सिरसा, 30 मार्च । अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी की महासचिव, पूर्व केन्द्रीय मंत्री, हरियाणा प्रदेश कांग्रेस कमेटी की पूर्व प्रदेशाध्यक्ष, उत्तराखंड की प्रभारी एवं कांग्रेस कार्य समिति की सदस्य कुमारी सैलजा ने कहा कि देश में लोकसभा चुनाव का बिगुल बज चुका है, देश के हालात बड़े विकट हो चुके हैं। सरकार की तानाशाही के कारण आज लोकतंत्र खतरे में है। जनता सब कुछ समझ रही है और देख रही है। समय बदल रहा है और आगामी समय भी बदलाव से भरा होगा। लोकसभा चुनावों में इस बार देश की जनता भाजपा का सूपड़ा साफ करने का काम करेगी।
वे शनिवार को यहां कांग्रेस भवन में पत्रकारों से बातचीत कर रही थी। उन्होंने कहा कि मीडिया देश व समाज की हर परिस्थितियों पर नजर रखता है लेकिन, आज इस सरकार ने उसे भी खत्म करने का काम किया है। बड़े-बड़े मीडिया घरानों को खरीदकर उन्हें अपने पक्ष में कर लिया है। सैलजा ने कहा कि देश की जनता इस बात को भली भांति समझ चुकी है। लोकतंत्र में अपनी बात रखने का सभी को अधिकार है, लेकिन इस सरकार के खिलाफ जिसने भी बोलने की हिम्मत की, चाहे वो मीडिया हो, चाहे विपक्षी दल हो या कोई अन्य किसी को भी सरकार ने नहीं छोड़ा। उन्होंने कहा कि सरकार ने आवाज उठाने वालों को ईडी व सीबीआई का डर दिखाकर उनकी आवाज को खामोश करने का काम किया। उन्होंने कहा कि यह सरकार सरकारी एजेंसियों का हर जगह दुरुपयोग कर रही है। सैलजा ने कहा कि दूसरी पार्टियों में दागदार रहे नेता भाजपा में जाते ही किस प्रकार गंगा की तरह पवित्र हो जाते हैं, ये हम सभी ने साक्षात देखा है।
भाजपा ने 10 साल तक जनता की आंखों में झोंकी धूल
उन्होंने कहा कि देश के प्रधानमंत्री ने सत्ता में आने से पूर्व प्रत्येक नागरिक को 15 लाख रुपए बैंक खातों में डालने, सालाना दो करोड़ युवाओं को रोजगार देने, महंगाई पर नियंत्रण से लेकर अनेक लोक लुभावने वादे किए थे, लेकिन सब जुमले ही साबित हुए। पिछले 10 साल से ये लोग देश की जनता की आंखों में धूल झोंक रहे हैं। उन्होंने कहा कि जनता के मुद्दों को लेकर राहुल गांधी ने जन यात्राएं की, प्रधानमंत्री से सवाल भी किए, लेकिन उन्होंने एक भी सवाल का जवाब नहीं दिया। हरियाणा में सत्ता परिवर्तन का चुनाव से पहले ड्रामा रचा गया। सरकार को ऐसा करने की क्या जरूरत पड़ी। उन्होंने कहा कि सत्ता परिवर्तन से प्रदेश में व्यवस्था तो नहीं बदली, सिर्फ चेहरा ही बदला। लोगों को सब पता है कि चेहरा भी वही है। उन्होंने कहा कि इस ड्रामे से सरकार ने हासिल तो कुछ नहीं किया, लेकिन लोगों के सामने पार्टी की कमजोरी जरूर आ गई। सरकार के पांव हिल गए थे, नींव हिल गई थी, इसलिए सोचा था कि बदलाव ला देते है, कोई बदलाव नहीं आया।
सीएम का चेहरा बदला पर व्यवस्था नहीं, हालात पहले जैसे ही
उन्होंने कहा कि गठबंधन तोड़ने की बात भी दिखावा साबित हुई, क्योंकि ये कुछ समय पहले से ही तय था कि चुनाव से पूर्व गठबंधन टूटेगा। गठबंधन के दौरान जो भ्रष्टाचार हुआ, उसका जवाब कौन देगा। सीएम का चेहरा बदलने से जनता सवालों के जवाब नहीं मांगेगी। और कुछ नहीं सरकार का प्रदेश के मुख्यमंत्री से विश्वास उठ गया था। उन्होंने लोकसभा चुनावों को लेकर पूछे गए सवाल के जवाब में कहा कि हरियाणा में कांग्रेस पार्टी 10 की 10 सीटों पर दावा ठोकेगी और सभी सीटें बड़े अंतर से जीतेगी। कांग्रेस पार्टी के बैंक खातों को सील करने के सवाल पर सैलजा ने कहा कि इस सरकार ने अपनी तानाशाही का एक और उदाहरण पेश करते हुए आयकर विभाग के मार्फत खाते सील कर जबरन राशि निकाली, ताकि पार्टी आर्थिक रूप से कमजोर हो जाए। सैलजा ने कहा कि कांग्रेस पार्टी का चुनाव हमेशा जनता ने लड़ा है और इस बार भी जनता पार्टी के साथ तन-मन-धन से है। चुनाव लड़ने के सवाल पर सैलजा ने कहा कि टिकट वितरण का फैसला हाईकमान करेगा और जो आदेश उन्हें मिलेंगे, उसी के अनुरूप वे चुनाव लड़ेंगी। हाईकमान जहां से कहेगा वहां से चुनाव लड़ना होगा।
इस अवसर पर अतर सिंह सैनी पूर्व मंत्री, चरणजीत सिंह रोड़ी पूर्व सांसद, बलवान सिंह दौलतपुरिया पूर्व विधायक, रणधीर सिंह धीरा पूर्व विधायक, नवीन केडिया पीसीसी डेलीगेट, वीरभान मेहता, राजेश चाडीवाल पीसीसी डेलीगेट, संदीप नेहरा, संतोष बेनीवाल, लाल बहादुर खोवाल, रतन गेदर, करनैल सिंह, राम सिंह सोलंकी चेयरमैन, लाडू राम पूनिया, हरपाल, जग्गा बराड़, मलकीत रंधावा, कर्मजीत कौर, भोला सिंह, बलबीर खोसा, सतपाल मेहता, छोटू सहारण, जगदीश कंबोज, हरविंदर कंबोज, खेता राम, तेजभान पटवारी, कुणाल खोड़, सुरजीत भावदीन, दलीप नेजिया, मांगेराम सरपंच, सुभाष सरपंच सहित अन्य पार्टी नेता व कार्यकर्ता मौजूद थे।