चंडीगढ़, 13 फरवरी। पंजाब सरकार ने वित्तीय वर्ष 2023-24 के दौरान अब तक 2121 किलोमीटर लंबी सड़कों के निर्माण कार्य मुकम्मल कर लिए गए हैं और इन कार्यों के दौरान अपनाई गई पारदर्शी बोली प्रक्रिया के कारण कुल 21 प्रतिशत की बचत हुई है।
यह जानकारी लोक निर्माण मंत्री हरभजन सिंह ई.टी.ओ ने यहां दी। मंत्री सर्दी और धुंध के मौसम के कारण बंद किए गए सड़क निर्माण के कार्यों को 15 फरवरी से शुरू करने के मद्देनजर यहां बुलाई गई विभाग की समीक्षा बैठक को संबोधित कर रहे थे। इस दौरान उन्होंने विभाग के अधिकारियों व कर्मचारियों की पीठ भी थपथपाई।
मौजूदा वित्तीय वर्ष के शेष रहते 1954 किलोमीटर सड़कों के कार्यों को पूरा करने के लिए विभाग द्वारा अपनाई जा रही रणनीति की समीक्षा के बाद उन्होंने विश्वास जाहिर किया कि 31 मार्च तक सड़कों के शेष कार्य मुकम्मल कर लिए जाएंगे।
विभाग की सचिव प्रियंका भारती ने कहा कि मौजूदा वित्तीय वर्ष के दौरान अब तक 1089 करोड़ रुपए की लागत से 2121 किलोमीटर सड़कें बनाई जा चुकी हैं। उन्होंने कहा कि इन कार्यों के दौरान अपनाई गई पारदर्शी बोली प्रक्रिया के स्वरूप 263 करोड़ रुपए की बचत हुई, जोकि 21 प्रतिशत बनती है। उन्होंने कहा कि बाकी रहती 1954 किलोमीटर की सड़कों पर 1066 करोड़ रुपए इस वित्तीय वर्ष में खर्च कर लिए जाएंगे।
मंत्री ने कहा कि विभाग की उपलब्धियों को देखते ही वित्तीय वर्ष 2024-25 के लिए 2089 करोड़ रुपए की लागत से 2270 किलोमीटर की सडक़ों का लक्ष्य निर्धारित किया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि पंजाब सरकार न केवल राज्य में बेहतरीन बुनियादी ढांचे के विकास के लिए प्रतिबद्ध है, बल्कि लोगों के पैसे को पूरी पारदर्शी प्रक्रिया के द्वारा पूरी ईमानदारी के साथ खर्च जा रहा है। उन्होंने लोक निर्माण विभाग के हाल ही में पदोन्नति पाने वाले अधिकारियों को बधाई देते हुए कहा कि जहां विभाग में समय पर पदोन्नतियों को सुनिश्चित बनाया जा रहा है, वहीं किसी अधिकारी या कर्मचारी द्वारा काम में लापरवाही या बेईमानी को भी बर्दाश्त नहीं किया जा रहा।