शिमला, 24 सितंबर। उत्तराखंड के राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल ने आज शिमला के ठियोग के फागू में जिला प्रशासन द्वारा आयोजित ‘स्वच्छता ही सेवा’ अभियान के अन्तर्गत महिला पंचायत प्रतिनिधियों और स्वयं सहायता समूहों की ‘दीदियों’ से बातचीत करते हुए कहा कि सामूहिक भागीदारी से ही स्वच्छता के लक्ष्य को प्राप्त किया जा सकता है।
इस अवसर पर राज्यपाल ने कहा कि इस वर्ष स्वच्छ भारत मिशन सफलतापूर्वक 10वीं वर्षगांठ मना रहा है। इस उपलब्धि का जश्न मनाने के लिए 17 सितंबर से 2 अक्टूबर तक ‘स्वच्छता ही सेवा’ 2024 अभियान मनाया जाएगा। ‘स्वभाव स्वच्छता, संस्कार स्वच्छता’ इस वर्ष का विषय है। उन्होंने कहा कि हमें इस विषय को आत्मसात करते हुए स्वच्छता को दैनिक जीवन और संस्कृति का अभिन्न अंग बनाना चाहिए।
उन्होंने कहा कि इस अभियान के तहत स्वच्छता लक्ष्य, स्वच्छता में जन भागीदारी और सफाई मित्र सुरक्षा शिविर केन्द्र में रहेंगे। स्वच्छता अभियान, स्वच्छता में जन भागीदारी और सफाई मित्र सुरक्षा शिविरों का आयोजन किया जाएगा। इसके तहत स्वास्थ्य जांच और सफाई कर्मचारियों को सामाजिक सुरक्षा योजनाओं का लाभ से अवगत करवाना है।
राज्यपाल ने नशे के दुष्प्रभावों के बारे में जन अभियान में लोगों को सक्रिय भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए भी कहा। उन्होंने कहा कि लोगों को जागरूक करने में पंचायत प्रतिनिधि और महिलाएं महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती हैं। देवभूमि हिमाचल के युवाओं को नशे से बचाने के लिए महिलाओं को सक्रिय भागीदारी सुनिश्चित करनी होगी।
इस अवसर पर राज्यपाल ने पंचायती राज संस्थाओं और स्वयं सहायता समूहों के सदस्यों को स्वच्छता की शपथ भी दिलाई।
राज्यपाल ने स्वास्थ्य विभाग के सहयोग से आयोजित स्वास्थ्य शिविर का शुभारम्भ भी किया। उन्होंने देवदार का पौधा रोपित कर वन विभाग के पौधरोपण अभियान का शुभारम्भ किया।
उपायुक्त शिमला अनुपम कश्यप ने राज्यपाल का स्वागत किया तथा उन्हें जिला में स्वयं सहायता समूहों के माध्यम से किए जा रहे कार्यों से अवगत कराया।
चर्चा के दौरान महिला प्रधानों तथा स्वयं सहायता समूहों की ‘दीदियों’ ने राज्यपाल को उनके द्वारा किए जा रहे विभिन्न कार्यों से अवगत कराया।
ठियोग उपमंडल की बन्नी, मखडोल, चियोग, देहना और शतियां पंचायतों के प्रतिनिधियों ने स्वच्छता कार्यक्रम में भाग लिया।
इस अवसर पर राज्यपाल के सचिव सी.पी. वर्मा, पुलिस अधीक्षक संजीव गांधी, जिला प्रशासन के अधिकारी तथा अन्य गणमान्य व्यक्ति भी उपस्थित थे।