राष्ट्रीय युवा दिवस - राज्यपाल ने किया छात्रों से संवादराष्ट्रीय युवा दिवस - राज्यपाल ने किया छात्रों से संवाद

चंडीगढ़, 12 जनवरी। राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय ने आज राष्ट्रीय युवा दिवस पर युवाओं से आह्वान किया कि वे अपना जीवन समाज के प्रति समर्पित करें और वंचित लोगों के उत्थान के लिए कार्य करें। इस तरह युवा स्वामी विवेकानंद के जीवन आदर्शों को आगे बढ़ाने में अपना योगदान देने में सक्षम बनेंगे जोकि उन्हें सच्ची श्रद्धांजलि होगी।

राज्यपाल आज स्वामी विवेकानंद जयंती पर राष्ट्रीय युवा दिवस के उपलक्ष्य में जे.सी. बोस विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, वाईएमसीए, फरीदाबाद द्वारा आयोजित ‘युवा संवाद-2024’ कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे थे।
दत्तात्रेय ने कहा कि स्वामी विवेकानंद एक सच्चे कर्मयोगी थे और उन्हें इस देश के युवाओं पर पूरा भरोसा था। उनका दृढ़ विश्वास था कि युवा अपनी कड़ी मेहनत, समर्पण और आध्यात्मिक शक्ति के माध्यम से भारत के भाग्य को बदल सकते हैं। युवाओं के लिए स्वामी विवेकानंद के संदेश का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि स्वामी विवेकानंद देश के लिए ऐसे युवा चाहते थे जो जिसके पास लोहे के समान कठोर मांसपेशियां और स्टील के समान फौलादी नसें हों। उसका हृदय विशाल हो। इस तरह उन्होंने युवाओं में बुनियादी मूल्यों को स्थापित करने की कोशिश की। राज्यपाल ने कहा कि आज के युवा का पूरा ध्यान बुद्धि कौशल पर है, जिससे वह शारीरिक रूप से कमजोर होता जा रहा है।

उन्होंने प्रदेश के समस्त विश्वविद्यालयों से आह्वान किया कि पढ़ाई के साथ-साथ छात्रों के लिए यह आवश्यक बनाये कि वे कम से कम एक घंटा मैदान पर बिताये और फिटनेस गतिविधियों से जुड़े। इसी उद्देश्य से सरकार द्वारा फिट इंडिया कार्यक्रम की शुरूआत की गई है। उन्होंने कहा कि यदि शरीर स्वस्थ होगा तो सब कुछ हासिल किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि युवाओं को जिम, योग, ध्यान और सूर्य नमस्कार जैसी गतिविधियों से खुद को जोड़ना चाहिए।

उन्होंने कहा कि विश्व स्तर पर भारत सबसे बड़ा स्टार्टअप पारिस्थितिकी तंत्र के रूप में विकसित हो रहा है और इन स्टार्टअप की अनुवाई करने वाले युवाओं की औसत आयु 35 वर्ष से कम है। यदि हमारे युवा ऐसे ही बढ़ते रहे तो विकसित भारत का लक्ष्य दूर नहीं है। इसके लिए युवाओं का सहयोग जरूरी है। इस अवसर पर राज्यपाल ने युवाओं को स्वामी विवेकानंद के जीवन प्रसंगों से प्रेरित भी किया। उन्होंने विश्वविद्यालय द्वारा स्थापित विवेकानंद मंच के माध्यम से युवाओं में उच्च मूल्य का संचार करने के प्रयासों की प्रशंसा की।

उच्च शिक्षा मंत्री मूलचंद शर्मा ने कहा कि आज के युवाओं को स्वामी विवेकानंद के जीवन से सीखने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि आज हरियाणा प्रदेश खेती, खेल, रक्षा और उद्योग सभी क्षेत्रों में अग्रणी भूमिका निभा रहा है, जिसमें युवाओं का महत्वपूर्ण योगदान है। भारतीय सेनाओं में हर 10वां सैनिक हरियाणा से है।
बिना नाम लिए पड़ोसी प्रदेश (पंजाब) में नशा से बदहाल युवाओं की स्थिति का उल्लेख करते हुए शर्मा ने कहा कि आज नशा युवाओं में एक बड़ी बीमारी है। इस बीमारी से दूर रखने के लिए युवाओं को अच्छे संस्कार देने होंगे। उन्होंने कहा कि फरीदाबाद जिला हरियाणा ही नहीं अपितु पूरे एशिया का प्रमुख औद्योगिक क्षेत्र है और इस औद्योगिक क्षेत्र पहचान दिलाने में जे.सी. बोस विश्वविद्यालय का बड़ा योगदान रहा है जोकि पहले जो पहले वाईएमसीए संस्थान था और यह प्रशंसनीय का विषय है कि इस विश्वविद्यालय में युवाओं को मूल्य आधारित शिक्षा प्रदान की जाती है।

उच्च शिक्षा मंत्री ने युवाओं से खुद को हुनरमंद बनाने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि प्रदेश में मात्र पौने तीन लाख सरकारी नौकरियां है। ऐसे में सभी युवाओं को सरकारी नौकरी नहीं दी जा सकती। इसलिए, युवाओं को उद्यमशीलता को अपनाना होगा। नौकरी चाहने वाले न बनकर नौकरी देने वाला बनना होगा। सक्षम बनना होगा।

राज्यपाल ने विश्वविद्यालय की नई वेबसाइट और ईआरपी सिस्टम का किया शुभारंभ
राज्यपाल विश्वविद्यालय की नई वेबसाइट और नए ईआरपी सिस्टम ‘समर्थ ईजीओवी सूट’ का शुभारंभ किया। नई वेबसाइट तथा नये ईआरपी सिस्टम को विश्वविद्यालय के कंप्यूटर सेंटर व डिजिटल अफेयर प्रकोष्ठ की टीम ने विकसित किया है।

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