बिलासपुर, 23 फरवरी। भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा ने शुक्रवार को एम्स बिलासपुर में कई नई सुविधाओं का शुभारंभ किया और ‘विश्राम सदन’ का शिलान्यास किया।
इस क्रम में उन्होंने 4 करोड़ की लागत से बने 40 हजार लीटर की क्षमता वाले लिक्विड मेडिकल ऑक्सीजन प्लांट और ₹30 करोड़ की लागत से एडवांस रेडिएशन थेरेपी के लिए लगी आधुनिक मशीनरी सहित अन्य नई सुविधाओं का उद्घाटन किया। इस कार्यक्रम में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया, केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री एवं सांसद अनुराग ठाकुर और पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर सहित अन्य मौजूद थे।
नड्डा ने कहा कि 3 अप्रैल 2017 को नवरात्रि की षष्ठी तिथि को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एम्स बिलासपुर का शिलान्यास किया था। 5 अक्टूबर 2022 को विजयदशमी के दिन प्रधानमंत्री ने इस संस्थान का उद्घाटन कर बिलासपुर की जनता को दशहरे का उपहार दिया था। आज 4 करोड़ की लागत से बना 40 हजार लीटर की क्षमता वाले लिक्विड मेडिकल ऑक्सीजन प्लांट की सुविधा का उद्घाटन किया गया है। इसी तरह रेडिएशन ऑन्कोलॉजी में एडवांस रेडिएशन थेरेपी के लिए ₹30 करोड़ की लागत से आधुनिक मशीनें लगाई गई है और सीटी स्कैन सुविधा शुरू की गई है। आज 350 बेड की क्षमता वाले विश्राम सदन का भी शिलान्यास हुआ है।
नड्डा ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में देश ने स्वास्थ्य सहित हर क्षेत्र में तेज प्रगति और विकास किया है। हर वर्ग को एक नई दिशा मिली है और देश आगे बढ़ने में सफल हुआ है। उन्होंने कहा 25 तारीख को बठिंडा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अखिल भारतीय चिकित्सा संस्थान का शिलान्यास करेंगे।
उन्होंने हिमाचल प्रदेश में हिम केयर योजना का भी उल्लेख किया, जो तत्कालीन मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के नेतृत्व में शुरू की गई थी। इस योजना ने राज्य में स्वास्थ्य सेवाओं की पहुंच और गुणवत्ता में सुधार किया है।
नड्डा ने छात्रों से कहा कि इस नवनिर्मित बिलासपुर एम्स का पूर्ण रूप से उपयोग कीजिए, यह छात्रों को मिलने वाला अधिकतम अवसर है।
उन्होंने कहा जिस तरह की तकलीफ हिमाचल बिलासपुर के एम्स में कार्य करने वाले लोग बताते हैं उसी तरह की समस्या दिल्ली एम्स में भी है इसलिए सभी समस्याओं को दरकिनार कर मानवता की सेवा करनी है और उसके लिए पूरी ताकत से कार्य करना चाहिए। नड्डा ने बताया कि वे आए दिन स्वास्थ्य मंत्री से देशभर में चल रहे कार्यों की प्रगति के बारे में पूछते रहते हैं और उन्हें सदैव सकारात्मक उत्तर ही मिलता है।