मुख्यमंत्री मान ने उद्योगपतियों को पंजाब में निवेश का निमंत्रण दियामुख्यमंत्री मान ने उद्योगपतियों को पंजाब में निवेश का निमंत्रण दिया

बेंगलुरु, 14 अक्टूबर। मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने आज पंजाब को निवेश के लिए प्राथमिकता वाला स्थान बताते हुए उद्योगपतियों को अपने व्यवसाय को बढ़ावा देने के लिए राज्य में निवेश करने का निमंत्रण दिया।

यहां प्रमुख उद्योगपतियों के साथ बातचीत करते हुए मुख्यमंत्री ने दक्षिणी भारतीय राज्य कर्नाटक की राजधानी में औद्योगिक क्षेत्र के दिग्गजों का गर्मजोशी से स्वागत किया। उन्होंने कहा कि बेंगलुरु को भारत का सूचना प्रौद्योगिकी केंद्र और भारत की सिलिकॉन वैली के रूप में जाना जाता है। उद्यमियों को पंजाब में निवेश के लिए आमंत्रित करते हुए, भगवंत सिंह मान ने कहा कि यह पवित्र भूमि महान गुरुओं, संतों-महापुरुषों और शहीदों की कृपा से समृद्ध है। उन्होंने कहा कि पंजाब के पास एक समृद्ध और अनूठी सांस्कृतिक विरासत है।

मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि बहादुरी, कड़ी मेहनत और उद्यमी भावना पंजाब की मिट्टी के कण-कण में समाई हुई है। उन्होंने कहा कि पंजाब ने लंबे समय से देश की सीमाओं की रक्षा करने के साथ-साथ देश की खाद्य सुरक्षा सुनिश्चित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। भगवंत सिंह मान ने कहा कि इन कारणों से पंजाब को अक्सर भारत का अन्नदाता और भारत की खड्गभुजा कहा जाता है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि पंजाब के मेहनती लोग अपने समर्पण और लगन के लिए जाने जाते हैं, जिसके कारण राज्य में उद्योग और उद्यम लगातार फल-फूल रहे हैं। उन्होंने कहा कि पंजाब लगातार औद्योगिक विकास की नई ऊंचाइयों को छू रहा है और राज्य की उद्योग-समर्थक नीतियों, पारदर्शी प्रशासन और व्यवसाय-अनुकूल माहौल के कारण बड़ी संख्या में निवेश राज्य की ओर आकर्षित हो रहा है। भगवंत सिंह मान ने कहा कि यह बेहद खुशी की बात है कि पंजाब के सौहार्दपूर्ण और शांतिपूर्ण माहौल ने औद्योगिक निवेश को बड़ा बढ़ावा दिया है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि मार्च 2022 से अब तक पंजाब को 1.23 लाख करोड़ रुपए के निवेश प्रस्ताव प्राप्त हुए हैं, जिससे लगभग 4.7 लाख युवाओं के लिए रोजगार के अवसर पैदा होंगे। उन्होंने कहा कि पंजाब के खाद्य प्रसंस्करण, कपड़ा, ऑटो कंपोनेंट, हैंड टूल, साइकिल, आईटी और पर्यटन जैसे क्षेत्र अन्य राज्यों के लिए मिसाल बन रहे हैं। भगवंत सिंह मान ने आगे कहा कि यह बहुत गर्व की बात है कि पंजाब में नेस्ले, क्लास, फ्रूडेनबर्ग, कारगिल, वरबियो, डैनोन और विश्व स्तर की अन्य प्रमुख कंपनियों ने अपनी इकाइयां स्थापित की हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्हें यह बताते हुए बहुत खुशी हो रही है कि जमशेदपुर के बाद टाटा का भारत में दूसरा सबसे बड़ा स्टील प्लांट लुधियाना में विकसित किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि लुधियाना, जो विश्व स्तर पर एक औद्योगिक केंद्र के रूप में जाना जाता है, राज्य की अर्थव्यवस्था में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है और इसे वास्तव में पंजाब की वाणिज्यिक राजधानी माना जाता है। भगवंत सिंह मान ने कहा कि पंजाब जापान, अमेरिका, जर्मनी, यूके, यूएई, स्विट्जरलैंड, फ्रांस और स्पेन जैसे विकसित देशों से निवेश आकर्षित कर रहा है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्हें विश्वास है कि यह केवल शुरुआत है क्योंकि पंजाब न केवल भारत बल्कि दुनिया के लिए निवेश के प्राथमिकता वाले स्थानों के रूप में उभर रहा है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने केवल साढ़े तीन वर्षों में उद्योगपतियों को दी गई कई गारंटियों को पूरा कर दिया है। भगवंत सिंह मान ने कहा कि राज्य सरकार के ठोस प्रयासों के कारण पंजाब अब व्यवसाय करने में आसानी के मामले में शीर्ष स्थान पर है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि फास्ट ट्रैक पंजाब पोर्टल भारत का अत्याधुनिक सिंगल-विंडो सिस्टम है, जिसमें 150 से अधिक व्यावसायिक सेवाएं प्रदान की जाती हैं और इससे ऑफलाइन आवेदन जमा करने की आवश्यकता नहीं पड़ती। उन्होंने कहा कि पंजाब राइट टू बिजनेस एक्ट के तहत, राज्य सरकार ने 125 करोड़ रुपए तक के निवेश वाले परियोजनाओं को तीन दिनों के भीतर सैद्धांतिक मंजूरी दी है। भगवंत सिंह मान ने आगे बताया कि मंजूरी देने के लिए 45 दिनों की समय सीमा निर्धारित की गई है और यदि इस अवधि के दौरान मंजूरी जारी नहीं की जाती, तो उन्हें स्वतः ही स्वीकृत माना जाता है।

मुख्यमंत्री ने बताया कि निवेशकों को व्हाट्सएप, ए.आई. चैटबॉट्स और कॉल सेंटरों के माध्यम से नियमित रूप से सहायता प्रदान की जाती है। उन्होंने आगे बताया कि फायर एन.ओ.सी. नवीनीकरण के लिए समय अवधि बढ़ा दी गई है और लीजहोल्ड से फ्रीहोल्ड में परिवर्तन की प्रक्रिया को और सरल बनाया गया है। भगवंत सिंह मान ने कहा कि राज्य सरकार का दृढ़ विश्वास है कि वास्तविक औद्योगिक प्रगति तभी संभव है जब सरकार और उद्योग कंधे से कंधा मिलाकर काम करें।

मुख्यमंत्री ने कहा कि इसलिए निवेशकों और उद्यमियों को पंजाब के औद्योगिक भविष्य के लिए मुख्य साझेदार माना जाता है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने 24 विभिन्न औद्योगिक क्षेत्रों के लिए समितियां स्थापित की हैं, जिनका उद्देश्य प्रत्येक के लिए लक्षित रणनीतियां और रोडमैप तैयार करना है। भगवंत सिंह मान ने कहा कि निवेश पंजाब के समर्पित अधिकारी उद्योगपतियों को हर संभव सहायता देने के लिए हमेशा उपलब्ध हैं।

मुख्यमंत्री ने निवेशकों को आगे बताया कि छठा प्रगतिशील पंजाब निवेशक सम्मेलन 13, 14 और 15 मार्च 2026 को मोहाली में आयोजित किया जा रहा है। इस महत्वपूर्ण आयोजन में भाग लेने के लिए सभी निवेशकों को निमंत्रण देते हुए उन्होंने कहा कि यह सम्मेलन उद्योगपतियों, नीति निर्माताओं और शोधकर्ताओं को विचारों के आदान-प्रदान और अपने दृष्टिकोण प्रस्तुत करने के लिए एक साझा मंच प्रदान करेगा। भगवंत सिंह मान ने सभी उद्योगपतियों से उद्योग-समर्थक नीतियां बनाने में सक्रिय रूप से योगदान देने और अपने मूल्यवान सुझाव साझा करने की अपील की।

मुख्यमंत्री ने कहा कि पंजाब में आर्थिक और औद्योगिक विकास के लिए असीम संभावनाएं हैं, लेकिन पंजाब के विकास के लिए उद्योगपतियों का समर्थन अत्यंत आवश्यक है। उन्होंने कहा कि उनकी साझेदारी के साथ, राज्य सरकार पंजाब को समृद्धि और प्रगति की नई राहों पर ले जाएगी। भगवंत सिंह मान ने विश्वास व्यक्त किया कि एकजुट होकर, वे जल्द ही पंजाब को एक बार फिर से ‘रंगला पंजाब’ बनाने के सपने को साकार करेंगे।
इस अवसर पर उद्योग मंत्री संजीव अरोड़ा और अन्य अधिकारी भी उपस्थित थे।

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