मोहाली, 4 अक्टूबर। पंजाब को नशा मुक्त राज्य बनाने के लिए जारी मुहिम के दौरान एस. ए. एस. नगर पुलिस ने अंतरराष्ट्रीय नशा तस्करी सिंडिकेट, जो राज्य में हेरोइन की तस्करी के लिए जैकेट का प्रयोग करता था, का पर्दाफाश करते हुए इसके दो गुर्गों को 500-500 ग्राम हेरोइन के साथ भरी तीन हाफ स्लीव जैकेट्स सहित गिरफ्तार किया है।
पंजाब के डीजीपी गौरव यादव ने आज यहां बताया कि पकड़े गए व्यक्तियों की पहचान फरीदकोट के भाना के रहने वाले सुखदीप सिंह उर्फ राजा और रोहतक के अजैब के रहने वाले कृष्ण के तौर पर हुई है।
उन्होंने बताया कि मुलजिमों के पास से 1.5 किलोग्राम हेरोइन बरामद करने के अलावा, पुलिस टीमों ने उनकी सफ़ेद रंग की हुंडयी ओरा ( एचआर 12 एटी 7091) कार को भी ज़ब्त किया है, जिसको वह टैक्सी के तौर पर इस्तेमाल करते हुये उसमें नशीले पदार्थों की तस्करी कर रहे थे।
यादव ने कहा कि प्राथमिक जांच से पता लगा है कि नशीले पदार्थों की यह खेप दिल्ली स्थित अफगान नागरिक से ख़रीदी गई थी, जिससे इस नैटवर्क के अंतरराष्ट्रीय ड्रग कारटिल के साथ संबंधों का पर्दाफाश होने के साथ-साथ यह सामने आया है कि वह गिरफ़्तारी से बचने के लिए जैकटों में हेरोइन छिपा कर इसकी तस्करी करते थे।
उन्होंने बताया कि प्राथमिक पूछताछ के दौरान आरोपियों ने खुलासा किया कि उन्होंने पिछले दो महीनों के दौरान कोटकपूरा के नशा तस्कर लखविंदर सिंह के साथ मिलीभगत करके हेरोइन की चार खेप की तस्करी की थी और हाल ही में सितंबर में 10 किलो हेरोइन खरीदी थी, जो मोगा में सप्लाई की गई थी। एनडीपीएस एक्ट के कम से कम 10 मामलों का सामना कर रहा मुलजिम लखविन्दर सिंह इस माड्यूल का मुख्य सरगना बताया जा रहा है, जो नशे के पूरे नेटवर्क को चला रहा था।
डीजीपी ने बताया कि पुलिस टीमें फरार लखविंदर सिंह को पकड़ने के लिए छापेमारी कर रही हैं। मामले में अगले- पिछले संबंधों का पता लगाने के लिए आगे जांच की जा रही है।
डीआईजी रोपड़ रेंज नीलांबरी जगदले ने बताया कि भरोसेयोग सूचना मिली थी कि हेरोइन समेत ड्रग सिंडिकेट के दो मैंबर सफेद रंग की हुंडई औरा में दिल्ली से मोहाली की तरफ आ रहे हैं। इस सूचना पर डीएसपी बिकरमजीत सिंह बराड़ के नेतृत्व में पुलिस टीमों ने लालड़ू के दप्पर टोल प्लाजा के करीब एक विशेष नाका लगाया और वाहन को घेरा डाल कर आरोपियों को नशीले पदार्थों समेत गिरफ्तार कर लिया।
एस. एस. पी दीपक पारीक ने बताया कि आरोपी सुखदीप का पुराना आपराधिक रिकार्ड भी है जिसके खिलाफ 2020 में अगवा का केस दर्ज हुआ था। उन्होंने बताया कि मई 2024 में फरीदकोट जेल से जमानत पर बाहर आने के बाद वह जुलाई 2024 में हेरोइन की तस्करी के इस नेटवर्क में शामिल हुआ था।
एसएसपी ने बताया कि पकड़े गए मुलजिमों ने नशा तस्करी की गतिविधियों को अंजाम देने के लिए सोहाना, एस. ए. एस. नगर में किराये पर रिहायश भी ली हुई थी। इस संबंध में एस. ए. एस. नगर के थाना लालड़ू में एन. डी. पी. एस एक्ट की धाराओं 21 और 29 के तहत मामला दर्ज कर लिया गया है।