सामाजिक सुरक्षा, महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा दो दिवसीय राज्य स्तरीय निगरानी और ट्रेनिंग प्रोग्राम का आयोजन
चंडीगढ़, 7 अगस्तः
मुख्यमंत्री भगवंत मान की बच्चों के सर्वांगीण विकास की वचनबद्धता के अंतर्गत काम करते हुये विभिन्न स्कीमों को लागू करना यकीनी बनाया जा रहा है।
सामाजिक सुरक्षा, महिला एवं बाल विकास मंत्री डा. बलजीत कौर के दिशा-निर्देशों पर सामाजिक सुरक्षा, महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा आंगनवाड़ी केन्द्रों में शिक्षा और पोषण को बढ़ाने के लिए “पोषण भी पढ़ाई भी” विषय पर निपसड रीज़नल सैंटर मोहाली में ट्रेनिंग करवाई गई। यह राज्य स्तरीय निगरानी और ट्रेनिंग प्रोग्राम आंगणवाड़ी वर्करों और बाल विकास प्रोजैक्ट अफसरों की क्षमता को बढ़ाने के लिए शुरू किया गया है। राज्य में यह प्रोग्राम 7 अगस्त से 12 सितम्बर तक करवाया जायेगा।
इस ट्रेनिंग का उद्देश्य छोटे बच्चों को सर्वांगीण विकास के मौके प्रदान करना, आंगणवाड़ी वर्करों को सशक्त करना और बच्चों और किशोर लड़कियों के लिए उचित पोषण को यकीनी बनाना है।
राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के अनुसार यह स्कीम उच्च-गुणवत्ता ई. सी. सी. ई अध्यापकों का काडर बनाने के लिए मौजूदा आंगणवाड़ी वर्करों की ट्रेनिंग का प्रस्ताव करके इस नीति के लक्ष्यों को शामिल करती है।
सामाजिक सुरक्षा, महिला एवं बाल विकास विभाग के डायरैक्टर श्रीमती माधवी कटारिया ने बताया कि इस ट्रेनिंग का मुख्य उद्देश्य पोषण ट्रैकर एप्लीकेशन को लागू करना है।
उन्होंने बताया कि ट्रेनिंग कोर्स शुरुआती बचपन की शिक्षा, सेहत और ट्रेनिंग अभ्यास, माताओं की देखभाल, विकास की निगरानी और संतुलित ख़ुराक की महत्ता समेत कई विषयों को कवर करता है। सी. डी. पी. ओज़ प्रोगराम प्रबंधन, निगरानी में अतिरिक्त ट्रेनिंग प्राप्त करेंगे, जिससे वह आंगणवाड़ी केन्द्रों के कामकाज की कुशलता से निगरानी कर सकेंगे।
इस मौके पर बाल विकास प्रोजैक्ट अफ़सर, सुपरवाइज़र, ब्लाक और ज़िला को-आर्डीनेटर और सलाहकार उपस्थित थे