिकल शिक्षा एवं अनुसंधान विभाग और स्ट्राइकर इंडिया द्वारा पंजाब के मेडिकल शिक्षा और अनुसंधान मंत्री की मौजूदगी में समझौता सहीबद्ध
चंडीगढ़, 9 अगस्तः
मुख्यमंत्री भगवंत मान की सोच अनुसार मेडिकल क्षेत्र में सकारात्मक बदलाव लाने के लिए गतिशील हिस्सेदारी के लिए मंच तैयार करते हुये मेडिकल शिक्षा और अनुसंधान मंत्री डा. बलबीर सिंह के नेतृत्व अधीन आज मेडिकल शिक्षा और अनुसंधान विभाग और कंसोशिया एडवाइजरी/ स्ट्राईकर इंडिया के दरमियान पंजाब भवन में समझौता ( ऐमओयू) सहीबद्ध किया गया।
डा. बलबीर सिंह ने कहा कि यह हिस्सेदारी नवीनता और तरक्की को उत्साहित करने की दिशा की तरफ महत्वपूर्ण कदम है, जिसका उद्देश्य शुरुआत में राज्य के सरकारी मेडिकल कालेजों में चुनौतियों से निपटने, मौकों का फ़ायदा उठाना और स्ट्रोक और ब्रेन अटैक के क्षेत्र में मरीजों की देखभाल और अनुसंधान पर सार्थक प्रभाव डालने के लिए विलक्षण सामर्थ्य और हुनर का लाभ उठाना है।
उन्होंने कहा कि यह समझौता मेडिकल क्षेत्र में मानक शिक्षा के साथ मेडिकल स्टाफ तैयार करने में सहायक सिद्ध होगा। इसके साथ ही यह राज्य में स्पेशलिस्ट और सुपर स्पेशलिस्ट डाक्टरों को तैयार करने और पंजाब के मेडिकल कालेजों में अनुसंधान गतिविधियों को उत्साहित करने में भी मदद करेगा।
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि राज्य सरकार पंजाब में स्ट्रोक के इलाज के लिए बेहतर डाक्टरी अनुसंधानों की पहचान, विकास और प्रचार करने के लिए वचनबद्ध है, जिसमें नवीनतम मैकेनिकल थ्रोम्बेक्टोमी शामिल है जोकि स्ट्रोक के इलाज के लिए तुरुंत इस्तेमाल किये जाते रिवायती इलाजों का विकल्प है।
इस दौरान दोनों पक्षों ने मेडिकल प्रैकटीशनरों, डाक्टरों और इंटरवैंनशनिशटस को प्रशिक्षण देने के लिए जागरूकता और सामर्थ्य-निर्माण प्रोग्राम स्थापित करने के लिए आपसी सहमति जतायी। यह हिस्सेदारी कम्युनिटी में बेहतर और अधिक किफ़ायती स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करने सम्बन्धी सरकार के प्रस्ताव को भी दर्शाती है।
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