शिमला, 13 जून। हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने ऊना जिले के हरोली विधानसभा क्षेत्र में बल्क ड्रग पार्क बनाने की प्रगति की समीक्षा के लिए आयोजित उच्च स्तरीय बैठक की अध्यक्षता की।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार इस परियोजना में रणनीतिक साझेदार बनेगी तथा इसका कार्य समयबद्ध पूर्ण करने के लिए भारत सरकार की सहायता के अलावा अतिरिक्त धनराशि भी उपलब्ध करवाई जाएगी। उन्होंने कहा कि 1923 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत की यह परियोजना 570 हेक्टेयर भूमि पर स्थापित होगी।
बैठक में यह भी निर्णय लिया गया कि राज्य सरकार 10 वर्षों तक परियोजना की परिचालन लागत वहन करेगी।
सुक्खू ने कहा कि बल्क ड्रग पार्क में 5 एमएलडी क्षमता वाला कॉमन एफ्लुएंट ट्रीटमेंट संयंत्र, ठोस अपशिष्ट प्रबंधन संयंत्र, स्टॉर्म वॉटर ड्रेन नेटवर्क, कॉमन साल्वेंट स्टोरेज, रिकवरी एवं डिस्टिलेशन सुविधा, स्ट्रीम उत्पादन संयंत्र, आधुनिक प्रयोगशाला जांच केन्द्र, आपातकालीन प्रतिक्रिया केंद्र, संकट जनक संचालन लेखा केन्द्र और उत्कृष्टता केन्द्र की सुविधा होगी।
इसके अतिरिक्त पैदल पथ, कैंटीन, अग्निशमन केन्द्र, प्रशासनिक ब्लॉक जैसी आधारभूत संरचना का निर्माण किया जाएगा तथा स्थल विकास कार्य भी किए जाएंगे। उन्होंने उद्योग विभाग को निविदा प्रक्रिया में तेजी लाने, परियोजना को धरातल पर लाने के लिए किसी भी प्रकार की अड़चन को दूर करने तथा सभी औपचारिकताओं को समयबद्ध तरीके से पूरा करने के निर्देश दिए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार बल्क ड्रग पार्क को अतिशीघ्र पूर्ण करने के लिए प्रतिबद्ध है, क्योंकि यह राज्य की सबसे महत्वपूर्ण परियोजनाओं में से एक है। उन्होंने कहा कि यह बल्क ड्रग पार्क राजस्व सृजन में सहायक होगा तथा युवाओं के लिए रोजगार के महत्वपूर्ण अवसर उपलब्ध करवाएगा।
उप-मुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री, उद्योग मंत्री हर्षवर्धन चौहान, शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर ने भी इस परियोजना के कार्यान्वयन से संबंधित बहुमूल्य सुझाव दिए।
विधायक चंद्र शेखर, मुख्य सचिव प्रबोध सक्सेना, प्रधान सचिव आर.डी. नजीम, देवेश कुमार, मुख्यमंत्री के ओएसडी गोपाल शर्मा, मुख्यमंत्री के सचिव राकेश कंवर, सलाहकार आधारभूत संरचना अनिल कपिल, निदेशक उद्योग राकेश प्रजापति तथा अतिरिक्त निदेशक उद्योग तिलक राज शर्मा भी इस अवसर पर मौजूद थे।