चंडीगढ़, 23 मार्च। होली के पावन पर्व के अवसर पर प्रदेश में कानून व्यवस्था बनाए रखने को लेकर पुलिस महानिदेशक शत्रुजीत कपूर ने सभी वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों को आवश्यक निर्देश जारी किए हैं। इन निर्देशों में आमजन की सुरक्षा को प्राथमिकता दी गई है ताकि लोग शांतिपूर्ण तथा सौहार्दपूर्ण तरीके से होली के पावन पर्व का आनंद ले सके। डीजीपी ने कहा कि धार्मिक स्थलों पर रंग फेंकने, शराब पीने के बाद दुर्व्यवहार करने, छेड़छाड़ करने, जबरदस्ती डोनेशन लेने और ध्वनि प्रदूषण जैसी संभावित समस्याओं को देखते हुए दिशा निर्देश जारी किए गए हैं।
शांति और व्यवस्था बनाए रखने के साथ ही पुलिस की मौजूदगी बढ़ाई जाएगी: जारी दिशा निर्देशानुसार प्रदेश में पर्याप्त संख्या में पुलिस बल तैनात किया जाएगा। इसके साथ ही किसी भी अप्रिय घटना से निपटने के लिए खुफिया जानकारी जुटाने वाली इकाइयां अलर्ट पर रहेंगी।
सुरक्षा के लिए गश्त: हुड़दंगबाजी को रोकने और आमजन की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए सार्वजनिक स्थानों पर पुलिस की पैदल और मोबाइल गश्त बढ़ाई जाएगी। इस दौरान प्रदेश में सभी जिलों में स्थापित किए गए पुलिस नियंत्रण कक्ष भी अलर्ट पर रहेंगे।
नशे करने वालो पर सख्त कार्रवाई: सार्वजनिक रूप से शराब पीने और नशे में गाड़ी चलाने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
सम्मानपूर्ण समारोहों को बढ़ावा देना: संगीत का नियमन: होली के कार्यक्रमों और जुलूसों के आयोजकों को लाउडस्पीकर के माध्यम से अश्लील या उत्तेजक गीत/नारे बजाने के खिलाफ चेतावनी दी गई है।
सोशल मीडिया की निगरानी: किसी भी भड़काऊ या आपत्तिजनक कंटेंट की पहचान करने और उसे हटाने के लिए सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म और मैसेजिंग ऐप की बारीकी से निगरानी की जाएगी।
छेड़छाड़ विरोधी उपाय: उत्सव के दौरान छेड़छाड़ आदि को रोकने के लिए समर्पित प्रयास किए जाएंगे। इस दौरान विशेष रूप से महिलाओं तथा लड़कियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए व्यापक इंतजाम किए गए है। इससे सभी के लिए अधिक समावेशी और आनंददायक माहौल बनेगा। धार्मिक स्थलों तथा मिश्रित आबादी वाले स्थानो के आसपास सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए जाएंगे।