मोहाली, 29 फरवरी। पंजाब के लोगों को उच्च स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करने के उद्देश्य से पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने आज पंजाब इंस्टीट्यूट ऑफ लिवर एंड बिलियरी साइंसेज लोगों को समर्पित किया।
इस संस्थान की स्थापना संबंधी 2022 के बजट सेशन में घोषणा की गई थी और यह पंजाब का पहला सरकारी स्वास्थ्य संस्थान होगा जो मरीजों को एंडोस्कोपी, फाइबरस्कोप और एंडोस्कोपिक अल्ट्रासाउंड जैसी अत्याधुनिक स्वास्थ्य सुविधाएं प्रदान करेगा। इस संगठन के विशेषज्ञ पंजाब के सभी सरकारी अस्पतालों में टेलीमेडिसिन सेवाएं भी प्रदान करेंगे। हेपेटोलॉजी में प्रशिक्षण और अनुसंधान सुविधाओं के लिए अत्याधुनिक बुनियादी ढांचे से लैस किया गया है।
इस इंस्टीट्यूट की स्थापना 40 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से की गई है और इसमें 80 डॉक्टर, 150 स्टाफ नर्स और 200 ग्रुप-डी कर्मचारियों सहित लगभग 450 कर्मचारियों का स्टाफ होगा। प्रोफेसर वरिंदर सिंह जोकि हेपेटोलॉजी पीजीआई, चंडीगढ़ के पूर्व प्रोफेसर और प्रमुख है, को संस्था का डायरैक्टर नियुक्त किया गया है।
इस संस्थान में प्रदान की जाने वाली इनडोर और एमरजैंसी सेवाओं के माध्यम से लिवर संबंधी बीमारियों का विशेष रूप से इलाज किया जाएगा। इसका उद्देश्य पंजाब को पूरे देश में मैडीकल स्वास्थ्य सुविधाओं का केंद्र बनाना है।
इसके साथ ही मुख्यमंत्री ने पंजाब में फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन के स्टेट हैडक्वार्टर और चार जोनल दफ्तरों का भी वर्चुअल उद्घाटन किया।
यह स्टेट हैडक्वार्टर 2.63 करोड़ रुपये की लागत से बनाया गया है, जबकि गुरदासपुर, जालंधर, बठिंडा और फिरोजपुर में स्थापित जोनल दफ्तर लगभग 2.78 करोड़ रुपये की लागत से बनाए गए है। इसके इलावा लुधियाना, अमृतसर, पटियाला और होशियारपुर में चार जोनल दफ्तर निर्माणाधीन है, जिनका निर्माण जल्द ही पूरा हो जाएगा।
इसके अलावा फाजिल्का, मोगा, मानसा और श्री मुक्तसर साहिब में भी जिला दफ्तरों का निर्माण किया जा रहा है। पंजाब सरकार ने इन दफ्तरों के लिए जमीन उपलब्ध करवाई है और 34.66 करोड़ रुपये की लागत से इन दफ्तरों में बुनियादी ढांचा और अन्य सुविधाएं प्रदान की जाएंगी। यह दफ्तर नवीनतम सूचना टैक्नालाजी सुविधाओं से लैस होंगे।
फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन द्वारा पंजाब में एलोपैथिक दवाएं, कास्मैटिक और होम्योपैथिक दवाएं उपलब्ध करवाई जाती है और ड्रग लाइसैंस जारी किए जाते है और यह नए दफ्तर लोगों को बढ़िया सेवाएं प्रदान करेंगे। इसके अलावा जब्त की दवाओं और नमूनों को स्टोर करने के लिए इन दफ्तरों में स्टोरेज की सुविधा भी उपलब्ध होगी।