देहरादून, 30 जून। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी जन शिकायतों के लेवल पर अफसरशाही पर भौंह टेढ़ी ली है। उन्होंने सवाल किया है कि फरियादियों की जिन समस्याओं को थाने, तहसील और जिला लेवल पर निपटाया जा सकता है वे अनावश्यक रूप से शासन तक क्यों आ रही हैं।
उन्होंने कहा कि शिकायतों को दूर करने के लिए अधिकारियों की जिम्मेदारी भी तय होनी चाहिए।
धामी अपने कैंप ऑफिस स्थित मुख्य सेवक सदन में जन समस्याएं सुन रहे थे।
उन्होंने लोगों की समस्याएं सुनते हुए सीएमओ के अधिकारियों को निर्देश दिए कि जन समस्याओं के जल्द निराकरण के लिए समस्या या शिकायत जिस विभाग से संबंधित है, शीघ्र संबंधित विभाग को भेजकर उस पर की गई कार्यवाही की भी जानकारी ली जाए।
उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि जिस समस्या का समाधान थाना, तहसील एवं जिला स्तर पर हो सकता है, वे समस्याएं अनावश्यक रूप से शासन स्तर पर न आएं। इस प्रकार की शिकायत आने पर उन्होंने संबंधित अधिकारियों की जिम्मेदारी तय करने के भी निर्देश दिए हैं।
मुख्यमंत्री के सामने लोगों ने स्वास्थ्य, सड़क, पेयजल, आर्थिक सहायता, विद्युत, जमीन से संबंधित मामलों एवं अन्य समस्याएं रखी।
मुख्यमंत्री ने सभी समस्याओं के निराकरण के लिए अधिकारियों को शीघ्र कार्यवाही करने के निर्देश दिए। उन्होंने सभी जिलाधिकारियों को निर्देश दिए हैं, कि वे नियमित तहसील दिवस और बीडीसी की बैठक रखें। इन बैठक में सभी वरिष्ठ अधिकारियों की उपस्थिति सुनिश्चित की जाए। जिलाधिकारियों को प्रत्येक कार्यदिवस में एक घंटा जन समस्याओं को सुनने के भी निर्देश मुख्यमंत्री द्वारा दिए गए हैं।
इस अवसर पर आईजी गढ़वाल के.एस.नगन्याल, अपर सचिव संजय टोलिया, अपर जिलाधिकारी देहरादून जय भारत सिंह एवं अन्य अधिकारी मौजूद थे।