मान ने किया चीमा और सरदूलगढ़ के तहसील कांप्लेक्स का औचक दौरामान ने किया चीमा और सरदूलगढ़ के तहसील कांप्लेक्स का औचक दौरा

चीमा (संगरूर)/सरदूलगढ़ (मानसा), 18 फरवरी। पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने आज चीमा में नए बने सब-तहसील काम्प्लेक्स और अस्पताल तथा सरदूलगढ़ के तहसील काम्प्लेक्स का औचक दौरा किया ताकि जमीनी स्तर पर दी जा रही नागरिक-केंद्रित सेवाओं का मौके पर जाकर जायजा लिया जा सके। 

मुख्यमंत्री आज दोपहर मौके पर चीमा के सब-तहसील काम्प्लेक्स पहुंचे और हाज़िर लोगों से बातचीत की। इस मौके पर लोगों ने मुख्यमंत्री और उनकी सरकार द्वारा निर्बाध सेवाएं प्रदान करने के लिए सराहना की। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार के प्रभावी कामकाज के लिए लोगों की फीडबैक बहुत महत्वपूर्ण रखती है। भगवंत सिंह मान ने कहा कि उन्होंने लोगों की भलाई को सुनिश्चित करने के लिए काम्प्लेक्स का दौरा किया है ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि उनके काम सुचारू रूप से बिना किसी परेशानी के हो रहे हैं।

उन्होंने कहा कि इस दौरे का उद्देश्य अधिकारियों में कोई नुक्स नहीं निकालना है बल्कि सरकारी दफ्तरों में काम को और सुचारू बनाना है। उन्होंने कहा कि राज्य के लोगों ने पहली बार देखा है कि कोई मुख्यमंत्री सरकारी दफ्तरों का खुद दौरा कर रहा है। भगवंत सिंह मान ने कहा कि इसका उद्देश्य सिर्फ राज्य के लोगों को हर तरह से नागरिक केंद्रित सेवाएं प्रदान करके उनकी भलाई को सुनिश्चित करना है। मुख्यमंत्री ने कहा कि सभी सरकारी अफसरों को अपनी ड्यूटी ईमानदारी से निभानी चाहिए ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि लोगों को सरकारी दफ्तरों के दौरों के दौरान किसी भी प्रकार की मुश्किल का सामना ना करना पड़े। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार की सबसे बड़ी प्राथमिकता लोगों के रोज़मर्रा के दफ्तरी कामकाज का फौरी हल करना है। इस दौरान मुख्यमंत्री ने संत बाबा अतर सिंह जी की याद में होने वाले समागम के प्रबंधों का भी जायजा लिया।

मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार इस समागम में आने वाले लाखों श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए पुख्ता प्रबंध करने के लिए वचनबद्ध है। उन्होंने अधिकारियों को यह सुनिश्चित करने के लिए कहा कि इस नेक काम के लिए कोई कसर बाकी ना छोड़ी जाए। भगवंत सिंह मान ने कहा कि वे इस संबंध में जिला प्रशासन द्वारा किए जा रहे प्रबंधों पर व्यक्तिगत रूप से लगातार नजर रखेंगे। मुख्यमंत्री ने इलाके में निर्माणाधीन अस्पताल के विकास कार्यों का भी जायजा लिया। उन्होंने उम्मीद जाहिर की कि 20 बिस्तरों की क्षमता वाला यह अस्पताल लोगों को मानक स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करने में बेहद सहायक होगा। भगवंत सिंह मान ने कहा कि इस अस्पताल पर चल रहा काम इस साल 30 जून तक पूरा हो जाएगा जिसके बाद इसे जनता को समर्पित किया जाएगा।

इस दौरान सरदूलगढ़ में मुख्यमंत्री ने बताया कि पंजाब सरकार राज्य के सर्वांगीण विकास को सुनिश्चित करके इसके कायाकल्प के लिए कड़े प्रयास कर रही है। आज सरदूलगढ़ के तहसील कॉम्प्लेक्स में औचक चेकिंग के दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार स्वास्थ्य, शिक्षा, बिजली, रोजगार और बुनियादी ढांचा विकास क्षेत्रों के विकास की ओर लगातार प्रयासरत है। उन्होंने कहा कि राज्य में जनहित महत्व वाले इन मुख्य क्षेत्रों को बड़ा समर्थन देने के लिए व्यापक योजना तैयार की गई है। 

मान ने कहा कि इस प्राथमिकता कार्य के लिए कोई कसर नहीं छोड़ी जाएगी जिसका उद्देश्य पंजाब को देश का अग्रणी राज्य बनाना है ताकि पंजाबियों की खुशहाली सुनिश्चित की जा सके।

मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार के ठोस प्रयासों के कारण पंजाब के स्कूलों के लिए नई इमारतें बनाई जा रही हैं, नई सड़कों का निर्माण किया जा रहा है, युवाओं को सरकारी नौकरियां मिल रही हैं और हर क्षेत्र में समग्र विकास देखने को मिल रहा है। उन्होंने कहा कि पिछली राज्य सरकारों द्वारा इन महत्वपूर्ण क्षेत्रों को अब तक अनदेखा किया गया था, जिसके कारण राज्य के विकास की गति पिछड़ गई थी। भगवंत सिंह मान ने आगे कहा कि यह रंगला पंजाब का रोडमैप है, जिसे आम आदमी की सक्रिय भागीदारी से तैयार किया जा रहा है।

इस दौरान नागरिकों से फीडबैक लेने के लिए मुख्यमंत्री ने उनसे बातचीत की जिसमें उन्होंने बताया कि तहसील में तहसीलदार की नियमित तैनाती जल्द ही की जाएगी। उन्होंने दफ्तर के कामकाज को समय पर निपटाना सुनिश्चित करने के लिए कॉम्प्लेक्स में हाई-स्पीड इंटरनेट लगाने के भी आदेश दिए। 

मान ने कहा कि सभी सरकारी अधिकारियों को अपनी ड्यूटी ईमानदारी और तन्मयता से निभानी चाहिए ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि सरकारी दफ्तरों में आने के दौरान लोगों को किसी भी प्रकार की दिक्कत का सामना ना हो।

एक सवाल के जवाब में मुख्यमंत्री ने स्पष्ट रूप से कहा कि राज्य सरकार हाल ही में अमेरिका से निर्वासित किए गए पंजाबियों को पूरा सहयोग करेगी। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार उन्हें पुनर्वास के मौके प्रदान करेगी ताकि वे पंजाब के सामाजिक-आर्थिक विकास में सक्रिय भागीदार बन सकें। 

मान ने कहा कि राज्य सरकार इस प्रयास में उन युवाओं को भी अपने साथ जोड़ेगी, जिन्होंने ऐसी मुश्किलों का सामना करने के बाद सफलतापूर्वक अपने उद्यम स्थापित किए हैं ताकि निर्वासित किए गए पंजाबियों को अपने देश में ही नई जिंदगी शुरू करने के लिए प्रेरित किया जा सके।

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